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दुधवा राष्ट्रीय उद्यान : लखनऊ से गौरीफंटा तक बस सेवा का विस्तार, कैसरबाग से मिलेंगी बसें
अमर उजाला नेटवर्क, लखनऊ
Published by: ishwar ashish
Updated Fri, 26 Dec 2025 04:08 PM IST
सार
ठंड में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में गैंडों के शावक पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। ऐसे में पर्यटकों को यहां पहुंचाने के लिए बस सेवा का विस्तार किया गया है।
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दुधवा में गैंडे, बाघ
- फोटो : दुधवा
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विस्तार
दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में हाल ही में जन्मे एक सींग वाले गैंडे के शावक इन दिनों पर्यटकों के लिए खास आकर्षण बने हुए हैं, जिससे बच्चों सहित बड़ों में भी यहां आने को लेकर रुची काफी बढ़ती जा रही है। इसी को लेकर दुधवा नेशनल पार्क व आसपास के क्षेत्रों में प्रकृति-आधारित पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से लखनऊ के कैसरबाग बस स्टेशन से चलने वाली विशेष एसी 2x2 बस सेवा को अब दुधवा से आगे अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट स्थित गौरीफंटा तक विस्तारित कर दिया गया है।
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पहले यह बस सेवा केवल दुधवा तक सीमित थी और मुख्य रूप से नेचर व वाइल्डलाइफ प्रेमियों के लिए संचालित होती थी, लेकिन पर्यटकों के अन्य जगहों पर घूमने व बेहतर कनेक्टिविटी की जरूरत को देखते हुए इसका विस्तार किया गया। ठंड के मौसम में दुधवा राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों का प्रमुख केंद्र बना हुआ है, जहां बाघ, एक सींग वाला गैंडा, हाथी, हिरण, बारहसिंगा और तेंदुए जैसे दुर्लभ वन्यजीवों के साथ नन्हे गैंडे को देखने के लिए बड़ी संख्या में सैलानी पहुंच रहे हैं।
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नई व्यवस्था के तहत, यह बस सुबह 8 बजे कैसरबाग से रवाना होकर दोपहर 2 बजे गौरीफंटा पहुंचेगी। वापसी में बस 2:30 बजे गौरीफंटा से चलकर 3 बजे दुधवा पहुंचेगी और फिर 3:30 बजे दुधवा से लखनऊ लौटते हुए रात 9 बजे कैसरबाग पहुंचेगी। इसके साथ ही लखनऊ से दुधवा का किराया ₹487 तथा लखनऊ से गौरीफंटा तक ₹536 तय किया गया है। इस नई सेवा से दुधवा, कतर्नियाघाट और गौरीफंटा के जंगलों में आने वाले प्रकृति प्रेमियों को बेहद सुविधा मिलेगी।
पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह ने बताया कि यूपीएसआरटीसी की यह पहल उत्तर प्रदेश इको-टूरिज्म डेवलपमेंट बोर्ड की दूरदृष्टि और वन विभाग के सहयोग का परिणाम है। दुधवा, कतर्नियाघाट और गौरीफंटा का पूरा तराई क्षेत्र जैव विविधता से भरा हुआ है। बस सेवा के विस्तार से अब पर्यटक न केवल दुधवा के जंगल और दलदली इलाकों को देख पाएंगे, बल्कि दुधवा से लगभग 20 किलोमीटर आगे स्थित गौरीफंटा और उससे जुड़े प्राकृतिक इलाकों का अनुभव भी कर सकेंगे। यह प्रकृति प्रेमियों, शोधकर्ताओं और छात्रों के लिए बेहद उपयोगी साबित होगा।
दुधवा–कतर्नियाघाट: वन्यजीव प्रेमियों का पसंदीदा गंतव्य
फील्ड डॉयरेक्टर, दुधवा टाइगर रिजर्व, एच राजामोहन ने बताया कि दुधवा राष्ट्रीय उद्यान में ठंड के समय पर्यटकों के काफी आकर्षित करता है, खासकर इस समय कुछ गैंडों के शावक पर्यटकों को खूब लुभा रहे हैं। यहां के घने साल जंगल, घास के मैदान और दलदली ज़ोन इसे भारत के सबसे समृद्ध प्राकृतिक आवासों में शामिल करते हैं। कतर्नियाघाट वाइल्डलाइफ सेंचुरी- जो दुधवा रिज़र्व का ही हिस्सा है, अपनी अनोखी पारिस्थितिकी, नदियों, दलदली क्षेत्र और समृद्ध जैव विविधता के लिए प्रसिद्ध है। यहां हाथी, बाघ, तेंदुए, दुर्लभ पक्षी और अन्य जीवों को देखने का अवसर पर्यटकों के बीच अत्यधिक लोकप्रिय है।
सेवा का विवरण: कैसरबाग (लखनऊ) से दुधवा होते हुए गौरीफंटा तक संचालित होने वाली इस बस सेवा के तहत लखनऊ से प्रस्थान सुबह 08 बजे होगा और बस दोपहर 02 बजे गौरीफंटा पहुंचेगी। वापसी यात्रा गौरीफंटा से 2:30 बजे शुरू होकर 03 बजे दुधवा होते हुए लखनऊ के लिए रवाना होगी, जिसमें लखनऊ में आगमन रात 9:00 बजे होगा। इस मार्ग पर एसी 2x2 श्रेणी की बस का संचालन किया जाएगा, जिसमें लखनऊ से दुधवा का किराया ₹487 और लखनऊ से गौरीफंटा का किराया ₹536 निर्धारित किया गया है। इस बस सेवा के विस्तार से दुधवा-कतर्नियाघाट-गौरीफंटा क्षेत्र में प्रकृति पर्यटन को नई गति मिलने की उम्मीद है, जिससे अधिक से अधिक पर्यटक तराई क्षेत्र की समृद्ध और अनोखी प्राकृतिक विरासत को नजदीक से देख और समझ सकेंगे।
