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Una News: लकड़ी तस्करी रोकने में कांगड़ा और हमीरपुर नाकाम, ऊना पर बढ़ा बोझ
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ऊना में प्रतिबंधित लकड़ी के साथ पकड़ी जा रहीं दोनों जिलों की गाड़ियां
केपी पांजला
ऊना। कांगड़ा और हमीरपुर जिले के इलाकों में प्रतिबंधित लकड़ी की तस्करी चोरी छिपे जारी है। दोनों जिलों से अवैध लकड़ी की तस्करी ऊना जिले के रास्तों से पंजाब में की जा रही है। दोनों जिलों से प्रतिबंधित लकड़ी से लदी 12 से ज्यादा गाड़ियां पिछले कुछ माह में ऊना जिले में पकड़ी गई हैं। कितनी गाड़ियां बाहर गई होंगी, विभाग के पास भी हिसाब नहीं है। कांगड़ा और हमीरपुर जिलों के वन विभाग के अधिकारियों के सुस्त रवैये के चलते ऊना जिला के अधिकारियों पर बोझ बढ़ गया है। कम स्टाफ के बावजूद ऊना में जगह-जगह नाकेबंदी कर प्रतिबंधित लकड़ी से लदी गाड़ियां पकड़ी जा रही हैं। दोनों जिलों के अधिकारियों से पत्राचार के बावजूद इस पर विराम नहीं लग रहा है। ऊना जिला के अधिकारी अपने स्तर पर कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन उक्त दोनों जिलों का सहयोग न मिल पाने से धंधा खूब फल-फूल रहा है। ऊना जिले में बंगाणा और अंब के निकटवर्ती इलाकों से भी लकड़ी तस्करी के मामले आए हैं।
2023 में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में लकड़ी तस्करी को रोकने के लिए वन विभाग की चौकियों को पुलिस चौकियों के साथ एकीकृत करने का निर्देश दिए थे। उन्होंने इन एकीकृत चौकियों पर सीसीटीवी कैमरों सहित उन्नत तकनीक स्थापित करने पर जोर दिया था। इसके बावजूद अभी तक लकड़ी तस्करी पर विराम नहीं लग पाया है।
पांच माह में चार बड़ी कार्रवाई
30 नवंबर : ऊना जिले में सात गाड़ियां पकड़ी गईं। चार कांगड़ा के ज्वालामुखी, हमीरपुर के रंगस की एक और बंगाणा की दो गाड़ियां शामिल थीं। गाड़ियों में युकलिप्टस, शीशम, ओई और कांबल जैसी प्रतिबंधित प्रजातियां शामिल थीं।
13 नवंबर : उपमंडल गगरेट में अवैध लकड़ी से लदी तीन पिकअप गाड़ियों को पकड़ा। गाड़ियों में प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी जापानी शहतूत, सरिन्ह और कांबल आदि लदी थी।
26 अक्तूबर : ऊना जिले में सात गाड़ियां पकड़ी गईं। इनमें ऊना जिले की चार, कांगड़ा और हमीरपुर जिले की दो-दो गाड़ियां थीं। इनमें जापानी शहतूत, आम, सफेदा, कांबल, सिंबल सरींह आदि की लकड़ी लदी थी।
05 जुलाई : जिले में पांच वाहनों को लकड़ी सहित जब्त किया है। सभी गाड़ियां हमीरपुर और कांगड़ा की थीं। इन गाड़ियों में भी प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी लदी थी।
कोट़्स
जिले में कम स्टाफ के बावजूद विभाग लकड़ी तस्करी रोकने के लिए गंभीर है। जंगलों में भी गश्त की जा रही है। जिन जिलों की लकड़ी पकड़ी जा रही है, उनसे भी पत्राचार किया जा रहा है। कार्रवाई बड़े स्तर पर जारी है। सभी का सहयोग मिले तो काफी लगाम लग सकती है। -सुशील राणा, डीएफओ ऊना
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केपी पांजला
ऊना। कांगड़ा और हमीरपुर जिले के इलाकों में प्रतिबंधित लकड़ी की तस्करी चोरी छिपे जारी है। दोनों जिलों से अवैध लकड़ी की तस्करी ऊना जिले के रास्तों से पंजाब में की जा रही है। दोनों जिलों से प्रतिबंधित लकड़ी से लदी 12 से ज्यादा गाड़ियां पिछले कुछ माह में ऊना जिले में पकड़ी गई हैं। कितनी गाड़ियां बाहर गई होंगी, विभाग के पास भी हिसाब नहीं है। कांगड़ा और हमीरपुर जिलों के वन विभाग के अधिकारियों के सुस्त रवैये के चलते ऊना जिला के अधिकारियों पर बोझ बढ़ गया है। कम स्टाफ के बावजूद ऊना में जगह-जगह नाकेबंदी कर प्रतिबंधित लकड़ी से लदी गाड़ियां पकड़ी जा रही हैं। दोनों जिलों के अधिकारियों से पत्राचार के बावजूद इस पर विराम नहीं लग रहा है। ऊना जिला के अधिकारी अपने स्तर पर कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन उक्त दोनों जिलों का सहयोग न मिल पाने से धंधा खूब फल-फूल रहा है। ऊना जिले में बंगाणा और अंब के निकटवर्ती इलाकों से भी लकड़ी तस्करी के मामले आए हैं।
2023 में मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को राज्य में लकड़ी तस्करी को रोकने के लिए वन विभाग की चौकियों को पुलिस चौकियों के साथ एकीकृत करने का निर्देश दिए थे। उन्होंने इन एकीकृत चौकियों पर सीसीटीवी कैमरों सहित उन्नत तकनीक स्थापित करने पर जोर दिया था। इसके बावजूद अभी तक लकड़ी तस्करी पर विराम नहीं लग पाया है।
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पांच माह में चार बड़ी कार्रवाई
30 नवंबर : ऊना जिले में सात गाड़ियां पकड़ी गईं। चार कांगड़ा के ज्वालामुखी, हमीरपुर के रंगस की एक और बंगाणा की दो गाड़ियां शामिल थीं। गाड़ियों में युकलिप्टस, शीशम, ओई और कांबल जैसी प्रतिबंधित प्रजातियां शामिल थीं।
13 नवंबर : उपमंडल गगरेट में अवैध लकड़ी से लदी तीन पिकअप गाड़ियों को पकड़ा। गाड़ियों में प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी जापानी शहतूत, सरिन्ह और कांबल आदि लदी थी।
26 अक्तूबर : ऊना जिले में सात गाड़ियां पकड़ी गईं। इनमें ऊना जिले की चार, कांगड़ा और हमीरपुर जिले की दो-दो गाड़ियां थीं। इनमें जापानी शहतूत, आम, सफेदा, कांबल, सिंबल सरींह आदि की लकड़ी लदी थी।
05 जुलाई : जिले में पांच वाहनों को लकड़ी सहित जब्त किया है। सभी गाड़ियां हमीरपुर और कांगड़ा की थीं। इन गाड़ियों में भी प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी लदी थी।
कोट़्स
जिले में कम स्टाफ के बावजूद विभाग लकड़ी तस्करी रोकने के लिए गंभीर है। जंगलों में भी गश्त की जा रही है। जिन जिलों की लकड़ी पकड़ी जा रही है, उनसे भी पत्राचार किया जा रहा है। कार्रवाई बड़े स्तर पर जारी है। सभी का सहयोग मिले तो काफी लगाम लग सकती है। -सुशील राणा, डीएफओ ऊना