Health Indicators Tongue : हमारी जीभ हमारे शरीर के आंतरिक स्वास्थ्य का आइना होती है। अक्सर लोग जीभ पर दिख रहे लक्षणों को नजरअंदाज कर देते हैं। आयुर्वेद में जीभ के रंग, बनावट और उस पर दिखने वाले छोटे-बड़े बदलावों को देखकर बीमारियों और पोषण की कमी का पता लगाने का विधान है। एक हेल्दी जीभ का रंग आमतौर पर हल्का गुलाबी-लाल होता है, जिस पर छोटे-छोटे उभार होते हैं।
Health Tips: आपकी सेहत के बारे में बहुत कुछ बता सकती है जीभ, इन संकेतों को न करें नजरअंदाज
Tongue Tealth Signs: जब भी हम कुछ खाते हैं तो उसका स्वाद हमें जीभ से पता चलता है। पर जीभ का काम सिर्फ स्वाद बताना नहीं है, ये अंग हमारे शरीर के आंतरिक समस्याओं के बारे में भी बताता है। आइए इस लेख में इसी के बारे में विस्तार से जानते हैं।
बहुत लाल या चिकनी जीभ
एक स्वस्थ जीभ का रंग हल्का गुलाबी होता है, लेकिन जब जीभ का रंग असामान्य रूप से चमकीला लाल या बहुत अधिक चिकना दिखाई दे, तो यह विटामिन B12 या फोलिक एसिड की कमी का संकेत हो सकता है। विटामिन B12 की कमी अक्सर लाल रक्त कोशिकाओं के निर्माण को प्रभावित करती है। इसके अलावा चिकनी या सूजी हुई जीभ कभी-कभी यह भी बताती है कि आपकी छोटी आंत में पोषक तत्वों के अवशोषण में कोई समस्या चल रही है।
ये भी पढ़ें- Cancer: यूके के पूर्व प्रधानमंत्री को हुआ प्रोस्टेट कैंसर, जानिए इसके लक्षण और समय पर पता लगाने के तरीके
जीभ पर मोटा सफेद दाग दिखना
जीभ पर मोटा सफेद दाग दिखना (जो पनीर के जैसा लगे) अक्सर ओरल थ्रश नामक यीस्ट संक्रमण का संकेत होता है, जो कैंडिडा के अत्यधिक बढ़ने के कारण होता है। यह उन लोगों में अधिक होता है जिन्हें डायबिटीज है, और उनकी इम्यूनिटी कमजोर है, या जिन्हें क्रॉनिक सूखे मुंह की शिकायत है। इसके अलावा, सफेद धब्बे ल्यूकोप्लाकिया का भी संकेत हो सकते हैं, जो कैंसर में बदल सकते हैं।
ये भी पढ़ें- Dharmendra Death: लंबे समय से डिस्पेनिया का शिकार थे अभिनेता धर्मेंद्र, जानिए इस समस्या के बारे में विस्तार से
जीभ पर गांठ या सूजन वाले दाने
जीभ पर छोटे-छोटे दाने या सूजन वाले उभार तनाव, धूम्रपान या नींद की कमी के कारण हो सकते हैं, जो आमतौर पर हानिकारक नहीं होते हैं। हालांकि अगर कोई गांठ या घाव दो सप्ताह से अधिक समय तक बना रहता है, खासकर जीभ के किनारों या नीचे, तो यह ओरल कैंसर के शुरुआती चरणों का संकेत हो सकता है, जिसकी तुरंत डॉक्टर या डेंटिस्ट से जांच करानी चाहिए।
जीभ की समस्याओं से बचने के लिए अच्छी ओरल हाइजीन बनाए रखना बहुत जरूरी है। रोजाना जीभ को साफ करें (टंग क्लीनर से) और खूब पानी पीकर हाइड्रेटेड रहें। अगर लक्षण लगातार बने रहते हैं या अचानक गंभीर हो जाते हैं, तो घरेलू उपचारों पर निर्भर न रहें, बल्कि तुरंत डॉक्टर से मिलकर इसका सही इलाज कराएं।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।