यूपी: केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले बोले-पंचायत चुनाव लड़ेगी आरपीआई...भाजपा से गठबंधन की चाह; पढ़ें बयान
केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने कहा कि आरपीआई(आठवले) यूपी पंचायत चुनाव लड़ेगी। संगठन विस्तार के लिए 63 जिलों में कार्यकारिणी बनी है। 2027 में भाजपा से गठबंधन की इच्छा जताई।
विस्तार
रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया(आठवले) के राष्ट्रीय अध्यक्ष व केंद्रीय राज्यमंत्री रामदास आठवले ने सोमवार को प्रेसवार्ता में कहा कि पार्टी यूपी के पंचायत चुनाव में हाथ आजमाएगी। सभी सीटों पर पार्टी प्रत्याशी उतारेगी। इसी मकसद से 63 जिलों में कार्यकारिणी का गठन किया गया है। पांच अप्रैल 2026 को डिफेंस एक्सपो मैदान में बड़ी रैली की जाएगी। जिसमें एक लाख से अधिक कार्यकर्ता के भाग लेने का लक्ष्य रखा गया है।
उन्होंने कहा कि वह भाजपा के साथ गठबंधन कर 2027-विधानसभा चुनाव लड़ना चाहती है। चूंकि अभी आरपीआई यूपी में मजबूत नहीं है इसलिए भाजपा गठबंधन नहीं करना चाहेगी। यही वजह है कि प्रत्येक जिले में पदाधिकारियों की नियुक्ति की गई है। लोगों को पार्टी से जोड़ा जाएगा। जब पार्टी मजबूत होगी तब भाजपा के साथ उसी तरह से गठबंधन होगा जैसा कि केंद्र में है।
उन्होंने कहा कि आरपीआई ने हमेशा से ही दलित, शोषित और अल्पसंख्यक समाज की आवाज उठाई है, वही काम अब यूपी में होगा। सोमवार को प्रदेश कार्यकारिणी की समीक्षा बैठक भी की है। जिसमें आगे की रणनीति तय की। आठवले ने यूपी काननू-व्यवस्था समेत सरकार की कार्यशैली की सराहना की।
बसपा का प्रदर्शन शून्य हो गया है
रामदास आठवले ने कहा कि मायावती तीन बार भाजपा के साथ गठबंधन कर सीएम बनी और एक बार बिना गठबंधन के। इससे स्पष्ट है कि भाजपा के बिना उनकी पार्टी का प्रदर्शन लगातार गिरता रहा है। अब शून्य सा हो गया है। उन्होंने कहा कि बसपा ने दलित, शोषित और वंचितों के नाम पर वोट तो हासिल किया लेकिन उनके लिए काम नहीं किया। आरपीआई अब इन लोगों के साथ मजबूती से खड़ी होगी।
राहुल परेशान हैं...अखिलेश को अलग होना चाहिए
केंद्र सरकार की सराहना करते हुए आठवले ने कहा कि नरेंद्र मोदी तीसरी बार प्रधानमंत्री बने हैं। राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष हैं लेकिन वह असरदार साबित नहीं हो रहे हैं। चुनाव में संविधान बदलने, ईवीएम में गड़बड़ी करने और वोट चोरी करने का आरोप लगाया लेकिन जनता ने एनडीए में ही भरोसा जताया। इसमें राहुल गांधी पूरी तरह फेल हो गए। आगे उन्होंने कहा कि कांग्रेस से सपा का नुकसान ही हुआ है। इसलिए अखिलेश को कांग्रेस का साथ छोड़ देना चाहिए।
नीतीश की भावना गलत नहीं थी
बिहार सीएम द्वारा नियुक्ति पत्र वितरण के दौरान युवती का हिजाब खींचने के मामले पर आठवले ने कहा कि नीतीश वरिष्ठ नेता हैं। उनकी भावना गलत नहीं थी लेकिन उनको ऐसा नहीं करना चाहिए था। हालांकि विपक्ष इस बात को लेकर जो मुद्दा बना रहा है वह नहीं करना चाहिए। नीतीश ने मुस्लिम समाज के लिए बहुत कुछ काम किए हैं।
