राजस्थान के भीलवाड़ा में सामने आए दिल दहला देने वाले हत्याकांड ने पूरे देश को चौंका दिया है। एक आईआईटी स्नातक इंजीनियर दीपक नायर ने अंधविश्वास और मानसिक विकृति के चलते अपने दो दोस्तों और मंदिर के एक चौकीदार की बेरहमी से हत्या कर दी। हत्या के बाद उसने न केवल उन्हें मौत के घाट उतारा बल्कि उनकी लाशों के साथ भी वीभत्स हरकतें कीं। पुलिस ने दीपक को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ में जो खुलासे हुए हैं, वे बेहद चौंकाने वाले हैं।
Rajasthan: भीलवाड़ा में IITian इंजीनियर बना साइको किलर, अंधविश्वास में तीन लोगों की हत्या कर काटे निजी अंग
Bhilwara News: भीलवाड़ा में IITian इंजीनियर दोस्तों और मंदिर के चौकीदार की बेरहमी से हत्या कर दी। पुलिस को आरोपी के घर से दो और शव मिले। अंधविश्वास, शराब और हिंसक मानसिकता का इस मामले में कैसी भूमिका रही... इस खबर में पढ़ें।
घर में पुलिस को उसके दो दोस्तों संदीप भारद्वाज और मोनू के शव भी मिले। कमरे में चारों ओर खून बिखरा था, जले हुए गद्दे और टूटी लकड़ियों के बीच दोनों के शव पड़े हुए थे। दोनों पर भी धारदार हथियार से किए गए गहरे घाव थे और उनके प्राइवेट पार्ट को भी निशाना बनाया गया था। जांच में सामने आया कि दीपक ने वारदात की रात दोस्तों के साथ शराब पी थी और किसी बात पर बहस होने के बाद उसने आपा खोकर उनकी हत्या कर दी थी।
अंधविश्वास और मानसिक विकृति की बात आई सामने
पुलिस पूछताछ में दीपक ने दावा किया कि उसके दोस्तों ने उसके घर पर जादू-टोना कर दिया था, इसलिए उसने उनकी हत्या कर दी। उसने मंदिर के पुजारी पर भी टोना-टोटका का आरोप लगाया था। पुलिस का मानना है कि दीपक अपनी बातों से गुमराह करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन उसकी मानसिक स्थिति पर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
डीएसपी श्याम सुंदर बिश्नोई ने बताया कि दीपक आदतन अपराधी है और साइको टेंडेंसी वाला है। उस पर भीलवाड़ा और केरल में पहले से छह से सात आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। 2015 में प्रताप नगर थाने में पुलिसकर्मियों से मारपीट का मामला और 2020 में कार शोरूम से ट्रायल के बहाने कार चोरी का मामला भी उसके खिलाफ दर्ज है।
आईआईटी से इंजीनियर बना, फिर साइको किलर
जानकारी के मुताबिक, दीपक नायर केरल का मूल निवासी है और भीलवाड़ा में ही उसका जन्म हुआ था। माता-पिता के निधन के बाद वह अकेला न्यू बापूनगर के मकान में रह रहा था। उसने आईआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और एक नामी मोबाइल कंपनी में 70 से 80 हजार रुपये मासिक वेतन पर कार्यरत था। चित्तौड़गढ़ जिले के निम्बाहेड़ा क्षेत्र की जिम्मेदारी उसके पास थी।
23 अप्रैल की रात अय्यप्पा मंदिर में तैनात गार्ड की हत्या और फिर 24 अप्रैल को घर से दो दोस्तों के शव मिलने के बाद यह साफ हो गया कि दीपक किसी गंभीर मानसिक विकृति से ग्रसित है। पुलिस उसकी साइकोलॉजिकल प्रोफाइलिंग करवा रही है ताकि उसकी मानसिक स्थिति का आकलन किया जा सके।
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जांच का दायरा बढ़ाया, अन्य संभावित हत्याओं की भी पड़ताल
पुलिस ने इस मामले में अब जांच का दायरा भी बढ़ा दिया है। डीएसपी सिटी मनीष बडगुर्जर ने बताया कि एक विशेष टीम गठित की गई है जो दीपक के सभी पुराने संपर्कों और जानने वालों से जानकारी जुटा रही है। यह आशंका भी जताई जा रही है कि कहीं दीपक ने पहले भी किसी अन्य व्यक्ति की हत्या तो नहीं की है।