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Niwari News: बुंदेलखंड में राम जन्मोत्सव की धूम, दिल्ली से मंगाए गए फूलों से सजेगा रामराजा मंदिर
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, निवाड़ी
Published by: अर्पित याज्ञनिक
Updated Sat, 05 Apr 2025 06:57 PM IST
सार
मंदिर 6 अप्रैल को सुबह श्रद्धालुओं के लिए खुलेगा और दोपहर 12 बजे भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जाएगा, जिसमें 21 कुंतल देसी घी से बने लड्डुओं का प्रसाद वितरित किया जाएगा। इसके बाद 7 अप्रैल को मंगला आरती के साथ भगवान पलना में विराजेंगे और 10 अप्रैल तक वहीं भक्तों को दर्शन देंगे।
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ओरछा राजा राम मंदिर में चल रही तैयारी।
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
बुंदेलखंड की अयोध्या के नाम से विख्यात राजा राम की नगरी ओरछा में भी भगवान राम जन्मोत्सव की तैयारियां जोरों पर है। मंदिर प्रबंधन द्वारा जहां फूलों से मंदिर को सजाया जा रहा है। वहीं, दो ट्रक फूल दिल्ली से मंगाए गए हैं, जिसमें मंदिर को सजाने के लिए कोलकाता से कारीगर पहुंचे हैं। ओरछा नगरी एक बार फिर रामराजा सरकार के स्वागत में पूरी श्रद्धा से सज रही है। रामनवमी के पावन पर्व पर रामराजा मंदिर को फूलों से सजाया जा रहा है। रामराजा सरकार की नगरी इस रामनवमी पर मंदिर की सजावट की तैयारियां जोरों पर चल रही है और फूलों की सजावट को विशेष रूप दिया जा रहा है। सजावट में रानी पिंक और बेबी पिंक रंग के जरबेरा पीला और लाल गुलाब सफेद जैसे फूलों का उपयोग किया जा रहा है।
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ओरछा राजा राम मंदिर में चल रही सजावट की तैयारी।
- फोटो : अमर उजाला
दोपहर में होगा राम जन्मोत्सव
ओरछा के राम राजा मंदिर के पट 6 अप्रैल की सुबह 8 से 11 तक श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलेंगे। इसके बाद दोपहर 12:00 बजे भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जाएगा। 12:00 बजे जन्म आरती का आयोजन होगा। जन्म आरती के आयोजन के बाद मंदिर प्रबंधन द्वारा 21 कुंतल देसी घी से बने लड्डुओं का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा। 3:00 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। रात्रि 8:00 बजे मंदिर के पट पुनः खुलेंगे और 11:00 तक श्रद्धालुओं को राजाराम के दर्शन मिलेंगे।
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पलना में मिलेंगे दर्शन
रामराजा मंदिर में 7 अप्रैल की सुबह 4:00 बजे मंगला आरती होगी। जिसका अपना अलग महत्व है। इस आरती में लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। इसके बाद भगवान राम राजा गर्भ ग्रह में चले जाएंगे। 8 अप्रैल की सुबह वह पलना में भक्तों को दर्शन देंगे और 10 अप्रैल तक वह पलना में ही रहेंगे। यह परंपरा 16वीं शताब्दी से आज तक चली आ रही है।
ओरछा के राम राजा मंदिर के पट 6 अप्रैल की सुबह 8 से 11 तक श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खुलेंगे। इसके बाद दोपहर 12:00 बजे भगवान राम का जन्म उत्सव मनाया जाएगा। 12:00 बजे जन्म आरती का आयोजन होगा। जन्म आरती के आयोजन के बाद मंदिर प्रबंधन द्वारा 21 कुंतल देसी घी से बने लड्डुओं का प्रसाद श्रद्धालुओं को वितरित किया जाएगा। 3:00 बजे मंदिर के पट बंद कर दिए जाएंगे। रात्रि 8:00 बजे मंदिर के पट पुनः खुलेंगे और 11:00 तक श्रद्धालुओं को राजाराम के दर्शन मिलेंगे।
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पलना में मिलेंगे दर्शन
