Lucknow : संविदा बिजली कर्मियों का प्रदर्शन, एक मोबाइल से तीन के फेस अटेंडेंस; जानें मामला...
लखनऊ में संविदा बिजली कर्मियों ने वेतन कटौती के विरोध में प्रदर्शन किया। कर्मचारियों पर मोबाइल से फेस अटेंडेंस लगाने का दबाव बनाया गया, जबकि कई के पास एंड्रॉयड फोन नहीं थे। फेस अटेंडेंस न लगाने पर उनका वेतन रोक दिया गया। इससे कर्मचारियों के परिवार आर्थिक संकट से गुजर रहे हैं।
विस्तार
राजधानी के कार्यालयों एवं उपकेंद्रों पर काम करने वाले संविदा बिजली कर्मियों ने वेतन कटौती के विरोध में राजाजीपुरम के पाल तिराहा उपकेंद्र पर प्रदर्शन किया। इन प्रदर्शनकारियों ने वेतन भुगतान की मांग को लेकर नारेबाजी की।
संविदा कर्मियों के मुताबिक पावर कॉरपोरेशन प्रबंधन द्वारा क्षेत्रीय कार्यालयों में कार्यरत कर्मचारियों का बायोमेट्रिक उपस्थित लगाने के लिए बायोमेट्रिक सिस्टम स्थापित करने का आदेश जारी किया था किंतु। मगर, मध्यांचल निगम प्रबंधन ने एक भी क्षेत्रीय कार्यालयों में बायोमेट्रिक सिस्टम स्थापित करने के स्थान पर कर्मचारियों के स्वयं के मोबाइल से फेस अटेंडेंस लगाने का दबाव बनाया गया।
एक मोबाइल से तीन कर्मचारियों के फेस अटेंडेंस
शुरुआती दौर में पावर कार्पोरेशन प्रबंधन द्वारा एक मोबाइल से तीन कर्मचारियों के फेस अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था की गई थी । इससे जिन कर्मचारियों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं था वह कर्मचारी अपने साथी कर्मचारियों के मोबाइल से फेस अटेंडेंस लगाने लगे। लेकिन, एक जून 2025 से एक मोबाइल से 3 कर्मचारियों के स्थान पर एक कर्मचारी का फेस अटेंडेंस लगाने की व्यवस्था शुरू कर दी गई थी।
जिन कर्मचारियों के पास एंड्रॉयड मोबाइल नहीं था उन कर्मचारियों द्वारा फेस अटेंडेंस के स्थान पर पूर्व कि भांति उपस्थिति रजिस्टर में अपनी उपस्थिति दर्ज करना जारी रखा गया, मगर मध्यांचल प्रबन्धन द्वारा ऐसे कर्मचारियों का वेतन रोक दिया गया।
हालांकि खंडीय कार्यालयों द्वारा प्रति माह उपस्थिति सत्यापित कर मध्यांचल डिस्काम को भेजा जाता रहा किन्तु पावर कॉरपोरेशन प्रबन्धन द्वारा फेस अटेंडेंस न लगाने वाले कर्मचारियों के वेतन का भुगतान नहीं किया गया। वेतन कटौती से संविदा कर्मचारियों के परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहे हैं।