सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Madhya Pradesh ›   Bhopal News ›   MP Politics News Congress Statement on Proposal To Cut 29 Thousand Trees for Minister and MLA Bungalows

MP News: मंत्री और विधायक बंगलों के लिए 29 हजार पेड़ काटने के प्रस्ताव पर कांग्रेस हुई हमलावर, कह दी बड़ी बात

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भोपाल Published by: शबाहत हुसैन Updated Mon, 10 Jun 2024 05:43 PM IST
सार

MP News: मंत्रियों और विधायकों के बंगलों के के लिए 29 हजार से अधिक पेड़ काटने का प्रस्ताव अंतिम चरण में है, जिसे लेकर कांग्रेस हमलावर हो गई है। पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार भोपाल के हजारों पेड़ों को काटने का पाप एक बार फिर करने जा रही है।

विज्ञापन
MP Politics News Congress Statement on Proposal To Cut 29 Thousand Trees for Minister and MLA Bungalows
पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

राजधानी भोपाल में मंत्री और विधायकों के लिए नए बंगले बनाने की तैयारी है। इसके लिए करीब 29 हजार पेड़ों को काटा जाएगा। इस मामले को लेकर पूर्व नेता प्रतिपक्ष और विधायक अजय सिंह ने कहा कि भाजपा सरकार भोपाल के हजारों पेड़ों को काटने का पाप एक बार फिर करने जा रही है। मंत्रियों और विधायकों के बंगलों के नाम पर तुलसी नगर और शिवाजी नगर के 29 हजार से अधिक पेड़ काटने का प्रस्ताव अंतिम चरण में है, सिर्फ मुख्यमंत्री की मंजूरी बाकी है।

Trending Videos


विकास और विनाश में फर्क करें मुख्यमंत्री
अजय सिंह ने कहा है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव से आग्रह किया है कि वे विकास और विनाश में फर्क करें और इस आत्मघाती प्रस्ताव को मंजूरी बिलकुल न दें। बिल्डरों और अधिकारियों की मिलीभगत से इसमें एक बड़े षडयंत्र की बू आ रही है। प्रथम दृष्टया प्रस्ताव सिरे से खारिज करने लायक है। पहले रिडेवलपमेंट, फिर स्मार्ट सिटी और गेमन प्रोजेक्ट और बाद में कोलार रोड के चौड़ीकरण के लिये हजारों पेड़ों की बलि दी जा चुकी है।
विज्ञापन
विज्ञापन


विशेषज्ञों का कहना है कि कांक्रीट बढ़ाकर हम खूबसूरत हरे-भरे भोपाल को हीट आईलैण्ड बना रहे है। यही कारण है कि गर्मी में भोपाल का औसत तापमान पांच से सात डिग्री तक बढ़ गया है। इसे हाल ही में भोपाल वासियों ने महसूस भी किया है। हरियाली बासठ प्रतिशत से घट कर ग्यारह प्रतिशत ही रह गयी है। हरियाली भोपाल की पहचान है। अच्छा होता कि एकतरफा प्रस्ताव तैयार करने के पहले पब्लिक ओपीनियन भी प्राप्त कर ली जाती। भाजपा सरकार पूरी तरह मनमर्जी पर उतारू है।

पेड़ काटने से लोगों के स्वास्थ्य पर पड़ेगा असर
सिंह ने कहा कि पेड़ कटने के बाद मौसम परिवर्तन हो रहा है। लोगों के स्वास्थ्य पर विपरीत असर हो रहा है और बीमारियां बढ़ रही हैं। सरकार का कृत्य पूरी तरह शुद्ध हवा में जीने के मानव अधिकारों का उल्लंघन है। एनजीटी लगातार आपत्ति जता रही है लेकिन सरकार को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। हरियाली को नष्ट करना सुप्रीम कोर्ट के निर्देश और अंतर्राष्ट्रीय पेरिस समझौते का उल्लंघन भी है।

जरूरत से ज्यादा बंगले पहले से हैं तो नए बनाने की क्या जरूरत
अजय सिंह ने कहा कि आज भोपाल को स्व. एमएन बुच की याद आ रही है जिन्होंने 81-82 में वन सचिव रहते हुए सैकड़ों प्रजातियों के 50 हजार पेड़ लगाकर क्षेत्र को हरा-भरा बनाया था। उन्होंने कहा कि जब मंत्रियों और विधायकों के लिये जरूरत से ज्यादा बंगले पहले से ही मौजूद हैं तो नये बनाने की क्या जरूरत है।

यदि बनाना ही है तो ऐसी जगह चुनी जाए, जहां पेड़ न काटना पड़े। पुराना एमएलए रेस्ट हाऊस, भेल क्षेत्र, नीलबड़, रातीबड़ आदि बहुत सारे स्थान हैं। इच्छा शक्ति हो तो सारे विकल्प निकल आते हैं। एक ओर तो सरकार जल स्रोतों के उन्नयन के लिये हरित क्षेत्र विकसित करने का अभियान चला रही है वहीं दूसरी ओर पेड़ काटने के लिये भी उतारू है। भाजपा सरकार का यह कैसा विरोधाभास है जो सबकी समझ से परे है। विभिन्न नागरिक संगठन, एनजीटी, फिर हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट जाने की तैयारी भी कर रहे है। सरकार को सभी पहलुओं पर ध्यान देना चाहिये।

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

Election
एप में पढ़ें

Followed