Mothers Day 2025: मदर्स डे 11 मई 2025 को मनाया जा रहा है। इस दिन मां के मातृत्व को सलाम किया जाता है, जिसके लिए बच्चे अपनी मांं को खास महसूस कराते हैं। बच्चों का फर्ज बनता है कि वह अभी अपनी मां की उसी तरह देखभाल या फिक करें जैसे मां करती हैं। इसलिए मदर्स डे पर मां को कोई तोहफा दे या न दें, लेकिन स्वस्थ रहने के लिए प्रेरित जरूर करें। मां के बेहतर स्वास्थ्य के लिए बच्चे मां को योगासन सिखा सकते हैं।
नियमित कुछ योगासनों का अभ्यास करने से महिलाओं को कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। 40 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं जैसे हड्डियों का कमजोर होना, मांसपेशियों की ताकत घटना, मेटाबॉलिज्म धीमा होना, मानसिक तनाव बढ़ना और जोड़ों की समस्या आदि। ऐसे में कुछ असरदार योगासन रोजाना करने से न केवल इन समस्याओं से बचा जा सकता है बल्कि बुढ़ापे में भी शरीर और मन चुस्त-दुरुस्त बना रहता है।
इस मदर्स डे अपनी मां को तीन ऐसे प्रभावी योगासन सिखाएं ताकि उम्र बढ़ने पर वह बच्चों पर निर्भर न रहें और बुढ़ापे में भी एक्टिव रहें। उनको हड्डियों का दर्द, पेट की समस्याएं समेत अन्य बढ़ती उम्र वाली बीमारियों से दूर रखने के लिए अभी से नियमित योगासन के लिए प्रोत्साहित करें। यहां तीन सबसे प्रभावी योगासन बताए जा रहे हैं, जिन्हें हर महिला को 40 के बाद अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।
नियमित कुछ योगासनों का अभ्यास करने से महिलाओं को कई स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं। 40 की उम्र के बाद महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव आते हैं जैसे हड्डियों का कमजोर होना, मांसपेशियों की ताकत घटना, मेटाबॉलिज्म धीमा होना, मानसिक तनाव बढ़ना और जोड़ों की समस्या आदि। ऐसे में कुछ असरदार योगासन रोजाना करने से न केवल इन समस्याओं से बचा जा सकता है बल्कि बुढ़ापे में भी शरीर और मन चुस्त-दुरुस्त बना रहता है।
इस मदर्स डे अपनी मां को तीन ऐसे प्रभावी योगासन सिखाएं ताकि उम्र बढ़ने पर वह बच्चों पर निर्भर न रहें और बुढ़ापे में भी एक्टिव रहें। उनको हड्डियों का दर्द, पेट की समस्याएं समेत अन्य बढ़ती उम्र वाली बीमारियों से दूर रखने के लिए अभी से नियमित योगासन के लिए प्रोत्साहित करें। यहां तीन सबसे प्रभावी योगासन बताए जा रहे हैं, जिन्हें हर महिला को 40 के बाद अपनी दिनचर्या में शामिल करना चाहिए।