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Solan News: प्रवासियों ने रेलवे टनल के ऊपर बसाई कॉलोनी, 50 झुग्गियों को हटाया
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-ग्राउंड रिपोर्ट-
रेलवे बोर्ड, जिला प्रशासन और नगर निगम ने मिलकर की कार्रवाई
अवैध पानी और बिजली कनेक्शन काटे गए
वर्ष 2022 में सिर्फ 4 झुग्गियां थी, धीरे-धीरे बढ़ी संख्या
लोगों और अस्पताल के मरीजों को झेलनी पड़ रही थी परेशानी
रात में तारों और प्लास्टिक में लगाते थे आग, प्रदूषण से हो रही थी परेशानी
संवाद न्यूज एजेंसी
सोलन। शहर के वार्ड एक विकास मोहल्ला में रेलवे टनल पर 50 झुग्गियां बनाकर बसाई अवैध कॉलोनी को प्रशासन ने हटा दिया। झुग्गियों में पानी और बिजली के अवैध रूप से लगे कनेक्शन भी पाए गए। बुधवार को रेलवे बोर्ड की टीम ने जिला प्रशासन और नगर निगम के साथ टनल नंबर 35 के पास कार्रवाई की। सुबह 11:30 बजे रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के साथ रेलवे के इंजीनियर, तहसीलदार और नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
टीम ने आते ही झुग्गियों को तोड़ना शुरू कर दिया। ऐसे में प्रवासियों में हड़कंप मच गया। वे जल्दबाजी में सामान झुग्गियों से निकालने लगे। टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दोपहर करीब 2:00 बजे तक सभी झुग्गियों को हटा दिया। इसके बाद हिदायत दी कि वे पुन: यहां न आए। इसी बीच अवैध पानी और बिजली के कनेक्शन भी झुग्गियों में लगे मिले। हैरत की बात तो ये थी कि टनल के पास से गुजर रही बिजली की लाइनों से डायरेक्ट कनेक्शनों को जोड़ा गया। इस पर आज तक अवैध पानी व बिजली बोर्ड ने भी ध्यान नहीं दिया है। कार्रवाई के दौरान कनेक्शनों को काटा है। हैरत कि बात तो ये भी है कि रात में यहां पर तार और प्लास्टिक में आग लगा प्रदूषण फैलाया जाता है। इससे लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा परेशान साथ लगते आयुष अस्पताल में भर्ती मरीजों को होती थी।
प्रवासियों ने टनल 35 के ऊपर और आसपास 50 झुग्गियां अवैध तौर पर बसा दी थी। बताया जा रहा है कि वर्ष 2022 में यहां चार झुग्गियां थीं। इसके बाद देखादेखी में अन्य प्रवासी भी यहीं आ गए और झुग्गियां बसाने लगे। हालांकि, मार्च-2025 में रेलवे बोर्ड ने टनल के आसपास बैठे झुग्गियों को हटाने के लिए कहा था, लेकिन एक भी प्रवासी वहां से टस से मस नहीं हुआ। सोमवार को भी रेलवे बोर्ड की टीम मौके पर गई, लेकिन प्रवासियों ने पत्थरों को टीम पर फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद बुधवार को टीम दलबल के साथ मौके पर झुग्गियों को हटाने के लिए पहुंच गई। इस दौरान जब तक प्रवासियों ने टीम से बात करने लगे उतने में गैंग मैन की टीम ने झुग्गियों को हटाना शुरू कर दिया था। प्रवासियों ने दावा किया कि मंगलवार को उपायुक्त से मिले और उन्हें आश्वासन दिया था कि उन पर कार्रवाई नहीं होगी, जबकि अब उन्हें हटा दिया गया।
