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Mandla News: कान्हा टाइगर रिजर्व में बाघ की खाल तस्करी का भंडाफोड़, वन विभाग और पुलिस ने तीन को धर दबोचा
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मंडला
Published by: प्रिया वर्मा
Updated Sun, 26 Oct 2025 07:25 PM IST
सार
वन विभाग और पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई कर वन परिक्षेत्र बिछिया में बाघ की खाल की तस्करी के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया है। विभाग का कहना है कि वे इस नेटवर्क में शामिल सभी संभावित आरोपियों की तलाश में हैं।
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बाघ की खाल तस्करी के आरोप में तस्कर गिरफ्तार
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
विश्व प्रसिद्ध कान्हा टाइगर रिजर्व की सीमाओं से सटे वन परिक्षेत्र बिछिया में वन्यजीव अपराध से जुड़े एक बड़े नेटवर्क का भंडाफोड़ हुआ है। वन विभाग और पुलिस के संयुक्त अभियान में बाघ की खाल की तस्करी के आरोप में तीन व्यक्तियों को गिरफ्तार किया गया है। यह कार्रवाई वन्यजीवों के अवैध शिकार और उनके अंगों की बिक्री पर नकेल कसने की दिशा में एक महत्वपूर्ण सफलता है।
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वन विभाग द्वारा जारी आधिकारिक जानकारी के अनुसार तस्करी के इस प्रयास को 25 अक्तूबर की रात नाकाम किया गया। मुखबिर से मिली गुप्त सूचना पर वन परिक्षेत्र बिछिया की टीम ने तत्काल कार्रवाई की। टीम ने ग्राम भीमपुरी निवासी दो आरोपियों मिस्तर और गोविंद को बाघ की खाल का विक्रय करने के दौरान रंगे हाथों पकड़ा। गिरफ्तार आरोपियों से गहन पूछताछ की गई, जिसके आधार पर इस तस्करी नेटवर्क में शामिल एक और आरोपी अघ्हन (निवासी अतरिया) को 26 अक्टूबर को गिरफ्तार कर लिया गया।
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मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए कान्हा टाइगर रिजर्व और वन परिक्षेत्र बिछिया के वरिष्ठ अधिकारियों की एक संयुक्त टीम अब इस पूरे मामले की गहन पड़ताल कर रही है। अधिकारियों का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना है कि यह बाघ का शिकार कहां किया गया था और यह खाल किस अंतरराष्ट्रीय या अंतरराज्यीय तस्करी नेटवर्क का हिस्सा बनने वाली थी।
तीनों गिरफ्तार आरोपियों को वन्यजीव संरक्षण अधिनियम के तहत माननीय न्यायालय बिछिया में प्रस्तुत कर दिया गया है, जबकि प्रकरण की विस्तृत विवेचना अब भी जारी है।
जब्त की गई बाघ की खाल की प्रामाणिकता, बाघ की पहचान और शिकार के सटीक समय व क्षेत्र को सुनिश्चित करने के लिए वन्य प्राणी चिकित्सक और तकनीकी जानकारों की एक विशेष टीम लगाई गई है। वन विभाग ने स्पष्ट किया है कि वे वन्यजीव अपराधों के प्रति जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाते हैं। विभाग का कहना है कि वे इस नेटवर्क में शामिल सभी संभावित आरोपियों की तलाश में हैं और इस तरह के अवैध कृत्यों में शामिल किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। यह गिरफ्तारी क्षेत्र में सक्रिय वन्यजीव तस्करों के लिए एक कड़ी चेतावनी है।

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