सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   Eight bills placed in Legislative Council including Education Service Selection Commission

विधान परिषद: 14 लाख शिक्षकों को मिलेगा कैशलेस चिकित्सा का लाभ, शिक्षा सेवा चयन आयोग समेत रखे गए आठ विधेयक

अमर उजाला ब्यूरो, लखनऊ Published by: भूपेन्द्र सिंह Updated Sat, 20 Dec 2025 01:56 PM IST
सार

विधान परिषद में शिक्षा सेवा चयन आयोग समेत आठ विधेयक रखे गए। 14 लाख शिक्षकों को  कैशलेस चिकित्सा का लाभ मिलेगा। आगे पढ़ें पूरी खबर...

विज्ञापन
Eight bills placed in Legislative Council including Education Service Selection Commission
यूपी विधान परिषद भवन। (सांकेतिक) - फोटो : अमर उजाला।
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

राजधानी लखनऊ में विधान परिषद के शीतकालीन सत्र में भोजनावकाश के बाद आठ विधेयक रखे गए। परिषद के प्रमुख राजेश कुमार ने उप्र पेंशन की हकदारी व विधिमान्यकरण अध्यादेश, उप्र निजी विश्वविद्यालय तृतीय, चतुर्थ व पंचम संशोधन अध्यादेश, उप्र शिक्षा सेवा चयन आयोग (संशोधन) अध्यादेश, सुगम्य व्यापार (प्रावधानों का संशोधन) अध्यादेश, उप्र नगर निगम (संशोधन) अध्यादेश को पटल पर रखा। इसके बाद नियम 105 के अंतर्गत दी गई सूचनाओं के उत्तर पटल पर रखने के साथ ही याचिकाओं को याचिका समिति को संदर्भित किया गया। इसके साथ ही अधिष्ठाता डॉ. महेंद्र कुमार सिंह ने सदन सोमवार सुबह 11 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया।

Trending Videos

14 लाख शिक्षकों को मिलेगा कैशलेस चिकित्सा का लाभ

शिक्षक दल के नेता ध्रुव कुमार त्रिपाठी ने वित्तविहीन माध्यमिक विद्यालय के शिक्षकों को समान कार्य के लिए समान वेतन देने का मुद्दा उठाया। इस पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि यहां के शिक्षकों को प्रबंध तंत्र अपने स्रोत से वेतन व अन्य सुविधाएं देगा। 

विज्ञापन
विज्ञापन


उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री ने शिक्षक दिवस पर शिक्षकों को कैशलेस चिकित्सा सुविधा दिए जाने की घोषणा की है। इसके तहत बेसिक में लगभग 10.92 लाख को कैशलेस चिकित्सा सुविधा का लाभ दिया जाएगा। इस पर लगभग 350 करोड़ का खर्च आएगा। वहीं माध्यमिक में लगभग तीन लाख को इसका लाभ मिलेगा और इस पर 90 करोड़ खर्च आएगा।

नलकूपों के संचालन पर हुई नोकझोंक

विधान परिषद में सिद्धार्थनगर में नलकूपों के संचालन के मुद्दे पर जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह ने जवाब दिया। इससे असंतुष्ट एमएलसी ध्रुव त्रिपाठी ने नलकूपों के संचालन की जांच करने का मुद्दा उठाया। इस पर जल शक्ति मंत्री नाराज हुए उन्होंने तथ्यात्मक बात करने को कहा। इसे लेकर दोनों के बीच नोकझोंक हुई। जलशक्ति मंत्री ने कहा कि आप कोई 5 खराब नलकूपों के नाम बताएं नहीं तो इस मुद्दे पर आप इस्तीफा देंगे या मैं। हालांकि अधिष्ठाता डॉ. महेंद्र कुमार सिंह व अन्य ने मामला शांत कराया।


विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed