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Sagar News: निजी बैंक शाखा में बड़ा घोटाला, विस्थापितों और व्यापारियों के करोड़ों रुपये का हुआ घालमेल

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, सागर Published by: सागर ब्यूरो Updated Mon, 29 Sep 2025 03:13 PM IST
सार

लगभग 22 लोगों ने शिकायत दर्ज कराई है, जिनमें द्रौपदी गोंड के खाते से 14 लाख रुपये निकालने का मामला भी शामिल है। जांच में सामने आया कि टाइगर रिजर्व से विस्थापित ग्रामीणों की जानकारी के बिना बैंक कर्मचारियों ने सेल्फ चेक लगाकर उनके खाते से लाखों रुपये बीमा और एफडी में निवेश कर दिए।

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Sagar News: Bank employees misappropriated the compensation money received by farmers.
आर्थिक अपराध। (सांकेतिक तस्वीर) - फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
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नगर के निजी बैंक शाखा में धोखाधड़ी के शिकार लोगों की शिकायतें बढ़ती ही जा रही हैं। लोगों का आरोप है कि उन्हें बिना बताए बैंक प्रबंधन ने उनकी मुआवजा राशि को यहां वहां इन्वेस्ट कर दिया है। किसी की एफडी कर दी तो किसी का बीमा कर दिया। धोखाधड़ी का शिकार हुए लोग बैंक के बाहर रुपये वापस करने हंगामा करते नजर आए। द्रौपदी गोंड ने बताया कि उसके खाते से 14 लाख रुपये धोखे से निकाल लिए गए। करीब 22 लोगों की अब तक शिकायतें हो चुकी हैं। खबर है कि नगर के गल्ला व्यापारी और सराफा व्यापारियों की कई लाखों की रकम भी गोलमाल है।
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एचडीएफसी बैंक शाखा रहली
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बैंक में जांच उपरांत एसडीएम कुलदीप पाराशर ने बताया कि टाइगर रिजर्व में विस्थापित हुए लोगों के साथ बैंक के कर्मचारियों द्वारा धोखाधड़ी की गई। इसी मामले को लेकर आज जांच दल ने जांच शुरू की है। संबंधित बैंक के रिकॉर्ड मंगाए गए हैं। शिकायतकर्ताओं के खातों क भी जांच कर करवाई की जाएगी। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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एचडीएफसी बैंक शाखा रहली

दुर्गावती अभ्यारण्य के विस्थापितों की राशि में हुआ घालमेल
जानकारी के अनुसार विस्थापितों की जानकारी के बिना टारगेट पूरा करने धड़ाधड़ उनकी बीमा पॉलिसी बनाई गई और एफडी भी बनाई गई हैं। अनेक लोगों के बीमा प्रीमियम कई हजारों रुपये है।बताया जा रहा है कि बैंक अधिकारियों ने प्रमोशन पाने के लिए भोलेभाले ग्रामीणों को भरोसे में लिए बिना कई हजार प्रीमियम वाले बीमा कर दिए। वहीं सेल्फ चेक लगाकर ग्रामीणों के खाते से पैसे निकाले गए, जबकि ग्रामीणों का कहना हे कि मुझे पता नहीं कहां-कहां दस्तखत कराए गए। चेक संबंधी कोई जानकारी नहीं है।
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