Yoga Tips: थकान और सुस्ती को कहिए अलविदा, 30 की उम्र के बाद तो जरूर अपनाएं ये सुबह वाला योग रूटीन
Morning Yoga Routine: सुबह योग से स्ट्रेस हार्मोन संतुलित रहते हैं और ब्लड सर्कुलेशन व डाइजेशन बेहतर होता है। साथ ही काम में फोकस, मूड और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है। रात की थकान और सूजन से राहत भी मिलती है।
विस्तार
सुबह की शुरुआत कैसी हो, यही तय करता है दिन की रफ़्तार कैसी चलेगी। थोड़ी सी स्ट्रेचिंग, कुछ गहरी सांसें और शरीर-मन से की गई बातचीत, यही है सुबह का योग। आजकल की व्यस्त जीवनशैली में काम, परिवार, यात्रा और स्क्रीन टाइम के चक्कर में खुद को हम समय नहीं दे पाते हैं। लेकिन अगर सुबह के बस 10 मिनट खुद को दे सकें तो पूरा दिन फोकस और उर्जावान रहेंगे। यहां आपके लिए है एक 10-मिनट मॉर्निंग योग रूटीन दी जा रही है जो सरल, विज्ञान आधारित और हर उम्र के लिए सुरक्षित है। चाहे आप शुरुआत कर रहे हों या योग के पुराने साधक हों, यह रूटीन आपके दिन में ऊर्जा भर देगा।
सुबह योग करने से मेटाबॉलिज्म तेज रहता है। स्ट्रेस हार्मोन संतुलित रहते हैं और ब्लड सर्कुलेशन व डाइजेशन बेहतर होता है। साथ ही काम में फोकस, मूड और उत्पादकता बढ़ाने में मदद मिलती है। रात की थकान और सूजन से राहत भी मिलती है। सुबह का योग शरीर से पहले मन को तैयार करता है क्योंकि जीत दिन की नहीं, मन की होती है।
सिर्फ 10 मिनट का माॅर्निग योग रूटीन
स्टेप 1- सबसे पहले एक मिनट तक गहरी सांस लें और तनाव को रिलीज करें। ऐसा करने से नर्वस सिस्टम शांत और मस्तिष्क में आक्सीजन का प्रवाह बढ़ता है।
स्टेप 2- अब मार्जरी आसन का अभ्यास करें। दो मिनट इस योग के अभ्यास से पीठ और स्पाइन में लचीलापन आता है। दफ्तर में होने वाले गर्दन के दर्द से राहत मिलती है।
स्टेप 3- दो मिनट सूर्य नमस्कार को दें। दो राउंड सूर्य नमस्कार के अभ्यास से पूरे दिन शरीर ऊर्जावान रहता है। यह शरीर का वार्म अप एक्सरसाइज है।
स्टेप 4- उसके बाद वीरभद्रासन का अभ्यास करें। दो मिनट इस आसन को करने से पैर मजबूत होते हैं, स्टेमिना बढ़ती है और शरीर संतुलित रहता है।
स्टेप 5- फिर वृक्षासन का अभ्यास करें। ये शरीर को बैलेंस, मन को फोकस्ड और एकाग्रता में सुधार लाता है।
स्टेप 6- अपने 10 मिनट के योग रूटीन का एक आखरी मिनट शवासन योग के अभ्यास को दें। इसमें 10 बार गहरी सांसें लें। ऐसा करने से रिलैक्स महसूस होता है और मानसिक शांति मिलती है।
ध्यान दें कि आसन धीरे धीरे करें और इस दौरान सांसे गहरी हों। सुबह खाली पेट अभ्यास से ज्यादा लाभ मिलता है।
इस रूटीन को अपनाने से पहले सावधानियां
- किसी मेडिकल समस्या में डॉक्टर की सलाह जरूर लें।
- स्ट्रेच करते समय शरीर को मजबूर न करें।
- दर्द या स्ट्रेच के अंतर को पहचान कर अभ्यास करें।
- कपड़े आरामदायक पहनें। जगह खुली और शांत चुनें।