{"_id":"68a7216c9816559d200f376e","slug":"bhopal-jeetu-patwari-wrote-a-letter-to-the-cm-regarding-the-irregularities-in-the-purchase-of-moong-in-sagar-2025-08-21","type":"story","status":"publish","title_hn":"Bhopal: सागर जिले में मूंग खरीदी में गड़बड़ी को लेकर जीतू पटवारी ने सीएम को लिखा पत्र, न्यायिक जांच की मांग","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Bhopal: सागर जिले में मूंग खरीदी में गड़बड़ी को लेकर जीतू पटवारी ने सीएम को लिखा पत्र, न्यायिक जांच की मांग
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: संदीप तिवारी
Updated Thu, 21 Aug 2025 07:11 PM IST
विज्ञापन
सार
सागर जिले में मूंग खरीदी में गड़बड़ी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है और न्यायिक जांच की मांग की है। पटवारी ने मामले की न्यायिक जांच करवाने की मांग की है।

पीसीसी चीफ जीतू पटवारी
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
मध्य प्रदेश के सागर जिले में मूंग खरीदी में गड़बड़ी को लेकर मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव को पत्र लिखा है और न्यायिक जांच की मांग की है। पटवारी ने मुख्यमंत्री से आग्रह किया है कि मामले की न्यायिक जांच करवाई जाए नहीं तो सड़कों पर उतरकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा।
पटवारी ने बताए आकड़े
जीतू पटवारी ने पत्र में लिखा कि सागर जिले में 47,744 हेक्टेयर में मूंग बोई गई। कुल संभावित उत्पादन 3,72,403 क्विंटल हुआ। लेकिन, मंडी और समर्थन मूल्य पर खरीदी दिखाई गई 4,26,998 क्विंटल। यानी 54,595 क्विंटल मूंग "हवा" से पैदा हो गई। पटवारी ने लिखा कि क्या भाजपा सरकार बताएगी कि यह अतिरिक्त मूंग कहां से आई? क्योंकि, सच्चाई तो यही है कि यह मूंग किसानों के खेत से नहीं, बल्कि व्यापारियों के गोदामों से आई और अधिकारियों ने 1200 से 1500 प्रति क्विंटल कमीशन लेकर उसे सरकारी खरीदी में समायोजित कर लिया।
यह भी पढ़ें-डिंडौरी कलेक्टर मारव्या के आदेश निरस्त, शिक्षकों व कर्मचारियों को राहत
पीसीसी चीफ की सीएम से मांग
1- सागर जिले के मूंग खरीदी घोटाले की न्यायिक जांच करवाई जाए !
2- घोटाले में संलिप्त खरीदी केंद्र प्रभारियों, अधिकारियों और व्यापारियों की गिरफ्तारी हो !
3- जिम्मेदार मंत्रियों और शासन के शीर्ष अधिकारियों की राजनैतिक और प्रशासनिक जवाबदेही तय की जाए !
4- इस घोटाले से किसानों हुए नुकसान की प्रतिपूर्ति मुआवजा के रूप में दी जाए।
5- समर्थन मूल्य खरीदी प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाए।
यह भी पढ़ें-फसलों के खराब होने के बाद HPM कंपनी का लाइसेंस रद्द,बिक्री-वितरण पर रोक,शिवराज के निर्देश पर कार्रवाई
सड़कों पर उतरने की चेतावनी
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी,यह मुद्दा केवल एक जिले का नहीं है। यह आपके शासन में भ्रष्टाचार के सड़ी-गली जड़ों का आईना है। अगर इस घोटाले पर पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी इसे "मोहन का मिशन, सिर्फ कमीशन" जैसे आंदोलन की शक्ल देगी और सड़कों पर उतरेगी ! आपकी सरकार को "किसान चौपाल" में जवाब देने के लिए मजबूर भी करेगी ! गेहूं, धान, सोयाबीन के समर्थन मूल्य पर खुली धोखाधड़ी के बाद मप्र के किसानों के मन में यह बात बहुत साफ हो गई है कि भाजपा सरकार किसानों की नहीं, कमीशनखोरों की सरकार बन चुकी है!

Trending Videos
पटवारी ने बताए आकड़े
जीतू पटवारी ने पत्र में लिखा कि सागर जिले में 47,744 हेक्टेयर में मूंग बोई गई। कुल संभावित उत्पादन 3,72,403 क्विंटल हुआ। लेकिन, मंडी और समर्थन मूल्य पर खरीदी दिखाई गई 4,26,998 क्विंटल। यानी 54,595 क्विंटल मूंग "हवा" से पैदा हो गई। पटवारी ने लिखा कि क्या भाजपा सरकार बताएगी कि यह अतिरिक्त मूंग कहां से आई? क्योंकि, सच्चाई तो यही है कि यह मूंग किसानों के खेत से नहीं, बल्कि व्यापारियों के गोदामों से आई और अधिकारियों ने 1200 से 1500 प्रति क्विंटल कमीशन लेकर उसे सरकारी खरीदी में समायोजित कर लिया।
विज्ञापन
विज्ञापन
यह भी पढ़ें-डिंडौरी कलेक्टर मारव्या के आदेश निरस्त, शिक्षकों व कर्मचारियों को राहत
पीसीसी चीफ की सीएम से मांग
1- सागर जिले के मूंग खरीदी घोटाले की न्यायिक जांच करवाई जाए !
2- घोटाले में संलिप्त खरीदी केंद्र प्रभारियों, अधिकारियों और व्यापारियों की गिरफ्तारी हो !
3- जिम्मेदार मंत्रियों और शासन के शीर्ष अधिकारियों की राजनैतिक और प्रशासनिक जवाबदेही तय की जाए !
4- इस घोटाले से किसानों हुए नुकसान की प्रतिपूर्ति मुआवजा के रूप में दी जाए।
5- समर्थन मूल्य खरीदी प्रणाली को पूरी तरह डिजिटल और पारदर्शी बनाया जाए।
यह भी पढ़ें-फसलों के खराब होने के बाद HPM कंपनी का लाइसेंस रद्द,बिक्री-वितरण पर रोक,शिवराज के निर्देश पर कार्रवाई
सड़कों पर उतरने की चेतावनी
पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने लिखा कि मुख्यमंत्री जी,यह मुद्दा केवल एक जिले का नहीं है। यह आपके शासन में भ्रष्टाचार के सड़ी-गली जड़ों का आईना है। अगर इस घोटाले पर पुख्ता कार्रवाई नहीं की गई तो कांग्रेस पार्टी इसे "मोहन का मिशन, सिर्फ कमीशन" जैसे आंदोलन की शक्ल देगी और सड़कों पर उतरेगी ! आपकी सरकार को "किसान चौपाल" में जवाब देने के लिए मजबूर भी करेगी ! गेहूं, धान, सोयाबीन के समर्थन मूल्य पर खुली धोखाधड़ी के बाद मप्र के किसानों के मन में यह बात बहुत साफ हो गई है कि भाजपा सरकार किसानों की नहीं, कमीशनखोरों की सरकार बन चुकी है!