पहले भी बरसा चुके पत्थर
वार्ड एक के लोगों ने बताया कि रात में विकास मोहल्ले को जाने के लिए टनल के अंदर से चलना मुश्किल भरा हो जाता था। कई बार लूटपाट की घटनाएं भी हो चुकी हैं। लोगों पर प्रवासी पत्थर बरसाते हैं। इसके साथ कोई महिला या लड़की को विकास मोहल्ला की ओर जाती थी तो भी प्रवासी परेशान करते थे। कई बार लोग इसकी नगर निगम और जिला प्रशासन से शिकायत कर चुके थे।
टनल के पास लगाते हैं आग
प्रवासी कालका-शिमला विश्व धरोहर रेल लाइन के टनल 35 के ऊपर आग भी लगा देते थे। कई बार टनल के बीच में भी आग लगाने की घटनाएं हो चुकी हैं। वे यहां से जाने वाली टॉय ट्रेन पर भी पत्थर बरसा चुके हैं। इसकी शिकायतें रेलवे बोर्ड को भी की गई थी। आग और पत्थर फेंकने से कई बार ट्रेन को भी रोकना पड़ता था।
खुले में शौचालय, फैली गंदगी
टनल 35 के भीतर, ऊपर और आसपास हालात काफी खराब थे। यहां पर प्रवासियों ने खुले में शौचालय किया जाता था। इससे हर तरफ गंदगी फैली है। इससे विश्व धरोहर की छवि को भी दग लग रहा था। गंदगी होने से यहां पर दुर्गंध से भी लोग परेशान हो रहे थे।
पार्षद व पूर्व उपमहापौर राजीव कुमार कौड़ा और वार्ड एक पार्षद मनीष सोपाल ने कहा कि कई बार प्रवासियों को हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन वे हट नहीं रहे थे। इससे काफी दिक्कतें भी आ रही थी। उन्होंने कहा कि अवैध तौर पर यहां बिजली पानी के कनेक्शन कैसे दिए गए इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को लेनी चाहिए। पानी का महकमा बिल्कुल सामने है, फिर भी अगर ये हाल है तो एक बड़ी लापरवाही है।
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रेलवे बोर्ड, जिला प्रशासन और नगर निगम ने मिलकर की कार्रवाई
अवैध पानी और बिजली कनेक्शन काटे गए
वर्ष 2022 में सिर्फ 4 झुग्गियां थी, धीरे-धीरे बढ़ी संख्या
लोगों और अस्पताल के मरीजों को झेलनी पड़ रही थी परेशानी
रात में तारों और प्लास्टिक में लगाते थे आग, प्रदूषण से हो रही थी परेशानी
संवाद न्यूज एजेंसी
सोलन। शहर के वार्ड एक विकास मोहल्ला में रेलवे टनल पर 50 झुग्गियां बनाकर बसाई अवैध कॉलोनी को प्रशासन ने हटा दिया। झुग्गियों में पानी और बिजली के अवैध रूप से लगे कनेक्शन भी पाए गए। बुधवार को रेलवे बोर्ड की टीम ने जिला प्रशासन और नगर निगम के साथ टनल नंबर 35 के पास कार्रवाई की। सुबह 11:30 बजे रेलवे पुलिस और स्थानीय पुलिस के साथ रेलवे के इंजीनियर, तहसीलदार और नगर निगम के कर्मचारी मौके पर पहुंचे।
टीम ने आते ही झुग्गियों को तोड़ना शुरू कर दिया। ऐसे में प्रवासियों में हड़कंप मच गया। वे जल्दबाजी में सामान झुग्गियों से निकालने लगे। टीम ने तेजी से कार्रवाई करते हुए दोपहर करीब 2:00 बजे तक सभी झुग्गियों को हटा दिया। इसके बाद हिदायत दी कि वे पुन: यहां न आए। इसी बीच अवैध पानी और बिजली के कनेक्शन भी झुग्गियों में लगे मिले। हैरत की बात तो ये थी कि टनल के पास से गुजर रही बिजली की लाइनों से डायरेक्ट कनेक्शनों को जोड़ा गया। इस पर आज तक अवैध पानी व बिजली बोर्ड ने भी ध्यान नहीं दिया है। कार्रवाई के दौरान कनेक्शनों को काटा है। हैरत कि बात तो ये भी है कि रात में यहां पर तार और प्लास्टिक में आग लगा प्रदूषण फैलाया जाता है। इससे लोग परेशान हैं। सबसे ज्यादा परेशान साथ लगते आयुष अस्पताल में भर्ती मरीजों को होती थी।
