रोहतक के जाट कॉलेज हत्याकांड में मरने वालों की संख्या अब छह हो गई है। मनोज और साक्षी के तीन साल के मासूम बेटे सरताज ने भी वारदात के चार दिन बाद पीजीआई रोहतक में दम तोड़ दिया है। सरताज के सिर में गोली लगी थी। इस हत्याकांड में मनोज, उनकी पत्नी साक्षी, पहलवान पूजा, कोच सतीश और प्रदीप उर्फ फौजी की पहले ही मौत हो चुकी है।
बताई जा रही वारदात की ये वजह
बताया जाता है कि जाट कॉलेज अखाड़े में आने वाली महिला खिलाड़ी पूजा के परिजनों ने कोच मनोज से सुखविंदर की शिकायत की थी। मृतक कोच मनोज के भाई प्रमोज के अनुसार महिला खिलाड़ी पूजा ने अपने परिवार से सुखविंदर की शिकायत की थी।
शिकायत में बताया था कि सुखविंदर उसे परेशान कर रहा है व वह उस पर शादी का दबाव बना रहा है।परिवार ने यह शिकायत कोच मनोज को की। जिस शिकायत के बाद मनोज ने सुखविंदर कोच को अखाड़े में प्रशिक्षण के लिए आने से मना कर दिया था। इसी बात की रंजिश में सुखविंदर ने वारदात को अंजाम दिया।
आरोपी कुश्ती कोच सुखविंद्र को दिल्ली पुलिस ने धर दबोचा था। उस पर हरियाणा पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित कर रखा था। सोमवार को रोहतक पुलिस तिहाड़ जेल में बंद आरोपी सुखविंदर को प्रोडक्शन वारंट पर लेकर आई, दूसरी तरफ गोली लगने से घायल अमरजीत ने भी अपना मुंह खोला।
साथ ही खुलासा हुआ है कि आरोपी रेसलिंग कोच सात नहीं, बल्कि 10 लोगों की हत्या करना चाहता था। उसने महिला पहलवान सहित तीन और लोगों को भी कॉल कर बुलाया था लेकिन वे आरोपी की बातों में नहीं आए। पुलिस ने आरोपी का चार दिन का रिमांड हासिल किया है।