18 मार्च 2007, जमैका के पेगासुस होटल के कमरा नंबर 374 में एक लाश मिली। शिनाख्त हुई तो पता लगा कि यह पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच बॉब वूल्मर थे। यह एक ऐसी तारीख थी जिसका रिश्ता भारत, पाकिस्तान, वेस्टइंडीज, आयरलैंड समेत पूरे क्रिकेट जगत से है। जो लाश मिली उसके शरीर पर कोई वस्त्र नहीं था। उल्टा पड़ा जिस्म और मुंह से निकलता खून, मौत की कोई और कहानी बयान कर रहा था। लाश पलट कर देखी तो उसकी शिनाख्त पाकिस्तान क्रिकेट टीम के तत्कालीन कोच बॉब वूल्मर के रूप में हुई।
World Cup से बाहर होते ही मिली थी पाक कोच की लाश, आखिर क्या हुआ था उस रात?
विश्व कप के दौरान मच गई सनसनी
मगर इसका कारण क्या था, यह तो कोई भी नहीं जानता। प्रेस कॉन्फ्रेंस से अपनी टीम के लिए ‘विश्व कप खत्म’ कह कर उठने वाले वूल्मर को फिर कभी नहीं देखा गया। आयरलैंड के सेंट पैट्रिक्स डे यानि 17 मार्च को आयरिश टीम ने पाकिस्तान को मात्र 132 रन पर समेट दिया। मैच हार कर पाकिस्तान बाहर हो गई और उसका वर्ल्ड कप जीतने का अभियान समाप्त हो गया।
सवालों के घेरे में पाक कोच की मौत
विश्वकप के दौरान एक नेशनल टीम के कोच की मौत होना कोई साधारण बात नहीं नजर आती। जिस कमरे में कोई खिड़की भी नहीं, वहां बंद कमरे में किसी का पहुंचना पचता नहीं। जमैका पुलिस से मामला स्कॉटलैंड यार्ड तक पहुंचा। मगर सिर्फ शक और अंदेशों के जाल ही हाथ लगे।
मौत के इस मामले से जुड़ी कई घटनाएं सामने आईं
इस तरह की घटनाओं में शक की सूई कई तरफ जाती है। इतना ही नहीं उन सारी बातों पर ध्यान जाता है, जो किसी की मौत के पीछे साजिश की तरफ इशारा करती हैं। एक हैरानी भरी बात यह है कि जिस दिन जमैका के कमिशनर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी, उसी दिन उसी समय पाकिस्तानी टीम ने घर वापसी के लिए फ्लाइट ली।
दबा रह गया मौत का राज
पुलिस का रवैया मौत को लेकर ढुलमुल रहा। मौत का सामान्य से लेकर हत्या करार देने वाली पुलिस ने कई तरह से कोताही बरती। फॉरेंसिक जांच में ढीलापन हुआ। मौत से साढ़े सात घंटे पहले, बॉब ने अपनी पत्नी गिल को ई-मेल कर हार पर दुख जताया था।