Aliens in Second World War: दुनिया ने कई जंग देखे हैं, लेकिन दूसरे विश्व युद्ध को आज तक नहीं भुलाया जा सका है। दूसरे विश्व युद्ध को बीते सात दशक से अधिक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी इससे जुड़े कई रहस्यों के बारे में खुलासे हो रहे हैं। अब द्वितीय विश्व युद्ध से जुड़ा एक हैरान कर देने वाला खुलासा हुआ है जो एलियंस से जुड़ा हुआ है। दरअसल दिसंबर 1944 में तानाशाह एडॉल्फ हिटलर की सेना ने बेल्जियम और लक्जमबर्ग पर अंतिम बार हमला बोला था।
Foo Fighters: सीक्रेट डायरी से खुला 'फू फाइटर्स' का रहस्य, जानिए क्या है दूसरे विश्व युद्ध और एलियंस का संबंध!
आसमान में नजर आने वाली रहस्यमयी आकृति को डोनाल्ड जे. मियर्स ने सबसे पहले फू फाइटर्स (Mystery Of Foo Fighters) नाम दिया था। मियर्स 415वीं नाइट फाइटर स्क्वाड्रन के ऑपरेटर थे। 415वीं स्क्वाड्रन की आधिकारिक डायरी के कुछ हिस्सों में लिखी सिक्रेट जानकारियां सामने आई हैं।
रोशनी ने किया विमानों का पीछा
आधिकारिक वॉर डायरी में खुलासा किया गया है कि पायलट ऐसा क्यों सोचते थे कि किसी इंटेलिजेंस के हाथ में फू फाइटर्स का नियंत्रण है। खुफिया डायरी से कई रहस्यमयी बातों का खुलासा हुआ है। इस डायरी में बताया गया है कि जर्मनी के रास्टट क्षेत्र में टी आकृति की छह लाल और हरी रंग की आकृति नजर आई थीं जो विमानों का पीछा करते हुए 1000 फीट तक करीब आईं। विमानों के पीछे कई मील तक इन रोशनी को देखा गया और फिर यह अचानक तापता हो गईं।
एलियंस नहीं हुआ शक?
डायरी में एक जगह लिखा गया है कि इससे बीती रात और भी अधिक फू फाइटर्स देखे गए थे। ऑपरेशन रिपोर्ट में लिखा गया है कि हेगनों के आसपास के इलाकों में दो रोशनी नजर आई थीं। इन रोशनी को जमीन से विमानों की तरफ आते हुए देखा गया। इस युद्ध में नाजियों की तरफ से क्रूज मिसाइल V1 और बेलिस्टिक मिसाइल V2 प्रयोग किया गया था।
इसके साथ ही हिटलर ने अपनी सेना में ऑपरेशनल जेलों ओर रॉकेट से लैस लड़ाकों को भी शामिल किया था। इसके कारण अमेरिका और उसके साथ लड़ने वाले देशों के कमांडरों ने सोचा कि जर्मनी के वैज्ञानिकों ने कुछ अजीबोगरीब और नए हथियार बनाए होंगे। कहा जाता है कि इसकी वजह से एलियंस के होने पर शक नहीं गया।