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बेटे की बात खौला सकती है खून: शादी में अपशकुन बोल ठुकराया मां का शव, गांववालों ने दफनाया तो पति फूट-फूटकर रोया

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, गोरखपुर Published by: विकास कुमार Updated Tue, 25 Nov 2025 05:30 PM IST
सार

भुआल गुप्ता और उनकी पत्नी पिछले कई महीनों से जौनपुर के वृद्धाश्रम में रह रहे थे। बड़े बेटे ने घर से निकाल दिया था। संस्था के लोगों ने इलाज, रहने और खाने की व्यवस्था की थी। 

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son refused to accept his mother dead body villagers buried her husband broke down in tears
पति का अंतिम संस्कार न होने पर रोया बुजुर्ग पति - फोटो : अमर उजाला

यूपी के गोरखपुर स्थित कैंपियरगंज थानाक्षेत्र के भरोहियां ग्राम पंचायत में एक ऐसी घटना सामने आई जिसने गांव में ही नहीं, सोशल मीडिया पर भी भारी आक्रोश पैदा कर दिया। जौनपुर वृद्धाश्रम में रह रही शोभा देवी (65) की तबीयत बिगड़ने पर मौत हो गई। लेकिन जब सुचना उनके बड़े बेटे को दी गई तो उसने मां का शव घर लाने से मना कर दिया। कारण बताया, घर में बेटे की शादी है, लाश आई तो अपशकुन हो जाएगा। उसने यहां तक कह दिया कि शव को चार दिन फ्रीजर में रख दिया जाए, शादी के बाद आकर दाह संस्कार कर देगा।

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शोभा देवी - फोटो : अमर उजाला

घाट किनारे मिट्टी में दफना दी शोभा देवी की लाश
यह सुनकर मृतका के पति भुआल गुप्ता का दिल टूट गया। वह अपनी पत्नी की अंतिम इच्छा पूरी कराने के लिए जौनपुर से गोरखपुर तक शव लेकर पहुंचे, लेकिन यहां भी बड़े बेटे ने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद गांव के लोगों और रिश्तेदारों ने समझाया और दिखावा भर की सहमति से शोभा देवी को घाट किनारे मिट्टी में दफना दिया गया।

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पति और पत्नी - फोटो : अमर उजाला

'मिट्टी में उसकी लाश को कीड़े खा जाएंगे'
यहीं से बुजुर्ग पिता की पीड़ा फूट पड़ी। रोते हुए वह बार-बार कहते रहे, 'मेरी पत्नी हिंदू रीति रिवाज से विदा होने की हकदार थी। उसे जला भी नहीं पाए। उसे मिट्टी में दफना दिया गया, वहां कीड़े खा जाएंगे…।' उन्हें संभालना लोगों के लिए मुश्किल हो गया।

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भुआल गुप्ता और शोभा देवी - फोटो : अमर उजाला

पति-पत्नी सिर्फ छोटे बेटे से करते थे बात
भुआल गुप्ता और उनकी पत्नी पिछले कई महीनों से जौनपुर के वृद्धाश्रम में रह रहे थे। बड़े बेटे ने घर से निकाल दिया था। संस्था के लोगों ने इलाज, रहने और खाने की व्यवस्था की थी। पति-पत्नी कभी-कभी छोटे बेटे से फोन पर बात भी कर लेते थे। लेकिन मौत के बाद भी हालात नहीं बदले।

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शोभा देवी - फोटो : अमर उजाला

गांव में गुस्सा
गांव में लोग इस घटना पर गुस्से में हैं। सोशल मीडिया पर भी लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कई लोगों ने शोभा देवी के अंतिम दिनों के वीडियो व तस्वीरें भी शेयर की हैं। अब गांव के पंडित ने परामर्श दिया है कि आटे का पुतला बनाकर वैदिक प्रक्रिया से दाह संस्कार किया जाए, ताकि अंतिम संस्कार की धार्मिक पूर्णता हो सके।

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