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Lucknow: एपीके फाइल डाउनलोड कराकर 16.63 लाख ठगे, जालसाजों ने इस तरह हासिल किया फोन का एक्सेस
अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Wed, 29 Oct 2025 04:42 PM IST
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सार
जालसाजों ने वाट्सएप पर फाइल डाउनलोड करवाकर दो लोगों से 16 लाख 33 हजार रुपये से अधिक की ठगी कर ली। जानें, वो कौन सी सावधानियां हैं जिससे आप अपने साथ होने वाले फ्रॉड से बच सकते हैं।
प्रतीकात्मक तस्वीर।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
साइबर जालसाजों ने दो लोगों के मोबाइल में एंड्रॉयड पैकेज किट (एपीके) फाइल डाउनलोड कराकर 16.63 लाख रुपये ठग लिए। पीड़ितों ने पारा व बीबीडी थाने में केस दर्ज कराया है।
पहली घटना: पारा के चंद्रोदयनगर निवासी धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक 25 अक्तूबर को उनके पास गाड़ी गाड़ी के चालान का मेसेज आया। मेसेज में एपीके फाइल का लिंक दिया था। उन्होंने जैसे ही उसे खोला उनका मोबाइल फोन जालसाजों ने हैक कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने उनके मोबाइल फोन का एक्सेस हासिल कर उनके यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के दो खाते से कई बारे में 13.12 लाख रुपये निकाल लिए। रुपये कटने का मेसेज आने पर उन्हें ठगी का पता चला। इंस्पेक्टर पारा सुरेश सिंह ने बताया कि इस मामले में साइबर क्राइम सेल की मदद लेकर जांच की जा रही है।
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दूसरी घटना : बीबीडी के अनौरा कला स्थित तिरुपति होम में रहने वाले हंसराज प्रसाद गुप्ता के मुताबिक 15 अक्तूबर को उनके पास एक अनजान नंबर से व्हाट्सएप कॉल आई। फोनकर्ता ने खुद को बैंक कर्मी बताते हुए क्रेडिट कार्ड केवाईसी के लिए कहा। आरोपियों ने उनसे क्रेडिट कार्ड को मोबाइल फोन पर स्कैन करने के लिए कहा। इसके बाद एपीके फाइल का लिंक दिया। फाइल डाउनलोड करते ही उनका मोबाइल हैक हो गया।
इसके बाद जालसाजों ने उनके अलग-अलग क्रेडिट कार्ड से कई बार में 35.1986 रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया। इंस्पेक्टर बीबीडी राम सिंह ने बताया कि जांच में साइबर क्राइम सेल की मदद ली जा रही है।
ठगी का शिकार होने से ऐसे बचें
व्हाट्सएप के जरिये आई किसी भी एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
जालसाज अक्सर शादी का कार्ड, ट्रैफिक पुलिस के चालान की एपीके फाइल भेज मोबाइल हैक कर लेते हैं।
भेजी गई फाइल APK, PIF, VBS हो तो उसे कतई न खोलें।
व्हॉट्सएप की सेटिंग्स पर जाएं, फिर स्टोरेज और डाटा चुनें। अब मीडिया ऑटो डाउनलोड सेक्शन में जाएं और अपनी जरूरत के अनुसार फोटो, वीडियो, वॉयस और डॉक्यूमेंट के डाउनलोड के ऑप्शन को बंद कर दें। इससे कोई भी फाइल बिना आपकी अनुमति के डाउनलोड नहीं होगी।
यहां करें शिकायत
- साइबर क्राइम सेल हजरतगंज थाने और साइबर थाना विभूतिखंड में शिकायत करें।
- टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
- www.cybercrime.gov.in (केंद्र सरकार द्वारा जारी वेबसाइट)
- स्थानीय थाने पर भी शिकायत कर सकते हैं।
पहली घटना: पारा के चंद्रोदयनगर निवासी धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक 25 अक्तूबर को उनके पास गाड़ी गाड़ी के चालान का मेसेज आया। मेसेज में एपीके फाइल का लिंक दिया था। उन्होंने जैसे ही उसे खोला उनका मोबाइल फोन जालसाजों ने हैक कर लिया। इसके बाद आरोपियों ने उनके मोबाइल फोन का एक्सेस हासिल कर उनके यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के दो खाते से कई बारे में 13.12 लाख रुपये निकाल लिए। रुपये कटने का मेसेज आने पर उन्हें ठगी का पता चला। इंस्पेक्टर पारा सुरेश सिंह ने बताया कि इस मामले में साइबर क्राइम सेल की मदद लेकर जांच की जा रही है।
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इसके बाद जालसाजों ने उनके अलग-अलग क्रेडिट कार्ड से कई बार में 35.1986 रुपये का ट्रांजेक्शन कर लिया। इंस्पेक्टर बीबीडी राम सिंह ने बताया कि जांच में साइबर क्राइम सेल की मदद ली जा रही है।
ठगी का शिकार होने से ऐसे बचें
व्हाट्सएप के जरिये आई किसी भी एपीके फाइल को डाउनलोड न करें।
जालसाज अक्सर शादी का कार्ड, ट्रैफिक पुलिस के चालान की एपीके फाइल भेज मोबाइल हैक कर लेते हैं।
भेजी गई फाइल APK, PIF, VBS हो तो उसे कतई न खोलें।
व्हॉट्सएप की सेटिंग्स पर जाएं, फिर स्टोरेज और डाटा चुनें। अब मीडिया ऑटो डाउनलोड सेक्शन में जाएं और अपनी जरूरत के अनुसार फोटो, वीडियो, वॉयस और डॉक्यूमेंट के डाउनलोड के ऑप्शन को बंद कर दें। इससे कोई भी फाइल बिना आपकी अनुमति के डाउनलोड नहीं होगी।
यहां करें शिकायत
- साइबर क्राइम सेल हजरतगंज थाने और साइबर थाना विभूतिखंड में शिकायत करें।
- टोल फ्री नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
- www.cybercrime.gov.in (केंद्र सरकार द्वारा जारी वेबसाइट)
- स्थानीय थाने पर भी शिकायत कर सकते हैं।