{"_id":"6926ea12171b96b539044896","slug":"dry-winters-have-increased-the-viral-outbreak-with-70-80-patients-arriving-at-hospitals-daily-una-news-c-93-1-ssml1047-173269-2025-11-26","type":"story","status":"publish","title_hn":"Una News: सूखी सर्दी से बढ़ा वायरल का कहर, अस्पतालों में रोज पहुंच रहे 70-80 मरीज","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Una News: सूखी सर्दी से बढ़ा वायरल का कहर, अस्पतालों में रोज पहुंच रहे 70-80 मरीज
विज्ञापन
विज्ञापन
जिला आयुर्वेदिक अस्पताल में बढ़ने लगी वायरल के मरीजों की ओपीडी
मौसम में बदलाव के बीच बढ़ने लगे मरीज
शुष्क सर्दी के चलते बढ़ रही परेशानी
विशेषज्ञों की ओर से खानपान में विशेष ध्यान रखने की दी जा रही सलाह
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले में पड़ रही सूखी सर्दी के चलते लोग बड़ी संख्या में वायरल संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल ऊना में रोजाना 70 से 80 मरीज वायरल बुखार के लक्षणों के साथ उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार पिछले एक सप्ताह में ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बुधवार को उपचार के लिए पहुंचे निशांत कुमार, अनिल चौधरी, विवेक कुमार, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार, अश्वनी शर्मा और परवेश शर्मा ने बताया कि उन्हें पिछले कई दिन से बुखार, जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं हो रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में तेजी से हो रहा उतार-चढ़ाव और लंबे समय से बारिश न होने के कारण हवा में नमी की कमी बढ़ी है, जिससे वायरल संक्रमण फैलने की आशंका अधिक हो गई है। दिन का तापमान जहां 25 से 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, वहीं रात का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक गिर रहा है। मौसम के इस तेज बदलाव से हर आयु वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। मरीजों में बुखार, शरीर में जकड़न, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण आम तौर पर पाए जा रहे हैं।
हर वर्ग हो रहा प्रभावित
चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में हो रहे बदलाव का असर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी पर पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को गर्म कपड़ों का उपयोग बढ़ाने, स्वच्छता बनाए रखने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने अभिभावकों को भी सजग रहने को कहा है कि बच्चों को पौष्टिक आहार दें और वायरल से पीड़ित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचाएं।
कोट
मौसम में बदलाव के चलते लोग वायरल का शिकार हो रहे हैं। रोजाना 70 से 80 मरीज आयुर्वेदिक अस्पताल में वायरल से पीड़ित होकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। इससे बचने के लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। शुष्क सर्दी में ऐसे मामले बढ़ना आम बात है। -डॉ. किरण शर्मा, जिला आयुष अधिकारी, ऊना
Trending Videos
मौसम में बदलाव के बीच बढ़ने लगे मरीज
शुष्क सर्दी के चलते बढ़ रही परेशानी
विशेषज्ञों की ओर से खानपान में विशेष ध्यान रखने की दी जा रही सलाह
संवाद न्यूज एजेंसी
ऊना। जिले में पड़ रही सूखी सर्दी के चलते लोग बड़ी संख्या में वायरल संक्रमण की चपेट में आ रहे हैं। जिला आयुर्वेदिक अस्पताल ऊना में रोजाना 70 से 80 मरीज वायरल बुखार के लक्षणों के साथ उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। अस्पताल प्रशासन के अनुसार पिछले एक सप्ताह में ऐसे मामलों में लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बुधवार को उपचार के लिए पहुंचे निशांत कुमार, अनिल चौधरी, विवेक कुमार, राजेश कुमार, प्रदीप कुमार, अश्वनी शर्मा और परवेश शर्मा ने बताया कि उन्हें पिछले कई दिन से बुखार, जुकाम और खांसी जैसी समस्याएं हो रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि तापमान में तेजी से हो रहा उतार-चढ़ाव और लंबे समय से बारिश न होने के कारण हवा में नमी की कमी बढ़ी है, जिससे वायरल संक्रमण फैलने की आशंका अधिक हो गई है। दिन का तापमान जहां 25 से 28 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच रहा है, वहीं रात का न्यूनतम तापमान सात डिग्री सेल्सियस तक गिर रहा है। मौसम के इस तेज बदलाव से हर आयु वर्ग के लोग प्रभावित हो रहे हैं। मरीजों में बुखार, शरीर में जकड़न, खांसी और जुकाम जैसे लक्षण आम तौर पर पाए जा रहे हैं।
हर वर्ग हो रहा प्रभावित
चिकित्सकों और विशेषज्ञों का कहना है कि मौसम में हो रहे बदलाव का असर बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी पर पड़ रहा है। उन्होंने लोगों को गर्म कपड़ों का उपयोग बढ़ाने, स्वच्छता बनाए रखने और खानपान पर विशेष ध्यान देने की सलाह दी है। विशेषज्ञों ने अभिभावकों को भी सजग रहने को कहा है कि बच्चों को पौष्टिक आहार दें और वायरल से पीड़ित व्यक्तियों के संपर्क में आने से बचाएं।
विज्ञापन
विज्ञापन
कोट
मौसम में बदलाव के चलते लोग वायरल का शिकार हो रहे हैं। रोजाना 70 से 80 मरीज आयुर्वेदिक अस्पताल में वायरल से पीड़ित होकर उपचार के लिए पहुंच रहे हैं। इससे बचने के लिए खानपान का विशेष ध्यान रखना जरूरी है। शुष्क सर्दी में ऐसे मामले बढ़ना आम बात है। -डॉ. किरण शर्मा, जिला आयुष अधिकारी, ऊना