सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Uttar Pradesh ›   Lucknow News ›   Lucknow News Fake Currency Smugglers Escape Nepal Jails Linked to Pakistan

UP: नेपाली जेलों से फरार जाली नोटों के तस्करों ने बढ़ाई चिंता, 105 कैदी पाकिस्तान से जुड़े; दाऊद का करीबी भी

अभिषेक राज, अमर उजाला, लखनऊ Published by: शाहरुख खान Updated Tue, 16 Sep 2025 03:57 PM IST
विज्ञापन
सार

नेपाली जेलों से फरार जाली नोटों के तस्करों ने चिंता बढ़ा दी है। 105 कैदी पाकिस्तान से जुड़े हैं। ये तस्कर आईएसआई की मदद से जाली नोट भारत में सप्लाई करते थे। दाऊद के करीबी नसीम बादशाह पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर है।

Lucknow News Fake Currency Smugglers Escape Nepal Jails Linked to Pakistan
नेपाल के हाल - फोटो : PTI
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

नेपाल में जेन-जी आंदोलन और आगजनी के बीच जेलों से फरार कैदियों में बड़ी संख्या जाली नोटों के तस्करों की भी है। इनमें 105 कैदियों का सीधे जुड़ाव पाकिस्तान से है, जो आईएसआई की मदद से जाली नोट भारत में सप्लाई करते थे। इनका मजबूत नेटवर्क उत्तराखंड से लेकर पश्चिम बंगाल तक है।
loader
Trending Videos


भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने बड़ी मुश्किल से नेपाल से सामंजस्य स्थापित कर सभी को गिरफ्तार कराया था, जिसके बाद जाली नोटों के मामलों में कमी आई थी। नेपाल के ताजा घटनाक्रम के बीच जाली नोटों के बड़े तस्कर अब जेल से बाहर हैं। 
विज्ञापन
विज्ञापन


ऐसे में आशंका है कि नेपाल की अस्थिरता का फायदा उठाकर वे अपने पुराने नेटवर्क को सक्रिय कर फिर भारतीय अर्थव्यवस्था को नुकसान पहुंचा सकते हैं। इसे लेकर भारतीय सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं।

नेपाल बॉर्डर पर चौकसी बढ़ाई गई है। नेपाल सीमा पर काम कर चुके पूर्व आईबी अधिकारी संतोष सिंह बताते हैं कि एसएसबी की मदद से अभी तक 75 कैदियों को पकड़कर नेपाल को सौंपा गया है, लेकिन इनमें जाली नोटों का बड़ा तस्कर और दाऊद इब्राहिम का करीबी नसीम बादशाह हाथ नहीं आ सका है। 

 

अभी वह नेपाल के ही अलिगढ़वा में छिपा है। इसी प्रकार आईएसआई के अहम सहयोगी यूनुस अंसारी के नेटवर्क से जुड़े आरिफ, नुरूल, लाल मोहम्मद पकड़ में नहीं आ सके हैं। ये सभी भारत के साथ ही नेपाली जाली नोटों की तस्करी से भी जुड़े हैं।

यूनुस अंसारी के नेटवर्क के भी कई शातिर जेल तोड़कर भागे
नसीम बादशाह : नेपाल के कपिलवस्तु जिले के तौलिहवा जेल में सात से अधिक हत्या के मामले में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। बहराइच से लेकर बलरामपुर, गोंडा सिद्धार्थनगर और सीमावर्ती महराजगंज जिले में भी कई वारदातों को अंजाम दे चुका है। नेपाल के साथ ही नसीम का भारत में भी मजबूत नेटवर्क है।

यूनुस अंसारी
भारतीय जाली नोटों के कारोबार का सरगना यूनुस अंसारी नेपाल के पूर्व मंत्री सलीम अंसारी का पुत्र है। यूनुस अंसारी लंबे समय से अंडरवर्ल्ड डॉन दाऊद इब्राहिम का करीबी रहा। वह दाऊद इब्राहिम और पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर भारत में नकली नोटों के नेटवर्क को संचालित करता है। यूनुस अंसारी को पहली बार 28 दिसंबर 2009 को 25 लाख की जाली भारतीय करेंसी के साथ गिरफ्तार किया गया था।

इन तस्करों पर भी रहेगी कड़ी नजर
गौगात बहादुर सिंह, चंदन बोहरा, दिलीप कार्की, संदीप कोरंगा सिंह, अमित यादव, जगदीप मिश्रा, संतोष और सालार।

 

फरार अपराधियों की जानकारी जुटा रहे हैं। किसी को भी भारतीय बॉर्डर पार नहीं करने दिया जाएगा। -अमित पाठक, आईजी देवीपाटन

कहां से कितने कैदी भागे
जेल                 भागे कैदी
नक्कखू            1,400
सुंधारा जेल             3,300
बांके                        436
कास्की                  773
जुमला                   36
कैलाली                  692
डिल्ली बाजार      1100
चितवन                   700
सुनसरी झुमका      1575
कंचनपुर                 450
जलेश्वर                 575
दांग              124
सोलुखुंबू               86
गौर               260
बझांग                   65
कपिलवस्तु               300
(स्रोत : नेपाल गृह मंत्रालय।)
विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed