सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   Amethi: 36 girl students deprived of exam due to arbitrariness of paramedical institute

थाने में धरने पर बैठी छात्राएं: पैरामेडिकल संस्थान की मनमानी से परीक्षा से हुईं वंचित, पुलिस पर मिलीभगत आरोप

अमर उजाला नेटवर्क, अमेठी Published by: ishwar ashish Updated Sun, 14 Sep 2025 06:42 PM IST
विज्ञापन
सार

अमेठी में पैरामेडिकल संस्थान की मनमानी से 36 छात्राएं परीक्षा से वंचित रह गईं। उन्होंने संस्थान पर मनमानी का आरोप लगाया है। बताया कि उनसे पहले दो लाख रुपये फीस ली गई फिर परीक्षा दिलाने के नाम पर भी भारी वसूली की गई।

Amethi: 36 girl students deprived of exam due to arbitrariness of paramedical institute
धरने पर बैठी छात्राएं। - फोटो : amar ujala
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

अमेठी शहर स्थित एक निजी पैरामेडिकल कॉलेज की लापरवाही ने 36 छात्राओं की शिक्षा और करियर पर ग्रहण लगा दिया है। दो वर्षीय एएनएम पाठ्यक्रम के अंतिम चरण की परीक्षा से पूर्व छात्राओं को एडमिट कार्ड नहीं सौंपे गए, जिससे उनका परीक्षा में शामिल होना असंभव हो गया। नाराज छात्राएं अभिभावकों के साथ कोतवाली पहुंचीं और धरने पर बैठ गईं।

loader
Trending Videos


पूजा त्रिपाठी, अंजली, सलोनी, प्राची, सत्य भारती, रुचि, कोमल, एकता, नेहा यादव, सीमा, अंजू, कविता, प्रीति कोरी, साक्षी, सुधा सिंह, शालिनी, लक्ष्मी, तान्या, प्रिया मोदनवाल और कोमल प्रिया सहित अन्य छात्राओं का कहना है कि संस्थान ने दो-दो लाख रुपये की वसूली के बावजूद दर्जनों का पंजीकरण तक नहीं कराया। जिनका पंजीकरण हुआ भी, उन्हें परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए अलग से भारी रकम मांगी गई। कुछ को बरेली में परीक्षा केंद्र आवंटित किया गया, जहां अतिरिक्त 40-40 हजार रुपये देने के लिए बाध्य किया गया। 
विज्ञापन
विज्ञापन


ये भी पढ़ें - 'भाजपा सरकार में पीडीए का हो रहा अपमान...', अखिलेश बोले- पीडीए के कारण नेपाल में लगी आग; हो गया तख्तापलट

ये भी पढ़ें - बाबा टीकाराम तीर्थ का होगा पर्यटन विकास, सीएम योगी से मिलकर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष ने की मांग


संस्थान के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान छात्राओं ने बताया कि यह कॉलेज असल में वर्षों से कोचिंग सेंटर के रूप में चल रहा है। नामांकन लेकर छात्रों को जौनपुर, नोएडा या बरेली स्थित कॉलेजों में भेजा जाता है। पूरी फीस देने के बावजूद जब परीक्षा में बैठने से रोका गया, तब सभी छात्राएं व परिजन आक्रोशित हो उठे। कोतवाली पहुंची भीड़ ने संचालक प्रिंस आजम खां के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। पुलिस पर आरोप लगाया गया कि वह संचालक से मिली हुई है। 

अभिभावकों ने कहा कि संचालक को थाने बुलाया गया था लेकिन उसने अस्वस्थ होने का बहाना बनाकर खुद को सीएचसी भिजवा लिया और वहां से चुपचाप निकल गया। एसडीएम आशीष सिंह, एएसपी शैलेंद्र सिंह और सीओ मनोज कुमार मिश्र ने मौके पर पहुंचकर स्थिति संभालने की कोशिश की। अधिकारियों ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। सीओ ने बताया कि मामले में केस दर्ज किया गया है। एक आरोपी हिरासत में है और पूछताछ जारी है। मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी की प्रयास किया जा रहा है।

लोन और उधार में फंसे परिजन, भविष्य अधर में

छात्राओं के परिवारों ने बताया कि बेटियों की पढ़ाई के लिए उन्होंने हर संभव प्रयास से धन जुटाया। किसी ने लोन लिया, किसी ने जेवर गिरवी रखे। अब परीक्षा में रोक लगने से सभी परिवार खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

प्रशासनिक उदासीनता से पनपता रहा फर्जीवाड़ा
स्थानीय निवासियों का कहना है कि संस्थान वर्षों से कोचिंग सेंटर की तरह चल रहा था लेकिन किसी भी जिम्मेदार अधिकारी ने स्थिति की जांच नहीं की। अब जब मामला सामने आया तो पूरे तंत्र की भूमिका पर सवाल उठने लगे हैं।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed