प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को जेवर एयरपोर्ट का शिलान्यास। जिसके बाद जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्र सरकार, प्रदेश सरकार की योजनाओं और विकास के लिए प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला। पीएम ने कहा कि यूपी के, देश के सभी लोगों को नोएडा एयरपोर्ट के इस भूमिपूजन की बहुत बहुत बधाई। आज इस भूमिपूजन के साथ ही जेवर भी अंतरराष्ट्रीय मानक की तरफ बढ़ गया है। इसका बहुत बड़ा लाभ दिल्ली एनसीआर व पूरे देश को होगा। इसके लिए पूरे देश को बधाई देता हूं।
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पीएम ने कहा कि नोएडा पूरे उत्तर भारत का लॉजिस्टिक गेटवे बनेगा। आज जिस तेजी से एविएशन क्षेत्र में बढ़ोतरी हो रही है उनके लिए भी नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की बहुत बड़ी भूमिका होगी। यह एयरपोर्ट विमानों के रखरखाव, देखभाल व मेंटेनेंस का केंद्र बनेगा, जो देश-विदेश के विमानों को सेवा देगी और देश के युवाओं को रोजगार देगी।
कहा कि आज भी हम अपने 85 प्रतिशत विमानों को एमआरओ सेवा के लिए विदेश भेजते हैं जिसमें 15000 करोड़ रुपये खर्च होते हैं। जिसका अधिकांश हिस्सा दूसरे देशों को जाता है लेकिन ये एयरपोर्ट इस स्थिति को भी बदलने में मदद करेगा। इस एयरपोर्ट के माध्यम से मल्टीमीडिया कार्गो हब की भी संकल्पना पूरी हो रही है। हम सभी ये जानते हैं जिन राज्यों की सीमा समुद्र से सटी होती है उनके लिए बंदरगाह सबसे बड़ी ताकत होती है, लेकिन यूपी जैसे राज्यों के लिए यही भूमिका एयरपोर्ट की होती है।
पीएम ने कहा, यह एयरपोर्ट एक्सपोर्ट के लिए अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से सीधा जुड़ेगा। छोटे किसान यहां से सीधे जल्द खराब होने वाले वस्तुओं को एक्सपोर्ट कर सकेंगे। सभी आसपास के जिलों को एक्सपोर्ट के लिए बहुत लाभ होगा। हवाई अड्डे के निर्माण के दौरान सुचारू रूप से चलाने के लिए हजारों लोगों की जरूरत होती है जिससे उन्हें रोजगार मिलेगा। हमने इस सोच को बदला कि दिल्ली में एयरपोर्ट है लेकिन अन्य आसपास के जिलों को भी एयरपोर्ट चाहिए। एयर कनेक्टिविटी बढ़ने से टूरिज्म बढ़ता है। जैसे माता वैष्णो देवी और चारधाम में हेलिकॉप्टर सेवा आने से वहां टूरिज्म बढ़ा है। आजादी के सात दशक बाद यूपी को वो मिलना शुरू हुआ है जिसका वो हकदार रहा है।
कहा कि डबल इंजन की सरकार से यूपी देश का सबसे विकसित राज्य बन रहा है। रैपिड रेल कॉरिडोर हो, मेट्रो रेल कनेक्टिविटी हो, डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर हों यह आधुनिक यूपी की नई पहचान बन रहे हैं। यूपी को ताने सुनने के लिए मजबूर कर दिया गया था। कभी गरीबी, कभी उद्योगों के अभाव के ताने, खराब सड़कों के ताने, अपराध के ताने। यूपी के लोगों का यही सवाल था कि क्या कभी यहां की सकारात्मक छवि बन पाएगी या नहीं। पहले की सरकार ने यूपी में जो अभाव अंधकार बनाए रखा, झूठे सपने दिखाए, वही यूपी आज अंतरराष्ट्रीय छाप छोड़ रहा है।