{"_id":"691b4e3fc23f175492064d19","slug":"investment-proposals-worth-rs-8-57-lakh-crore-on-the-ground-cm-says-conduct-ground-breaking-ceremonies-for-m-2025-11-17","type":"story","status":"publish","title_hn":"8.57 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव जमीन पर, सीएम बोले-नवंबर अंत तक अधिकाधिक औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन कराएं","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
8.57 लाख करोड़ के निवेश प्रस्ताव जमीन पर, सीएम बोले-नवंबर अंत तक अधिकाधिक औद्योगिक इकाइयों का भूमि-पूजन कराएं
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल
Published by: आनंद पवार
Updated Mon, 17 Nov 2025 10:03 PM IST
सार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने नवंबर माह के अंत तक प्रदेश में 2 से 2.5 लाख करोड़ रुपये की औद्योगिक परियोजनाओं का सामूहिक भूमि-पूजन करने के निर्देश देते हुए कहा कि निवेश प्रस्तावों को तेजी से धरातल पर उतारना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।
विज्ञापन
सीएम डॉ. यादव बैठक लेते हुए
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने प्रदेश में औद्योगिक विकास की रफ्तार तेज करने के लिए अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि नवंबर माह के अंत तक अधिक से अधिक औद्योगिक निर्माण इकाइयों का सामूहिक भूमि-पूजन कराएं। उन्होंने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट–2025 के दौरान मिले निवेश प्रस्तावों को ठोस रूप से धरातल पर उतारने के लिए निवेशकों के साथ सतत संवाद, समस्याओं का समाधान और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। डॉ. यादव सोमवार को मंत्रालय में आयोजित निवेश प्रगति समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे। बैठक में समिट के दौरान प्राप्त कुल 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों पर विभागवार प्रगति की विस्तृत समीक्षा की गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर में वर्तमान सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं, ऐसे में नवंबर माह के अंत तक 2 से 2.5 लाख करोड़ रुपये तक की औद्योगिक परियोजनाओं का सामूहिक भूमि-पूजन किया जाए। उन्होंने कहा कि जब इतने बड़े पैमाने पर उद्योगों की शुरुआत होगी तो रोजगार और औद्योगिक वातावरण में तेजी से बदलाव आएगा, जिसका प्रभाव आने वाले वर्षों में स्पष्ट दिखाई देगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निवेश प्रस्तावों के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए निवेशकों से लगातार संवाद जरूरी है। निवेशकों के सवालों और तकनीकी चुनौतियों के समाधान में देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार उद्योगों के लिए सुरक्षित, पारदर्शी और नीति-समर्थक माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि प्रदेश में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ें और आर्थिक विकास को गति मिले।
ये भी पढ़ें- सुशासन संवाद 2.0 में सीएम यादव का मप्र विकास मॉडल प्रस्तुत-जल प्रबंधन, संस्कृति, शिक्षा और रोजगार पर विशेष जोर
8.57 लाख करोड़ के प्रस्तावों पर काम जारी
बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट–2025 के दौरान मिले 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से 8.57 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर कार्य धरातल पर शुरू हो चुका है। उद्योग विभाग को 12.70 लाख करोड़ रुपये के 889 निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से 397 प्रस्तावों पर भूमि आवंटन और लेटर ऑफ इंट्रेस्ट जारी कर दिया गया है। अतिरिक्त 5.13 लाख करोड़ रुपये के परियोजना प्रस्तावों के लिए निवेशकों ने साइट विजिट पूरी कर ली है तथा 302 निवेश प्रस्तावों पर विभाग निवेशकों के साथ सतत संपर्क में है। इसके अलावा 2.48 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर भूमि आवंटन और निवेश आवेदन प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इन निवेशों से प्रदेश में 2.85 लाख से अधिक रोजगार सृजित होने का अनुमान है।
ये भी पढ़ें- MP News: भोपाल में 18 से 20 नवंबर तक आसियान देशों का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, निवेश संभावनाओं पर फोकस
निवेश और रोजगार वर्ष का समापन प्रभावशाली बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार वर्ष के अंत में प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं का राज्यस्तरीय व संभागीय सम्मेलन आयोजित किया जाए। सरकार की योजनाओं और सफलता की कहानियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर भी बल दिया गया। उन्होंने कहा कि लोगों को यह जानकारी मिलनी चाहिए कि किस तरह सरकार की नीतियों ने उन्हें रोजगार और अवसर प्रदान किए हैं।
