भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) उन ऐप्स पर भी अपना नियंत्रण करेगा जो टीवी चैनलों की लाइव स्ट्रिमिंग करते हैं। इन ऐप्स को भी देश में चलाने के लिए कंपनियों को ट्राई से लाइसेंस लेना होगा।
टीवी चैनलों की स्ट्रिमिंग करने वाले ऐप्स को भी नियंत्रित करेगा ट्राई
देश में यह ऐप्स करते हैं चैनलों की स्ट्रिमिंग
मोबाइल ऐप्स जैसे कि हॉटस्टार, एयरटेल टीवी, जियो टीवी, सोनी लिव, एमएक्स प्लेयर, जी5 कई चैनलों की लाइव स्ट्रिमिंग करते हैं। इनको भी अब वैसे ही लाइसेंस लेना होगा जैसे कि ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों ने ले रखा है।
मुफ्त में होती है स्ट्रिमिंग
फिलहाल इन मोबाइल ऐप्स पर टीवी चैनलों की स्ट्रिमिंग मुफ्त में होती है। इन ऐप्स पर ट्राई का नियंत्रण भी नहीं है। ट्राई का कहना है कि उसने ब्रॉडकास्टिंग कंपनियों को लाइसेंस दे रखा है कि वो अपना कंटेंट केबल ऑपरेटर या फिर डीटीएच कंपनियों को दें।
लेकिन मोबाइल ऐप्स जैसे तीसरी पार्टी अगर चैनलों को मुफ्त में दिखाती है तो फिर यह गलत है। इसलिए अब इन मोबाइल ऐप्स को भी लाइसेंस लेना होगा।
जुलाई-अगस्त में लेकर आएगी ड्राफ्ट
ट्राई जुलाई-अगस्त के बीच एक ड्राफ्ट लेकर के आएगी, जिस पर लोगों से सुझाव मांगे जाएंगे। हालांकि मोबाइल ऐप चलाने वाली कंपनियों का कहना है कि ट्राई को ऐसा करने का कोई अधिकार नहीं है। ऐसे ऐप्स आईटी एक्ट के अंदर आते हैं। इससे इन कंपनियों पर काफी नकारात्मक असर पड़ेगा।
आप पर पड़ेगा असर
अगर ट्राई इन मोबाइल ऐप्स को भी लाइसेंस की सीमा में लाता है, तो फिर लोग फ्री में कोई भी चैनल नहीं देख पाएंगे। प्रत्येक ऐप के लिए आपको पैसा देना होगा, जो कि काफी महंगा हो जाएगा। ट्राई द्वारा पहले ही टीवी देखना महंगा कर दिया है। ट्राई के इस नए कदम से लोग मोबाइल पर टीवी देखना बंद कर देंगे। अभी बड़े शहरों में लोग अपने पसंदीदा कार्यक्रमों को मोबाइल ऐप पर देखना पसंद करते हैं।