संभल कर बेचिए और खरीदिए अब मोबाइल का सिम
कई बार आप ऐसा सिम लेते हैं जो पहले से ही एक्टिवेटेड होता है। फोन तुरंत शुरु हो जाने के स्वार्थ में हम वह सिम थोड़े अधिक पैसे चुकाकर भी ले लेते हैं। लेकिन अब ऐसा नहीं होगा। प्री-एक्टिवेटेड सिम अब आपको नहीं मिल सकेंगे।
बाजार में खुलेआम प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड बिकने पर एएसपी क्राइम ज्ञान प्रकाश चतुर्वेदी ने टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधियों के साथ बुधवार को हुई बैठक में उन्हें कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी और कहा कि खुले सिम बेचने वाले गिरफ्तार होंगे।
उन्होंने पूछा कि प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड की बिक्री रोकने के लिए अब तक क्या कदम उठाए गए और कितने डिस्ट्रीब्यूटरों का लाइसेंस निरस्त किया गया?
एएसपी क्राइम ने अपराधियों के मोबाइल की कॉल डिटेल विलंब से मिलने पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि कंपनियां जब तक कॉल डिटेल उपलब्ध कराती हैं, अपराधी या आरोपी पुलिस पकड़ से दूर जा चुके होते हैं।
पुलिस को होती है परेशानी
टेलीकॉम कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि अगर किसी नंबर की डिटेल मांगनी है तो संबंधित पुलिसकर्मी अपने सीयूजी नंबर से फोन करें जिससे उनकी पहचान करने में आसानी रहे।
प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड की खुलेआम बिक्री पर एएसपी ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि इसी वजह से अपराधी बेखौफ हो वारदातें कर रहे हैं। कंपनियों के प्रतिनिधियों ने कहा कि शिकायत मिलने पर ऐसे डिस्ट्रीब्यूटर और डीलर्स के खिलाफ कार्रवाई की जाती है।
एएसपी ने साफ कहा कि अगर कंपनी की तरफ से डिस्ट्रीब्यूटर और डीलर्स पर कार्रवाई नहीं होगी तो पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी। खुले सिमकार्ड बेचने वालों पर केस दर्ज कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। इसमें संबंधित मोबाइल कंपनी के अफसरों को भी नामजद किया जाएगा।
गौरतलब है कि तत्कालीन एडीजी मुकुल गोयल ने टेलीकॉम कंपनियों को प्री-एक्टिवेटेड सिमकार्ड की बिक्री पर लगाम कसने के निर्देश दिए थे इसके बाद भी यह सिलसिला जारी है।
डीआईजी डीके चौधरी ने भी मोबाइल कंपनियों की मनमानी पर नाराजगी जताते हुए पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। इसी क्रम में एएसपी क्राइम ने विभिन्न कंपनियों के प्रतिनिधियों की बैठक बुलाकर उन्हें दिशा-निर्देश दिए।