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Kathua News: कूहलों में औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी बहने से किसानों की फसल तबाह
संवाद न्यूज एजेंसी, कठुआ
Updated Fri, 19 Dec 2025 01:59 AM IST
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औद्योगिक इकाईयों से निकलने वाले दूषित पानी की समस्या लिए डीसी कार्यालय पहुंचे लोगसंवाद
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किसानों के शिष्टमंडल ने जिला प्रशासन से लगाई गुहार
कठुआ। औद्योगिक क्षेत्र घाटी के आसपास खेती भूमि की सिंचाई के लिए बनाई गई कूहलों में औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी बहने से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। किसानों के शिष्टमंडल ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि सिंचाई कूहलों में बहने वाला प्रदूषित पानी बंद हो।
वीरवार को किसानों के शिष्टमंडल ने डीसी के नाम एक ज्ञापन एडीसी कठुआ को सौंपा। किसानों का आरोप है कि औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला प्रदूषित पानी उनके खेतों में आ रहा है। इससे न केवल उनकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है बल्कि प्रदूषित पानी पीने से उनके मवेशी भी बीमार पड़ रहे हैं।
किसान नेता हरि सिंह ने बताया कि बार-बार अनुरोध करने पर भी सिडको प्रशासन इस गंदे पानी को कूहलों में छोड़ रहा है। इससे किसानों की कई कनाल फसल खराब हो गई है। औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को हाल ही में फोरलेन के चांग इलाके के किसानों ने सिडको के खिलाफ प्रदर्शन किया था लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके चलते किसानों का शिष्टमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपा है। शिष्टमंडल में शामिल बनारसी दास ने बताया कि इकाइयों से निकलने वाला प्रदूषित पानी पीकर उनके कई मवेशी मर चुके हैं। किसानों की मांग है कि सिंचाई नालों को इकाइयों से निकलने वाले गंदे पानी से मुक्त करवाया जाए। इस मौके पर किसानों के खराब फसल के पौधों को भी जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया और बताया कि गंदे पानी से कैसी उनकी फसल सूखना शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि एडीसी ने प्रदूषण विभाग, कृषि विभाग और सिडको प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मौके पर जाकर किसानों की समस्याओं को सुना जाए और कोई स्थायी हल निकाला जाए।
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कठुआ। औद्योगिक क्षेत्र घाटी के आसपास खेती भूमि की सिंचाई के लिए बनाई गई कूहलों में औद्योगिक इकाइयों का प्रदूषित पानी बहने से किसानों की फसल बर्बाद हो रही है। किसानों के शिष्टमंडल ने जिला प्रशासन से गुहार लगाई है कि सिंचाई कूहलों में बहने वाला प्रदूषित पानी बंद हो।
वीरवार को किसानों के शिष्टमंडल ने डीसी के नाम एक ज्ञापन एडीसी कठुआ को सौंपा। किसानों का आरोप है कि औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाला प्रदूषित पानी उनके खेतों में आ रहा है। इससे न केवल उनकी गेहूं की फसल बर्बाद हो गई है बल्कि प्रदूषित पानी पीने से उनके मवेशी भी बीमार पड़ रहे हैं।
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किसान नेता हरि सिंह ने बताया कि बार-बार अनुरोध करने पर भी सिडको प्रशासन इस गंदे पानी को कूहलों में छोड़ रहा है। इससे किसानों की कई कनाल फसल खराब हो गई है। औद्योगिक इकाइयों से निकलने वाले प्रदूषित पानी को हाल ही में फोरलेन के चांग इलाके के किसानों ने सिडको के खिलाफ प्रदर्शन किया था लेकिन कोई समाधान नहीं निकला। इसके चलते किसानों का शिष्टमंडल ने डीसी को ज्ञापन सौंपा है। शिष्टमंडल में शामिल बनारसी दास ने बताया कि इकाइयों से निकलने वाला प्रदूषित पानी पीकर उनके कई मवेशी मर चुके हैं। किसानों की मांग है कि सिंचाई नालों को इकाइयों से निकलने वाले गंदे पानी से मुक्त करवाया जाए। इस मौके पर किसानों के खराब फसल के पौधों को भी जिला प्रशासन के संज्ञान में लाया और बताया कि गंदे पानी से कैसी उनकी फसल सूखना शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि एडीसी ने प्रदूषण विभाग, कृषि विभाग और सिडको प्रशासन के अधिकारियों को निर्देश दिया है कि मौके पर जाकर किसानों की समस्याओं को सुना जाए और कोई स्थायी हल निकाला जाए।