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MP News: मृत कर्मचारियों के नाम पर निकाल लिया वेतन, 45 लाख रुपये के घोटाले में एफआईआर दर्ज

Jabalpur bureau जबलपुर ब्यूरो
Updated Thu, 05 Sep 2024 03:51 PM IST
सार

मध्य प्रदेश के मंडला में बड़ा घोटाला सामने आया है। मृत कर्मचारियों के नाम पर वेतन और भत्ते का भुगतान हुआ है। 45 लाख रुपये के इस घोटाले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और जांच शुरू कर दी है। 

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Salary drawn in the name of deceased employees
अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापामारी कर रही है। - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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मंडला जिले के निवास ब्लॉक में 45 लाख रुपये का बड़ा घोटाला सामने आया है। ब्लॉक शिक्षा अधिकारी (बीईओ) के कार्यालय से मृतक कर्मचारी के नाम पर वेतन निकाला गया और छात्रवृत्ति की राशि को भी एक व्यक्ति के खाते में स्थानांतरित किया गया। जांच के बाद निवास थाने में रिपोर्ट दर्ज की गई है, जिसमें पांच लिपिक और कंप्यूटर ऑपरेटर सहित कुल 11 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
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घोटाले की मुख्य भूमिका में बीईओ कार्यालय के अस्थाई कर्मचारी, कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश बर्मन का नाम सामने आया है। आरोप है कि सतीश लंबे समय से फर्जीवाड़ा करते हुए मृत कर्मचारियों के वेतन को अपने रिश्तेदारों के खातों में ट्रांसफर कर रहा था। इसके अलावा, छात्रवृत्ति की राशि, बोर्ड की संबद्धता शुल्क, और हाउस रेंट में भी अनियमितताएं पाई गई हैं। यह मामला पहली बार तब सामने आया जब भोपाल स्थित ट्रेजरी एंड अकाउंट की तकनीकी टीम को निवास बीईओ कार्यालय के कुछ लेन-देन संदिग्ध लगे। इसके बाद जबलपुर के कोष और लेखा विभाग को मई महीने में जांच के लिए पत्र भेजा गया, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। जांच में 2018 से 2024 के बीच 45 लाख रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ।
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पत्नी के खाते में ट्रांसफर किए लाखों रुपये 
जांच के दौरान पाया गया कि सतीश बर्मन ने अगस्त 2020 में मृत एक सहायक शिक्षक के नाम पर वेतन को अपने और अपनी पत्नी के खाते में ट्रांसफर किया था। उसने एक अन्य रिश्तेदार के खाते में भी बड़ी रकम ट्रांसफर की थी। इसके अलावा, छात्रवृत्ति की राशि शिक्षकों के खातों में स्थानांतरित की गई, जबकि संबद्धता शुल्क किसी अन्य खाते में भेजा गया। 

पांच महीने की जांच के बाद मामला दर्ज 
लगभग पांच महीने तक चली जांच के बाद, जिला प्रशासन के निर्देश पर विभाग ने मंगलवार को निवास थाने में शिकायत दर्ज कराई। इस मामले में कंप्यूटर ऑपरेटर सतीश बर्मन और तीन बीईओ सहित कुल 11 लोगों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज की गई है।

एसपी ने की घोटाले की पुष्टि
मंडला के पुलिस अधीक्षक रजत सकलेचा ने बताया कि निवास बीईओ कार्यालय में पिछले पांच सालों में लगभग 45 लाख रुपये के गबन की शिकायत प्राप्त हुई है। इसमें सतीश बर्मन, तत्कालीन और वर्तमान बीईओ सहित पांच लिपिक शामिल हैं। इन सभी 11 लोगों के खिलाफ 45 लाख रुपये गबन की एफआईआर दर्ज की गई है। एसपी ने बताया कि आरोपियों की जिम्मेदारी निर्धारित करते हुए जल्द ही गिरफ्तारी की जाएगी।
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