ये भी पढ़ें- सुशासन संवाद 2.0 में सीएम यादव का मप्र विकास मॉडल प्रस्तुत-जल प्रबंधन, संस्कृति, शिक्षा और रोजगार पर विशेष जोर
बायो-टेक्नोलॉजी सेक्टर पर विशेष फोकस
डॉ. यादव ने कहा कि बायो-टेक्नोलॉजी सेक्टर में बड़ा स्कोप है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने आगामी हैदराबाद इन्वेस्टर डायलॉग में इस क्षेत्र से जुड़े निवेशकों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन (MPT) अब एक ब्रांड बन चुका है और इसे उद्योग और पर्यटन निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अवसर के रूप में उपयोग किया जाए। पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने पर भी विचार करने की बात कही गई ताकि बड़े निवेशकों को औद्योगिक सब्सिडी का लाभ मिल सके।
Trending Videos
मुख्यमंत्री ने कहा कि दिसंबर में वर्तमान सरकार के दो वर्ष पूरे हो रहे हैं, ऐसे में नवंबर माह के अंत तक 2 से 2.5 लाख करोड़ रुपये तक की औद्योगिक परियोजनाओं का सामूहिक भूमि-पूजन किया जाए। उन्होंने कहा कि जब इतने बड़े पैमाने पर उद्योगों की शुरुआत होगी तो रोजगार और औद्योगिक वातावरण में तेजी से बदलाव आएगा, जिसका प्रभाव आने वाले वर्षों में स्पष्ट दिखाई देगा। मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि निवेश प्रस्तावों के शीघ्र कार्यान्वयन के लिए निवेशकों से लगातार संवाद जरूरी है। निवेशकों के सवालों और तकनीकी चुनौतियों के समाधान में देरी नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मध्यप्रदेश सरकार उद्योगों के लिए सुरक्षित, पारदर्शी और नीति-समर्थक माहौल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि प्रदेश में रोजगार के अवसर तेजी से बढ़ें और आर्थिक विकास को गति मिले।
विज्ञापन
विज्ञापन
ये भी पढ़ें- सुशासन संवाद 2.0 में सीएम यादव का मप्र विकास मॉडल प्रस्तुत-जल प्रबंधन, संस्कृति, शिक्षा और रोजगार पर विशेष जोर
8.57 लाख करोड़ के प्रस्तावों पर काम जारी
बैठक में प्रमुख सचिव औद्योगिक नीति एवं निवेश प्रोत्साहन राघवेन्द्र कुमार सिंह ने बताया कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट–2025 के दौरान मिले 30.77 लाख करोड़ रुपये के निवेश प्रस्तावों में से 8.57 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर कार्य धरातल पर शुरू हो चुका है। उद्योग विभाग को 12.70 लाख करोड़ रुपये के 889 निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से 397 प्रस्तावों पर भूमि आवंटन और लेटर ऑफ इंट्रेस्ट जारी कर दिया गया है। अतिरिक्त 5.13 लाख करोड़ रुपये के परियोजना प्रस्तावों के लिए निवेशकों ने साइट विजिट पूरी कर ली है तथा 302 निवेश प्रस्तावों पर विभाग निवेशकों के साथ सतत संपर्क में है। इसके अलावा 2.48 लाख करोड़ रुपये के प्रस्तावों पर भूमि आवंटन और निवेश आवेदन प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई है। इन निवेशों से प्रदेश में 2.85 लाख से अधिक रोजगार सृजित होने का अनुमान है।
ये भी पढ़ें- MP News: भोपाल में 18 से 20 नवंबर तक आसियान देशों का उच्च स्तरीय प्रतिनिधिमंडल, निवेश संभावनाओं पर फोकस
निवेश और रोजगार वर्ष का समापन प्रभावशाली बनाने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने कहा कि रोजगार वर्ष के अंत में प्रदेश में रोजगार और स्वरोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं का राज्यस्तरीय व संभागीय सम्मेलन आयोजित किया जाए। सरकार की योजनाओं और सफलता की कहानियों का व्यापक प्रचार-प्रसार करने पर भी बल दिया गया। उन्होंने कहा कि लोगों को यह जानकारी मिलनी चाहिए कि किस तरह सरकार की नीतियों ने उन्हें रोजगार और अवसर प्रदान किए हैं।
ये भी पढ़ें- सुशासन संवाद 2.0 में सीएम यादव का मप्र विकास मॉडल प्रस्तुत-जल प्रबंधन, संस्कृति, शिक्षा और रोजगार पर विशेष जोर
बायो-टेक्नोलॉजी सेक्टर पर विशेष फोकस
डॉ. यादव ने कहा कि बायो-टेक्नोलॉजी सेक्टर में बड़ा स्कोप है और इस दिशा में तेजी से आगे बढ़ना चाहिए। उन्होंने आगामी हैदराबाद इन्वेस्टर डायलॉग में इस क्षेत्र से जुड़े निवेशकों को आमंत्रित करने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी कहा कि मध्यप्रदेश पर्यटन (MPT) अब एक ब्रांड बन चुका है और इसे उद्योग और पर्यटन निवेश को बढ़ावा देने के लिए एक अवसर के रूप में उपयोग किया जाए। पर्यटन क्षेत्र को उद्योग का दर्जा देने पर भी विचार करने की बात कही गई ताकि बड़े निवेशकों को औद्योगिक सब्सिडी का लाभ मिल सके।