Jammu : सांबा में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की बड़ी आतंकी कोशिश नाकाम, एलओसी पर एंटी ड्रोन सिस्टम सक्रिय
सीमा पर हो रही गोलीबारी के बीच घुसपैठ की जा रही थी जिसे सीमा सुरक्षा बल ने नाकाम कर दिैया। भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर तमाम सुरक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जम्मू और कश्मीर संभाग में सेना व बीएसएफ ने एलओसी और बार्डर पर एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिवेट कर दिया है।


विस्तार
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा (आईबी) पर संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को बीएसएफ ने नाकाम कर दिया।
सीमा सुरक्षा बल ने शुक्रवार तड़के एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि 8 मई 2025 को लगभग 2300 बजे, बीएसएफ ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि गोलीबारी में कोई आतंकवादी मारा गया या नहीं। अधिकारियों ने कहा कि सुबह इलाके में गहन तलाशी के बाद चीजें स्पष्ट हो जाएंगी।
घुसपैठ की यह कोशिश उस दिन हुई जब भारत ने जम्मू, पठानकोट, उधमपुर और कुछ अन्य स्थानों पर सैन्य ठिकानों पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला करने की पाकिस्तानी सेना की कोशिश को नाकाम कर दिया, क्योंकि व्यापक सैन्य संघर्ष की आशंकाओं के बीच दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।
गुरुवार की रात करीब 11 बजे बीएसएफ ने जम्मू-कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर घुसपैठ की एक बड़ी कोशिश को नाकाम कर दिया। सीमा पर हो रही गोलीबारी के बीच घुसपैठ की जा रही थी जिसे सीमा सुरक्षा बल ने नाकाम कर दिैया।
At around 2300 hours on 8 May 2025, BSF foiled a major infiltration bid at the International Boundary in Samba district, J&K: BSF Jammu pic.twitter.com/AvIvCpVZH2
— ANI (@ANI) May 8, 2025
भारत-पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के मद्देनजर तमाम सुरक्षा प्रतिष्ठानों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। जम्मू और कश्मीर संभाग में सेना व बीएसएफ ने एलओसी और बार्डर पर एंटी ड्रोन सिस्टम एक्टिवेट कर दिया है। कटड़ा वैष्णो देवी मंदिर की सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस बीच सीआरपीएफ की कई अतिरिक्त कंपनियां जम्मू कश्मीर में दिल्ली से भेजी जा रही हैं। इन कंपनियों में तैनात कर्मियों को सीमावर्ती इलाकों में स्थानीय पुलिस के साथ तैनात किया जाएगा।
इन्हें सीमा चौकियों को मजबूत करने और पुलिस को प्रमुख स्थानों पर कानून व्यवस्था बनाए रखने में भी मदद मिलेगी। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने सभी अर्धसैनिक बलों के प्रमुखों को पाकिस्तान और नेपाल की सीमा से लगे राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में ऐसी चौकियों को मजबूत करने का निर्देश देने के एक दिन बाद यह कदम उठाया है।
सूत्रों का कहना है कि सीमा चौकियों को मजबूत करने और घाटी में रणनीतिक स्थानों पर तैनाती के लिए राज्य पुलिस के साथ समन्वय करने के लिए ये अतिरिक्त बटालियन भेजी हैं। सभी यूनिट कमांडरों को अपने क्षेत्र में रहने और सभी संबंधित एजेंसियों के साथ समन्वय करने का निर्देश दिया है ताकि वे बदलती स्थिति से अपडेट रहें।
सैन्य प्रतिष्ठानों के आसपास नो ड्रोन जोन
सेना ने अपने तमाम प्रतिष्ठानों के आसपास नो ड्रोन जोन घोषित कर दिया है। किसी भी तरह के ड्रोन के देखते ही उसे मार गिराया जाएगा। साथ ही कार्रवाई भी होगी। खासकर सीमावर्ती इलाकों में स्थापित सैन्य यूनिट, कैंप, बटालियन के पास। सैन्य प्रतिष्ठानों के बाहर भी सेना के बख्तरबंद वाहन तैनात किए गए हैं। सूत्रों का ये भी कहना है कि सैन्य और सुरक्षा प्रतिष्ठानों के नजदीक रहने वाले लोग सुरक्षित स्थानों की तरफ चले गए हैं। ताकि किसी भी तरह की कार्रवाई के चलते वे नुकसान से बच सकें।
संवेदनशील स्थलों के बाहर एसओजी की तैनाती
जम्मू के एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड, नागरिक सचिवालय, पुलिस मुख्यालय समेत कई संवेदनशील रूथलों के बाहर पुलिस के स्पेशल आपरेशन ग्रुप को तैनात किया गया है। इसके अलावा तमाम सुरक्षा प्रतिष्ठानों पर रात के समय बिजली बंद रखने के लिए कहा गया है।
सेना पूरी तरह सतर्क
केंद्रीय स्तर पर समय समय के साथ जरूरी हिदायतें दी जा रही हैं। जिसे आम लोगों के साथ भी साझा किया जा रहा है। किसी भी तरह की कार्रवाई की स्थिति में सुरक्षा के बंदोबस्त किए गए हैं। सुरक्षा तैयारियों को हम सार्वजनिक नहीं कर सकते। लेकिन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए सेना सक्षम है।
-सुनील बरतल, प्रवक्ता, भारतीय सेना जम्मू
हर तरह की स्थिति से निपटने की तैयारी
तमाम जगहों पर पुलिस अधिकारी निजी तौर पर निगरानी कर रहे हैं। वे स्थानीय प्रशासन, गणमान्य लोगों के संपर्क में हैं। किसी भी आपात स्थिति के लिए पुलिस कंट्रोल रूम सक्रिय हैं। यहां एसएसपी रैंक के अफसर मौजूद हैं। किसी भी स्थिति में तत्काल सहायता के लिए पुलिस और प्रशासन के वाहन मौजूद हैं।
-शिव कुमार, डीआईजी जम्मू