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प्रवासियों ने टनल 35 के ऊपर और आसपास 50 झुग्गियां अवैध तौर पर बसा दी थी। बताया जा रहा है कि वर्ष 2022 में यहां चार झुग्गियां थीं। इसके बाद देखादेखी में अन्य प्रवासी भी यहीं आ गए और झुग्गियां बसाने लगे। हालांकि, मार्च-2025 में रेलवे बोर्ड ने टनल के आसपास बैठे झुग्गियों को हटाने के लिए कहा था, लेकिन एक भी प्रवासी वहां से टस से मस नहीं हुआ। सोमवार को भी रेलवे बोर्ड की टीम मौके पर गई, लेकिन प्रवासियों ने पत्थरों को टीम पर फेंकना शुरू कर दिया। इसके बाद बुधवार को टीम दलबल के साथ मौके पर झुग्गियों को हटाने के लिए पहुंच गई। इस दौरान जब तक प्रवासियों ने टीम से बात करने लगे उतने में गैंग मैन की टीम ने झुग्गियों को हटाना शुरू कर दिया था। प्रवासियों ने दावा किया कि मंगलवार को उपायुक्त से मिले और उन्हें आश्वासन दिया था कि उन पर कार्रवाई नहीं होगी, जबकि अब उन्हें हटा दिया गया।
पहले भी बरसा चुके पत्थर
वार्ड एक के लोगों ने बताया कि रात में विकास मोहल्ले को जाने के लिए टनल के अंदर से चलना मुश्किल भरा हो जाता था। कई बार लूटपाट की घटनाएं भी हो चुकी हैं। लोगों पर प्रवासी पत्थर बरसाते हैं। इसके साथ कोई महिला या लड़की को विकास मोहल्ला की ओर जाती थी तो भी प्रवासी परेशान करते थे। कई बार लोग इसकी नगर निगम और जिला प्रशासन से शिकायत कर चुके थे।
टनल के पास लगाते हैं आग
प्रवासी कालका-शिमला विश्व धरोहर रेल लाइन के टनल 35 के ऊपर आग भी लगा देते थे। कई बार टनल के बीच में भी आग लगाने की घटनाएं हो चुकी हैं। वे यहां से जाने वाली टॉय ट्रेन पर भी पत्थर बरसा चुके हैं। इसकी शिकायतें रेलवे बोर्ड को भी की गई थी। आग और पत्थर फेंकने से कई बार ट्रेन को भी रोकना पड़ता था।
खुले में शौचालय, फैली गंदगी
टनल 35 के भीतर, ऊपर और आसपास हालात काफी खराब थे। यहां पर प्रवासियों ने खुले में शौचालय किया जाता था। इससे हर तरफ गंदगी फैली है। इससे विश्व धरोहर की छवि को भी दग लग रहा था। गंदगी होने से यहां पर दुर्गंध से भी लोग परेशान हो रहे थे।
पार्षद व पूर्व उपमहापौर राजीव कुमार कौड़ा और वार्ड एक पार्षद मनीष सोपाल ने कहा कि कई बार प्रवासियों को हटाने के लिए कहा गया था, लेकिन वे हट नहीं रहे थे। इससे काफी दिक्कतें भी आ रही थी। उन्होंने कहा कि अवैध तौर पर यहां बिजली पानी के कनेक्शन कैसे दिए गए इसकी जानकारी विभागीय अधिकारियों को लेनी चाहिए। पानी का महकमा बिल्कुल सामने है, फिर भी अगर ये हाल है तो एक बड़ी लापरवाही है।