{"_id":"628b6f757806ff109e2dd8b4","slug":"producer-director-anubhav-sinha-speaks-on-his-new-movie-anek-bheed-thappad-article-15-mulk-ayushmann-khurrana","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"Anek: अनुभव सिन्हा ने जताया आयुष्मान पर भरोसा, बोले, ‘अनेक’ की कहानी देश के किसी भी उपेक्षित प्रदेश की कहानी","category":{"title":"Bollywood","title_hn":"बॉलीवुड","slug":"bollywood"}}
Anek: अनुभव सिन्हा ने जताया आयुष्मान पर भरोसा, बोले, ‘अनेक’ की कहानी देश के किसी भी उपेक्षित प्रदेश की कहानी
निर्देशक अनुभव सिन्हा और अभिनेता आयुष्मान खुराना एक बार फिर साथ हैं। पिछली बार जब साथ आए थे तो दोनों ने मिलकर जाति व्यवस्था पर तीखी चोट की फिल्म ‘आर्टिकल 15’ में और इस फिल्म को न सिर्फ समीक्षकों और सिनेमा के सुधी दर्शकों ने जमकर सराहा बल्कि फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर भी 65 करोड़ रुपये का शानदार कारोबार किया। अब दोनों फिल्म ‘अनेक’ के बाद साथ आ रहे हैं। फिल्म ‘अनेक’ एकता में अनेकता जैसे बचपन से सिखाए जाने वाले पाठ को फिर से पढ़ने की कोशिश है और अनुभव के मुताबिक ये फिल्म हमें अपने भीतर झांकने पर मजबूर करती है। वह कहते हैं, ‘हम पूरे भारत को ना तो जानते हैं और ना जानने की कोशिश करते हैं। उत्तर पूर्व के सारे राज्यों के नाम तो लोगों को नहीं पता है। पता ही नहीं कि वह भी हमारे देश का ही अभिन्न हिस्सा है।’
2 of 7
anubhav sinha
विज्ञापन
‘ये मेरा नया जन्म है’
निर्देशक अनुभव सिन्हा को चाहने वाले भी फिल्म ‘मुल्क’ से उनकी निर्देशन शैली में आए बदलाव को पसंद कर रहे हैं। इस फिल्म के बाद अनुभव सिन्हा ने एक के बाद एक ऐसी फिल्में बनाई हैं, जो न सिर्फ सोचने पर मजबूर करती हैं बल्कि मौजूदा सामाजिक राजनीतिक स्थिति पर तंज कसते हुए एक टिप्पणी भी करती हैं। बदले दौर के बदले अनुभव सिन्हा कहते हैं, ‘लोग कहते हैं कि फिल्म ‘मुल्क’ से मेरा पुनर्जन्म हुआ लेकिन मैं इसे अपना नया जन्म मानता हूं। मैं शुक्रगुजार हूं उन सारे लोगों का जिन्होंने मेरे सिनेमा को देखा, सराहा और लोगों के साथ अपनी पसंद को साझा किया। एक दूसरे से सुनकर ही लोग अब सिनेमा देखने जाते हैं और मुझे खुशी है कि मेरा सिनेमा आज की युवा पीढ़ी की सोच को सिनेमा में उतार पा रहा है।
विज्ञापन
3 of 7
अनुभव सिन्हा, आयुष्मान खुराना
- फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
फिल्म ‘मुल्क’ के बाद की तस्वीर
अनुभव सिन्हा के निर्देशन में बनी नई फिल्म ‘अनेक’ 27 जून को रिलीज हो रही है। अच्छा सिनेमा देखने वालों को इस फिल्म का बेसब्री से इंतजार है। अनुभव की पिछली फिल्मों ‘मुल्क’, ‘आर्टिकल 15’ और ‘थप्पड़’ की कामयाबी ने उन फिल्मकारों को एक नई हिम्मत और नया हौसला दिया है जो मसाला फिल्मों से इतर ऐसी फिल्में बनाना चाहते हैं जिनमें सामाजिक मुद्दों की बात हो और वह कारोबारी दृष्टि से भी सफल रहें। अनुभव सिन्हा अब एक व्यस्त निर्माता निर्देशक हैं, उनकी करीब 12 फिल्में निर्माण के विभिन्न चरणों में हैं। फिल्म ‘मुल्क’ के बाद ये तस्वीर बदली है। वह कहते हैं, ‘नए जमाने के नए दर्शकों के लिए ये नया सिनेमा बहुत जरूरी है।
