शरीर को स्वस्थ रखने, रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने और कई प्रकार की बीमारियों से बचाव के लिए हमें रोजाना आहार के माध्यम से भरपूर मात्रा में पोषक तत्वों की जरूरत होती है। विटामिन-डी हमारी सेहत के लिए कई मामलों में महत्वपूर्ण है। हड्डियों को मजबूत रखने, शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने और इम्युनिटी सिस्टम की मजबूती के लिए विटामिन-डी हमारे लिए बहुत आवश्यक माना जाता है।
Monsoon Diet: मानसून में विटामिन-डी वाली इन चीजों को जरूर करें आहार में शामिल, दूर रहेंगी संक्रामक बीमारियां
क्यों जरूरी है विटामिन-डी?
आहार विशेषज्ञ बताते हैं, विटामिन-डी के अल्पकालिक और दीर्घकालिक कई प्रकार के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। ये इम्युनिटी को मजबूत बनाकर फ्लू सहित कई प्रकार की संक्रामक बीमारियों से बचाने के लिए तो जरूरी है ही साथ ही कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाकर मजबूत हड्डियों के निर्माण के लिए भी महत्वपूर्ण है। आहार में पर्याप्त कैल्शियम और विटामिन-डी की मात्रा ऑस्टियोपोरोसिस जैसी हड्डियों की गंभीर समस्याओं को रोकने में मदद करती है।
सूरज की रोशनी विटामिन-डी का सबसे अच्छा स्रोत है। मानसून के दिनों में आहार में कई चीजों को शामिल करके भी इसका आसानी से पूर्ति की जा सकती है?
अंडों से प्राप्त करें विटामिन-डी
स्वास्थ्य विशेषज्ञ बताते हैं, मानसून के दिनों में विटामिन-डी की आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए अंडे खाना विशेष लाभकारी हो सकता है। अंडे के सफेद भाग में भरपूर प्रोटीन होता है, वहीं इसकी जर्दी विटामिन-डी सहित कई अन्य प्रकार के पोषक तत्वों से भरपूर होती है। रोजाना दो-तीन अंडे शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन, विटामिन्स और मिनरल्स का आसानी से पूर्ति करने में सहायक हैं।
कई फलों-सब्जियां भी इसका स्रोत
दैनिक आहार में कई प्रकार के मौसमी फलों-सब्जियों को शामिल करना भी महत्वपूर्ण है। केला, कीवी, पपीता और संतरे जैसे फलों को शामिल करने से आपको विटामिन डी की जरूरतें पूरी करने में मदद मिल सकती है। संतरे में कैल्शियम के साथ-साथ विटामिन डी भी होता है।
कई सब्जियां भी इस विटामिन से भरपूर मानी जाती हैं। शाकाहारी लोग हरी पत्तेदार सब्जियों और साग जैसे केल, पालक और कोलार्ड से विटामिन डी प्राप्त कर सकते हैं। विटामिन-डी के अलावा, ये सब्जियां विटामिन के आयरन और फाइबर की भी पूर्ति करती हैं।
नट्स और सीड्स
विटामिन-डी प्राप्त करने के लिए नट्स और सीड्स भी अच्छे स्रोत हो सकते हैं। काजू और हेजलनट्स, बादाम के सेवन से इसकी आसानी से पूर्ति की जा सकती है। काजू विटामिन-डी के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। इसके अलावा चिया सीड्स, कद्दू के बीज के नियमित सेवन से भी शरीर के लिए इस पोषक तत्व की आवश्यकताओं को पूरा किया जा सकता है।
--------------
नोट: यह लेख डॉक्टर्स का सलाह और मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
अस्वीकरण: अमर उजाला की हेल्थ एवं फिटनेस कैटेगरी में प्रकाशित सभी लेख डॉक्टर, विशेषज्ञों व अकादमिक संस्थानों से बातचीत के आधार पर तैयार किए जाते हैं। लेख में उल्लेखित तथ्यों व सूचनाओं को अमर उजाला के पेशेवर पत्रकारों द्वारा जांचा व परखा गया है। इस लेख को तैयार करते समय सभी तरह के निर्देशों का पालन किया गया है। संबंधित लेख पाठक की जानकारी व जागरूकता बढ़ाने के लिए तैयार किया गया है। अमर उजाला लेख में प्रदत्त जानकारी व सूचना को लेकर किसी तरह का दावा नहीं करता है और न ही जिम्मेदारी लेता है। उपरोक्त लेख में उल्लेखित संबंधित बीमारी के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।