शिवसेना ने कंगना को फिर धमकाया, कहा- मुंबई से समेट लें बोरिया बिस्तर!
शिवसेना और अभिनेत्री कंगना रणौत विवाद लगातार बढ़ता जा रहा है। मुंबई की तुलना पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) से करने वाले बयान को सही ठहराने पर शिवसेना ने पलटवार किया है। शिवसेना प्रवक्ता व परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि यदि कंगना को मुंबई पीओके की तरह लग रही है तो उन्हें बोरिया बिस्तर समेट लेना चाहिए।
शिवसेना प्रवक्ता परब ने शिवसेना को सोनिया सेना कहने पर कहा कि कंगना को जिस तरीके से स्क्रिप्ट मिलती है वैसे ही बोलती हैं। कंगना को एक अच्छे डॉक्टर की जरूरत है। यदि उन्हें डॉक्टर नहीं मिल रहा है तो शिवसेना उनके पास डॉक्टरों की टीम भेज सकती है। परब ने कहा कि कंगना के कार्यालय में अवैध निर्माण हुआ है। इसलिए बृहन्मुंबई महानगरपालिका (बीएमसी) ने उसे गिरा दिया।
लेकिन कंगना का अवैध निर्माण तोड़े जाने से भाजपा को इतनी मिर्ची क्यों लग रही है। मतलब साफ है कि भाजपा की तरफ से बोलने वाले तोता को झटका लगा है। परब ने कहा कि राज्यपाल ने कंगना को मिलने का समय दिया। इससे उन्हें आश्चर्य हुआ। राज्य में गरीबों की भी अवैध झोपड़ियां गिराई जाती है। राज्यपाल को उनसे भी मिलना चाहिए।
पूर्व नौसेना अधिकारी की पिटाई पर शिवसैनिकों का किया बचाव
परब ने नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी मदन शर्मा से मारपीट करने वाले शिवसैनिकों को बचाव करते हुए कहा कि हम इसका समर्थन नहीं करते। अगर शिवसेना अध्यक्ष व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के खिलाफ कोई अपमानजनक पोस्ट या टिप्पणी करता है तो प्रतिक्रिया आ सकती है। इसमें कार्यकर्ता का क्या दोष है। शर्मा को क्या अधिकार है कि वह मुख्यमंत्री के खिलाफ कार्टून पोस्ट करें।
महाराष्ट्र में ठाकरे ब्रांड का विकल्प नहीं
परब ने कहा कि महाराष्ट्र की राजनीति ठाकरे ब्रांड के इर्द-गिर्द घूमती है। राज्य में ठाकरे ब्रांड का विकल्प नहीं है। इसलिए विपक्ष ठाकरे ब्रांड को कमजोर कर शिवसेना को खत्म करने की कोशिश कर रहा है। लेकिन यह ब्रांड बहुत मजबूत है।