घुटनों में दर्द होना काफी सामान्य है, पर हर दर्द गठिया (आर्थराइटिस) नहीं होता है। आंकड़ों पर नजर डालें तो पिछले कुछ वर्षों में गठिया के मामले काफी तेजी से बढ़ते हुए रिपोर्ट किए गए हैं। करीब दो दशक पहले तक आर्थराइटिस को उम्र बढ़ने के साथ होने वाली समस्या के तौर पर जाना जाता था, लेकिन अब कम उम्र के लोग भी इसके शिकार पाए जा रहे हैं।
Health Tips: घुटनों में महसूस होती है ऐसी दिक्कत, कहीं ये आर्थराइटिस तो नहीं? ऐसे कर सकते हैं पहचान
लगातार बना रहने वाला दर्द
घुटनों में दर्द की समस्या चोट के कारण भी हो सकती है जोकि समय के साथ ठीक हो जाती है, हालांकि गठिया का दर्द आमतौर पर धीरे-धीरे शुरू होता है और धीरे-धीरे बढ़ता है। जब आप चलते हैं, सीढ़ियाँ चढ़ते हैं या जॉगिंग करते हैं तो इसका एहसास अधिक हो सकता है। गठिया के लक्षण समय के साथ गंभीर होते जा सकते हैं, विशेष रूप से ठंड के मौसम या शारीरिक गतिविधि के दौरान इसका दर्द अधिक महसूस हो सकता है।
दर्द के साथ सूजन
घुटनों में यदि लगातार दर्द के साथ सूजन की भी दिक्कत रहती है तो इसे गठिया का संकेत माना जा सकता है। कई बार जोड़ों के आसपास अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने के कारण इस समस्या का एहसास अधिक होता है। सूजन के साथ-साथ बुखार और थकान होना भी आम बात है। घुटनों में यदि लगातार सूजन के साथ दर्द बनी रहती है तो इस बारे में किसी विशेषज्ञ से सलाह जरूर ले लेनी चाहिए।
क्रैकिंग जैसी आवाज आना
यह चलने के दौरान घुटने से हल्की क्रैकिंग जैसी आवाज आती है तो इसे आमतौर पर घुटनों में गठिया का शुरुआत माना जाता है। इस स्थिति को मेडिकल की भाषा में क्रेपिटस कहा जाता है। जब घुटनों के कार्टिलेज खराब होने लगते हैं तो इस तरह की समस्या का जोखिम हो सकता है। कार्टिलेज के क्षतिग्रस्त होने के कारण हड्डियों में रगड़न हो सकता है जो गंभीर दर्द का कारण बन सकती है।
घुटने में विकृति
जैसे-जैसे गठिया की समस्या बढ़ती है, घुटने धीरे-धीरे ख़राब होने लगते हैं। गठिया की समस्या कार्टिलेज और टेंडन को स्थाई नुकसान पहुंचाती है जिसके कारण सूजन, लालिमा और दर्द अक्सर बना रहता है। जैसे-जैसे मांसपेशियां कमजोर होती जाती हैं, घुटने बाहर की ओर मुड़े हुए विकृति स्थिति में भी नजर आने लग जाते हैं। यह गठिया की गंभीर स्थितियों में से एक है जिसपर गंभीरता से ध्यान देने की आवश्यकता होती है। धीरे-धीरे इस विकृति के पैरों में भी फैलने का जोखिम रहता है।
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नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्ट्स और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सुझाव के आधार पर तैयार किया गया है।
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