शिकंजा: गैंगस्टरों के खिलाफ एनआईए की बड़ी कार्रवाई, छह राज्यों की 50 जगहों पर छापेमारी जारी
एनआईए ने पंजाब के 30 इलाकों में छापेमारी की है, तो वहीं राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है।


विस्तार
पंजाब, हरियाणा और राजस्थान समेत अन्य राज्यों के 50 इलाकों में छापेमारी
एनआईए ने पंजाब के 30 इलाकों में छापेमारी की है, तो वहीं राजस्थान में 13, हरियाणा में 4, उत्तराखंड में 2, दिल्ली-NCR और यूपी में 1-1 जगह छापेमारी चल रही है। एनआईए ने खालिस्तान-आईएसआई और गैंगस्टर नेक्सस के खिलाफ कई सारे सबुत इकट्ठा किए हैं। कई गैंगस्टरों से पूछताछ के दौरान भी यह सामने आया है कि वह नेक्सस का इस्तेमाल टेटर फंडिंग, हथियार सप्लाई और विदेशों से देशी विरोधी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए करते हैं।
राजस्थान और उत्तराखंड में छापेमारी जारी
एनआईए की टीम फिलहाल राजस्थान के गंगासागर जुले के सूरतगढ़ और रजियासर में छापेमारी कर रही है। सूरतगढ़ में एक छात्र नेता के आवास पर छापा मारा गया है। इससे पहले 21 सितंबर को एजेंसी ने भगौड़े गोल्डी बरार से जुड़े पंजाब और हरियाणा के 100 से भी ज्यादा इलाकों में छापेमारी की। गोल्डी बरार एनआईए की लिस्ट में एक नामित गैंगस्टरों में से एक है। वहीं बुधवार को एनआईए ने पंजाब के मोगा जिले के तख्तूपुरा गांव में एक शराब ठेकेदार के घर पर छापेमारी की। इसके अलावा एजेंसी ने उत्तराखंड के उधम सिंह नगर के बाजपुर थाना क्षेत्र में एक गन हाउस पर भी छापा मारा, जहां वह हथियारों की जांच कर रही है।
#WATCH | A team of NIA is conducting raids in Suratgarh and Rajiyasar in Sri Ganganagar district of Rajasthan
In Suratgarh, the raid is underway at the residence of a student leader.
The National Investigation Agency (NIA) is conducting searches at 51 locations across the… pic.twitter.com/KRHu60YxOH— ANI (@ANI) September 27, 2023
निज्जर की हत्या के बाद उठाया ये कदम
एनआईए ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है, जब कनाडा में खलिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। हालांकि उनकी हत्या के बाद कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने उन्हें कनाडाई नागरिक बताते हुए भारत पर हत्या का आरोप लगाया था। इस दौरान उन्होंने कनाडा से भारतीय राजनयिक को भी बाहर कर दिया। इसके जवाब में भारत ने में दिल्ली से कनाडा के राजनयिक को निष्कासित कर दिया और कनाडा के लोगों के लिए वीजा सेवा भी रोक दी।