4 of 7
अनुभव सिन्हा
- फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
विज्ञापन
अच्छी कहानियों का समय
‘अमर उजाला’ से एक खास मुलाकात में अनुभव कहते हैं, ‘मुझे इन फिल्मों से आर्थिक फायदा हुआ हो या कि मैं बहुत बड़ा प्रोड्यूसर बन गया हूं, इस सब पर मेरा ध्यान नहीं जाता। और, न ही मैं इस सफलता को अपने ऊपर हावी ही होने देता हूं। हां, सबसे बड़ा फायदा जो मुझे हुआ है वह है कि अब अच्छी कहानियां चलकर मेरे पास आ रही हैं। मैंने लेखकों की अपनी एक टीम इस बीच बनाई है जिनके साथ पटकथाएं लिखने में मुझे सहूलियत होती है। मैं खुद भी इन दिनों तमाम कहानियां सोच पा रहा हूं। कहानियों के इस संकलन से मुझे आगे की दिशा निर्धारित करने में मदद मिलती है। लेकिन अपनी अगली फिल्म शुरू करने से पहले अब मैं थोड़ा आराम चाहता हूं।
विज्ञापन
विज्ञापन
5 of 7
अनुभव सिन्हा
- फोटो : अमर उजाला ब्यूरो, मुंबई
विज्ञापन
विविधता में एकता, बर्ताव में लाने की बात
अनुभव सिन्हा की बतौर निर्देशक एक और फिल्म ‘भीड़’ की शूटिंग पूरी हो चुकी है। एक और फिल्म की शूटिंग वह सर्दियों में शुरू करने वाले थे लेकिन अब वह इसे अगले साल शुरू करेंगे। उससे पहले उनकी राजकुमार राव स्टारर फिल्म ‘भीड़’ नवंबर में रिलीज होगी। शुक्रवार को रिलीज हो रही फिल्म ‘अनेक’ की चर्चा चलने पर वह कहते हैं, ‘ये फिल्म उत्तर पूर्व की पृष्ठभूमि पर बनी जरूर है लेकिन इसकी कहानी किसी भी ऐसी जगह की हो सकती है जिसे हम भारत की मुख्यधारा का प्रदेश मानने को तैयार नहीं है। हमारी परवरिश ऐसी हुई है कि जो हमारे जैसा नहीं लगता उसे हम भारतीय ही नहीं मानते। फिल्म बस यही बात कहती है कि अनेकता में एकता वाली बात को सच की कसौटी पर कसने की जरूरत है। हम अपने देश को विविधताओं वाला देश अगर मानते हैं तो हमें इसे अपने बर्ताव में भी दिखाना होगा।’
एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें
अतिरिक्त ₹50 छूट सालाना सब्सक्रिप्शन पर
Next Article
Disclaimer
हम डाटा संग्रह टूल्स, जैसे की कुकीज के माध्यम से आपकी जानकारी एकत्र करते हैं ताकि आपको बेहतर और व्यक्तिगत अनुभव प्रदान कर सकें और लक्षित विज्ञापन पेश कर सकें। अगर आप साइन-अप करते हैं, तो हम आपका ईमेल पता, फोन नंबर और अन्य विवरण पूरी तरह सुरक्षित तरीके से स्टोर करते हैं। आप कुकीज नीति पृष्ठ से अपनी कुकीज हटा सकते है और रजिस्टर्ड यूजर अपने प्रोफाइल पेज से अपना व्यक्तिगत डाटा हटा या एक्सपोर्ट कर सकते हैं। हमारी Cookies Policy, Privacy Policy और Terms & Conditions के बारे में पढ़ें और अपनी सहमति देने के लिए Agree पर क्लिक करें।