{"_id":"680ddf8eba0d12db44050235","slug":"minister-irfan-ansari-will-give-four-month-salary-to-the-families-of-tourists-killed-in-the-terrorist-attack-2025-04-27","type":"story","status":"publish","title_hn":"Pahalgam Attack: ‘आतंकी हमले में शहीदों के परिवारों को चार महीने का वेतन सौंपगे’ मंत्री इरफान अंसारी का फैसला","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Pahalgam Attack: ‘आतंकी हमले में शहीदों के परिवारों को चार महीने का वेतन सौंपगे’ मंत्री इरफान अंसारी का फैसला
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, रांची
Published by: प्रिया वर्मा
Updated Sun, 27 Apr 2025 01:11 PM IST
सार
पहलगाम हमले को लेकर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने पर्यटकों के परिवारों के लिए अपना चार महीने का वेतन देने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि यह दुख की घड़ी है और इस समय हमें एकजुट होकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना होगा।
विज्ञापन
झारखंड
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों के परिवारों के लिए अब झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी आगे आ चुके हैं। उन्होंने संवेदनशीलता दिखाते हुए यह घोषणा की है कि शहीदों के परिवारों को वे अपना चार महीने का वेतन सौंपेंगे।
Trending Videos
कश्मीर में हुए आतंकी हमले से देश स्तब्ध है और लोग हमले में मारे गए शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। तमाम राजनीतिक दलों द्वारा आक्रोश मार्च और विरोध प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी द्वारा की गई यह घोषणा चर्चा का विषय बन गई है। मंत्री ने इंसानियत के नाते यह कदम उठाया है और कहा कि वह शहीदों के परिवारों के साथ हैं। उन्होंने यह भी कहा कि वे शहीदों के परिवारों को अपना चार महीने का वेतन सौंपेंगे।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें: आतंकी हमले का लिंक धनबाद तक पहुंचा: वासेपुर में ATS ने की छापेमारी, चार लोगों को लिया हिरासत में
अंसारी ने कहा कि यह दुख की घड़ी है और इस समय हमें एकजुट होकर पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देना होगा। राजनीति से ऊपर उठकर केंद्र सरकार को अब पाकिस्तान के खिलाफ ठोस कदम उठाने होंगे। केंद्र सरकार और खुफिया तंत्र पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि खूबसूरत कश्मीर में जो भयावह स्थिति उत्पन्न हुई, उसमें केंद्र सरकार और खुफिया तंत्रों की नाकामी उजागर हुई। भारतीय नागरिक अपने परिवार के साथ कश्मीर पहुंचे थे लेकिन सुरक्षा की कमी के कारण उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ी। अगर वहां सेना मौजूद होती, तो यह घटना नहीं होती।