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झारखंड: सिमडेगा में भाजपा कार्यकर्ता की हत्या मामले में तीन और गिरफ्तार, मास्टरमाइंड समेत 12 चढ़े पुलिस के हत्थे
पीटीआई, सिमडेगा
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 16 Jan 2022 01:09 AM IST
सार
झारखंड के सिमडेगा जिले में कोलेबिरा थानाक्षेत्र के बेसराजरा गांव में गत चार जनवरी को उन्मादी भीड़ के द्वारा भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को जिंदा जलाकर मारने की घटना में शामिल कथित मास्टरमाइंड ग्राम प्रधान सुबन बूढ़ को पुलिस ने नौ जनवरी को गिरफ्तार किया था।
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भाजपा कार्यकर्ता हत्या मामले में अब तक 12 आरोपी गिरफ्तार।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
झारखंड के सिमडेगा जिले में कोलेबिरा थानाक्षेत्र के बेसराजारा में भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को पीट-पीटकर अधमरा करने के बाद जिंदा जलाकर मार देने के मामले में पुलिस ने तीन और आरोपियों को गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस ने 13 नामजद आरोपियों में से अबतक 12 को गिरफ्तार कर लिया है।
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पुलिस सूत्रों ने बताया कि भीड़ द्वारा चार जनवरी को की गई इस नृशंस हत्या के मामले में शुक्रवार को तीन और नामजद आरोपियों नेलसन बूढ़, जीलन लुगुन एवं उदय समद को गिरफ्तार किया गया जिन्हें मिलाकर इस मामले में अब तक ग्राम प्रधान समेत कुल 12 नामजद आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इस नृशंस कांड में कुल 13 नामजद आरोपित थे जिनमें से मनसिद्ध बूढ़ को छोड़ सभी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
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पुलिस को मिली सूचना के अनुसार मनसिद्ध बूढ़ जिले के बाहर फरार हो गया है, लेकिन पुलिस उसे भी गिरफ्तार करने के लिए छापेमारी कर रही है। कोलेबिरा थानाक्षेत्र के बेसराजरा गांव में गत चार जनवरी को उन्मादी भीड़ के द्वारा भाजपा कार्यकर्ता संजू प्रधान को जिंदा जलाकर मारने की घटना में शामिल कथित मास्टरमाइंड ग्राम प्रधान सुबन बूढ़ को पुलिस ने नौ जनवरी को गिरफ्तार किया था।
बेसराजरा में उन्मादी भीड़ द्वारा की गई हिंसा से पूर्व ग्राम प्रधान सुबन ने लोगों के साथ बैठक की थी । संजू के परिजनों के मुताबिक, सुबन ने ही उसे घर से बाहर बुलाकर सबसे पहले पीटना शुरू किया था। इसके बाद ही उग्र भीड़ ने पत्थरों तथा लाठी डंडे से पीटकर उसे अधमरा कर दिया था और फिर क्रूरता की सभी हदें पार करते हुए उसे जिंदा जला दिया। लोगों का कहना है कि पेड़ों की अवैध कटाई एवं तस्करी, जो स्थानीय आदिवासी परंपराओं के खिलाफ है, के कारण क्षेत्र के लोगों में आक्रोश था। इसलिए उन्होंने इस घटना को अंजाम दिया।
पुलिस ने आरोपियों पर हत्या, मारपीट, दंगा-फसाद आदि से जुड़ी आपराधिक धाराओं में प्राथमिकी दर्ज की है। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद से ही आरोपी पुलिस से बचने के लिए फरार चल रहे थे। पुलिस ने घटना को लेकर 13 नामजद समेत कुल 25 लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
संजू प्रधान की पत्नी ने आरोप लगाया है कि जब उन्मादी भीड़ ने संजू को घेर कर पत्थरों एवं लाठियों से मारा तो वह वहां मौजूद पुलिस अधिकारियों से लगातार उसे बचाने के लिए गिड़गिड़ाती रही, लेकिन किसी पुलिसकर्मी ने उसकी कोई मदद नहीं की।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सिमडेगा के अधिकारियों से मामले की जांच करने और उन्हें सूचित करने के लिए कहा जबकि भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दीपक प्रकाश, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा और पूर्व मुख्यमंत्री रघुबर दास सहित कई भाजपा नेताओं ने इस घटना की निंदा की और आरोप लगाया कि राज्य में अराजकता व्याप्त है। इस मामले की सीबीआई से जांच की मांग करने के लिए संजू की पत्नी एवं अन्य परिजन हाल में राज्यपाल रमेश बैस से भी मिले थे।