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Cough Syrup: श्रीसन फार्मा के मालिक रंगनाथन की दस दिन की रिमांड खत्म, SIT आज करेगी कोर्ट में पेश
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, छिंदवाड़ा
Published by: छिंदवाड़ा ब्यूरो
Updated Mon, 20 Oct 2025 09:05 AM IST
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सार
सिरप की सप्लाई मध्यप्रदेश के साथ तमिलनाडु, उड़ीसा और पांडिचेरी तक की गई थी। SIT ने तमिलनाडु स्थित फैक्ट्री और कार्यालय से दस्तावेज व सैंपल बरामद किए हैं। कंपनी की केमिकल एनालिस्ट के. माहेश्वरी को भी गिरफ्तार किया गया है, जिसने लैब टेस्टिंग न कराने की बात स्वीकार की।

श्रीसन फार्मा कंपनी के मालिक रंगनाथन।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बच्चों की मौत का कारण बने जहरीले कफ सिरप कांड में फंसी श्रीसन फार्मा कंपनी के मालिक रंगनाथन की दस दिन की पुलिस रिमांड शनिवार को खत्म हो रही है। आज SIT उसे परासिया सिविल कोर्ट में पेश करेगी, जहां से उसे जेल भेजे जाने की संभावना है। डीएसपी जितेन्द्र जाट के नेतृत्व में गठित एसआईटी ने रंगनाथन से लगातार पूछताछ कर तमिलनाडु स्थित कंपनी की फैक्ट्री और कार्यालय की जांच की है। इस दौरान टीम ने कई अहम दस्तावेज और सैंपल बरामद किए, जो अब जांच में बड़ी कड़ी साबित हो रहे हैं।
बिना लैब टेस्टिंग के तैयार हुआ जहरीला सिरप
जांच में सामने आया कि श्रीसन फार्मा ने करीब 2 हजार बोतल कफ सिरप तैयार किए थे, जिन्हें लैब टेस्टिंग कराए बिना ही बाजार में उतार दिया गया। इस घातक लापरवाही का खामियाजा निर्दोष बच्चों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। एसआईटी सूत्रों के अनुसार कफ सिरप की सप्लाई सिर्फ मध्यप्रदेश तक सीमित नहीं थी, बल्कि तमिलनाडु, उड़ीसा और पांडिचेरी तक भेजी गई थी। जब किडनी फेलियर के मामलों में बच्चों की मौत हुई। तब जाकर विभागों की नींद टूटी। इसके बाद सरकार ने कफ सिरप को प्रतिबंधित कर चारों राज्यों से वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू की है।
तमिलनाडु में भी हुई छानबीन
दस अक्तूबर को आरोपी रंगनाथन को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर परासिया न्यायालय में पेश किया गया था। कोर्ट से दस दिन की रिमांड मिलने के बाद 12 अक्तूबर को एसआईटी टीम आरोपी को फिर तमिलनाडु लेकर गई। वहां उसकी फैक्ट्री और लैब में सिरप निर्माण से जुड़ी मशीनरी, फॉर्मूले और रजिस्टरों की जांच की गई। टीम को पता चला कि लैब टेस्टिंग की प्रक्रिया को जानबूझकर टाला गया था, ताकि सिरप को जल्दी से जल्दी बाजार में उतारा जा सके।
केमिकल एनालिस्ट भी गिरफ्तार
एसआईटी ने जांच के दौरान कंपनी की केमिकल एनालिस्ट के. माहेश्वरी को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने लैब टेस्टिंग न कराने की बात स्वीकार की है। माहेश्वरी को तीन दिन की रिमांड पर पूछताछ के बाद 18 अक्तूबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
ये भी पढ़ें- होलकर रियासत की दिवाली: राजवाड़े के सामने मैदान में शक्ति प्रदर्शन करती थी सेना, राजा करते थे इत्रपान का आयोजन
अब रंगनाथन की पेशी के बाद जेल भेजने की तैयारी
एसआईटी के अनुसार, रंगनाथन से पूछताछ में कई नए सूत्र हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल उसकी रिमांड पूरी होने पर आज उसे परासिया सिविल कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि एसआईटी अब कंपनी के आर्थिक लेनदेन, कच्चे माल की खरीद और सरकारी अनुमोदन से जुड़ी फाइलों की भी जांच करने की तैयारी में है।

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बिना लैब टेस्टिंग के तैयार हुआ जहरीला सिरप
जांच में सामने आया कि श्रीसन फार्मा ने करीब 2 हजार बोतल कफ सिरप तैयार किए थे, जिन्हें लैब टेस्टिंग कराए बिना ही बाजार में उतार दिया गया। इस घातक लापरवाही का खामियाजा निर्दोष बच्चों को अपनी जान देकर चुकाना पड़ा। एसआईटी सूत्रों के अनुसार कफ सिरप की सप्लाई सिर्फ मध्यप्रदेश तक सीमित नहीं थी, बल्कि तमिलनाडु, उड़ीसा और पांडिचेरी तक भेजी गई थी। जब किडनी फेलियर के मामलों में बच्चों की मौत हुई। तब जाकर विभागों की नींद टूटी। इसके बाद सरकार ने कफ सिरप को प्रतिबंधित कर चारों राज्यों से वापस मंगाने की प्रक्रिया शुरू की है।
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तमिलनाडु में भी हुई छानबीन
दस अक्तूबर को आरोपी रंगनाथन को तमिलनाडु से गिरफ्तार कर परासिया न्यायालय में पेश किया गया था। कोर्ट से दस दिन की रिमांड मिलने के बाद 12 अक्तूबर को एसआईटी टीम आरोपी को फिर तमिलनाडु लेकर गई। वहां उसकी फैक्ट्री और लैब में सिरप निर्माण से जुड़ी मशीनरी, फॉर्मूले और रजिस्टरों की जांच की गई। टीम को पता चला कि लैब टेस्टिंग की प्रक्रिया को जानबूझकर टाला गया था, ताकि सिरप को जल्दी से जल्दी बाजार में उतारा जा सके।
केमिकल एनालिस्ट भी गिरफ्तार
एसआईटी ने जांच के दौरान कंपनी की केमिकल एनालिस्ट के. माहेश्वरी को भी हिरासत में लिया। पूछताछ में उसने लैब टेस्टिंग न कराने की बात स्वीकार की है। माहेश्वरी को तीन दिन की रिमांड पर पूछताछ के बाद 18 अक्तूबर को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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अब रंगनाथन की पेशी के बाद जेल भेजने की तैयारी
एसआईटी के अनुसार, रंगनाथन से पूछताछ में कई नए सूत्र हाथ लगे हैं, जिनके आधार पर जांच का दायरा बढ़ाया जा रहा है। फिलहाल उसकी रिमांड पूरी होने पर आज उसे परासिया सिविल कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां से उसे जेल भेजने की कार्रवाई की जाएगी। सूत्र बताते हैं कि एसआईटी अब कंपनी के आर्थिक लेनदेन, कच्चे माल की खरीद और सरकारी अनुमोदन से जुड़ी फाइलों की भी जांच करने की तैयारी में है।