Side Effects of Packaged Foods: साल 2025 खत्म होने में अब सिर्फ कुछ ही दिन शेष हैं, हम साल 2026 की दहलीज पर खड़े हैं और हमारी सबसे बड़ी चुनौती अपनी बदलती जीवनशैली और खान-पान की गलत आदतों को सुधारना है। आज के समय में बहुत से लोगों को 'पैकेट बंद' और 'प्रोसेस्ड फूड' खाना पसंद है, जो स्वाद में तो अच्छे लगते हैं लेकिन धीरे-धीरे शरीर को खोखला कर रहे होते हैं।
Year 2026: नए साल में प्रोसेस्ड फूड छोड़ने का लें संकल्प, इन चीजों को बनाएं आहार का हिस्सा
आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में बहुत से लोग प्रोसेस्ड फूड खाना पसंद करते हैं। हैरानी की बात ये है कि अधिकतर लोगों को ये मालूम है कि प्रोसेस्ड फूड संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होता है। आइए इस लेख में जानते हैं कि आप प्रोसेस्ड फूड के बजाय क्या खा सकते हैं।
मैदा और रिफाइंड अनाज की जगह 'मिलेट्स' चुनें
सफेद ब्रेड, पास्ता और बिस्कुट जैसे प्रोसेस्ड अनाज की जगह इस साल मोटा अनाज जैसे बाजरा, रागी, और ज्वार को शामिल करें। रिफाइंड अनाज से फाइबर निकल जाता है, जबकि मिलेट्स फाइबर और सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। यह न केवल आपके शुगर लेवल को स्थिर रखते हैं बल्कि लंबे समय तक पेट भरा होने का अहसास भी कराते हैं, जिससे आप बेवजह खाने से बच जाते हैं।
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ताजे फल और 'होल फ्रूट्स' अपनाएं
बाजार में मिलने वाले डिब्बाबंद जूस में केवल 'लिक्विड शुगर' होती है, जिसमें फल के गुण न के बराबर होते हैं। इसकी जगह सीधे ताजे मौसमी फल खाने की आदत डालें। फल खाने से आपको जरूरी फाइबर मिलता है जो पाचन के लिए अनिवार्य है। यदि प्यास लगे तो पैकेट बंद ड्रिंक्स के बजाय नारियल पानी या घर पर बना नींबू पानी पिएं, जो शरीर को प्राकृतिक रूप से हाइड्रेट करते हैं।
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पैकेज्ड स्नैक्स की जगह नट्स और भुने चने
शाम की भूख के लिए चिप्स या फ्रोजन स्नैक्स के पैकेट खोलने के बजाय अपनी मेज पर नट्स, बीज और भुने हुए चने रखें। प्रोसेस्ड स्नैक्स में मौजूद 'ट्रांस फैट' नसों को ब्लॉक करता है। बादाम, अखरोट और कद्दू के बीज न केवल मस्तिष्क के लिए अच्छे हैं, बल्कि इनमें मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड हृदय स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है।
बाजार के केचप और मेयोनीज में भारी मात्रा में प्रिजर्वेटिव्स और छिपी हुई चीनी होती है। इस साल अपनी रसोई में ताजे पुदीने, धनिया, आंवला या तिल की घरेलू चटनी को शामिल करें। घर पर बनी चटनियां प्रोबायोटिक्स और एंजाइम्स से भरपूर होती हैं जो इम्युनिटी बढ़ाती हैं। याद रखें कि जितना कम भोजन फैक्ट्रियों से होकर आपकी मेज तक आएगा, आप उतने ही अधिक स्वस्थ और निरोगी रहेंगे।
नोट: यह लेख मेडिकल रिपोर्टस से एकत्रित जानकारियों के आधार पर तैयार किया गया है।
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