रामराजा मंदिर में 7 अप्रैल की सुबह 4:00 बजे मंगला आरती होगी। जिसका अपना अलग महत्व है। इस आरती में लाखों की संख्या में श्रद्धालु मंदिर में पहुंचते हैं। इसके बाद भगवान राम राजा गर्भ ग्रह में चले जाएंगे। 8 अप्रैल की सुबह वह पलना में भक्तों को दर्शन देंगे और 10 अप्रैल तक वह पलना में ही रहेंगे। यह परंपरा 16वीं शताब्दी से आज तक चली आ रही है।
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ओरछा राजा राम मंदिर में चल रही सजावट की तैयारी।
- फोटो : अमर उजाला
सैकड़ों साल बाद आया संयोग
कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में ओरछा की रानी कुंवर गणेश भगवान राम को अयोध्या से लेकर ओरछा आई थीं, जब वह ओरछा पहुंची थीं उस समय रामनवमी थी और पुख नक्षत्र का समय था। इस बार रामनवमी पर भी पुख नक्षत्र का समय है। यह कई वर्ष सालों बाद संयोग बना है कि इस बार रामनवमी के अवसर पर भी पुख नक्षत्र है।
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कहा जाता है कि 16वीं शताब्दी में ओरछा की रानी कुंवर गणेश भगवान राम को अयोध्या से लेकर ओरछा आई थीं, जब वह ओरछा पहुंची थीं उस समय रामनवमी थी और पुख नक्षत्र का समय था। इस बार रामनवमी पर भी पुख नक्षत्र का समय है। यह कई वर्ष सालों बाद संयोग बना है कि इस बार रामनवमी के अवसर पर भी पुख नक्षत्र है।
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ओरछा राजा राम मंदिर के सज गए बाजार।
- फोटो : अमर उजाला
रामराजा को दी जाती है सलामी
विश्व का यह इकलौता मंदिर है, जहां भगवान को राजा के रूप में पूजा जाता है। जब से भगवान राम राजा मंदिर में विराजे हैं तब से आज तक उन्हें सलामी दी जाती है। मध्य प्रदेश पुलिस के जवान उन्हें प्रतिदिन सलामी देते हैं।
तीन दिन चलेंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
मध्य प्रदेश संस्कृत विभाग द्वारा ओरछा महोत्सव के नाम से राम जन्मोत्सव का पर्व पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 7 अप्रैल से शुरू होकर 9 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें सात अप्रैल 2025 को व्याख्यान और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें पद्मश्री अवध किशोर शामिल होंगे। इसके साथ ही 8 अप्रैल को बुंदेलखंड की चर्चित लोक गायिका कविता शर्मा अपनी प्रस्तुति देंगे। अभिलाष वर्मा भी साथ में रहेंगे। इसके साथ ही 9 अप्रैल को लाला हरदौल के ऊपर दीप शिखा मंच दतिया द्वारा नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी।
विश्व का यह इकलौता मंदिर है, जहां भगवान को राजा के रूप में पूजा जाता है। जब से भगवान राम राजा मंदिर में विराजे हैं तब से आज तक उन्हें सलामी दी जाती है। मध्य प्रदेश पुलिस के जवान उन्हें प्रतिदिन सलामी देते हैं।
तीन दिन चलेंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम
मध्य प्रदेश संस्कृत विभाग द्वारा ओरछा महोत्सव के नाम से राम जन्मोत्सव का पर्व पर तीन दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह आयोजन 7 अप्रैल से शुरू होकर 9 अप्रैल तक चलेगा, जिसमें सात अप्रैल 2025 को व्याख्यान और कवि सम्मेलन का आयोजन किया गया है, जिसमें पद्मश्री अवध किशोर शामिल होंगे। इसके साथ ही 8 अप्रैल को बुंदेलखंड की चर्चित लोक गायिका कविता शर्मा अपनी प्रस्तुति देंगे। अभिलाष वर्मा भी साथ में रहेंगे। इसके साथ ही 9 अप्रैल को लाला हरदौल के ऊपर दीप शिखा मंच दतिया द्वारा नाट्य प्रस्तुति दी जाएगी।

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