बागपत जनपद के पलड़ा गांव से 15 जुलाई को घर से गई सानिया (18) को उसके परिजनों ने हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले से एक गांव के रहने वाले प्रेमी सागर के साथ पकड़ लिया। वहां से लाकर पहले 16 जुलाई को गांव के जंगल में नलकूप पर बंधक बनाकर दोनों की पिटाई की।
UP: हिमाचल से पकड़ा, गांव तक पीटा; प्रेमी संग गई सानिया की फिर गला दबाकर हत्या, शव दफनाकर बोले-टीबी से हुई मौत
बागपत के पलड़ा गांव में सानिया नाम की युवती की उसके परिजनों ने प्रेमी के साथ भागने पर गला दबाकर हत्या कर दी। शव को कब्रिस्तान में दबा दिया गया। प्रेमी सागर के परिवार की शिकायत और पूछताछ में यह चौंकाने वाला मामला सामने आया।


हिमाचल में मजदूरी करता था प्रेमी
पलड़ा गांव निवासी रामपाल ने बताया कि वह अपने परिवार के साथ हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करता है। वह छह फरवरी को गांव में वापस आकर रहने लगा था। होली पर्व के आसपास गांव के ही वलीस की बेटी सानिया के साथ उसके बेटे सागर की दोस्ती हो गई।
कुछ दिन पहले गांव के ही वसील का बेटा उनके घर आया और उसके बेटे पर अपने घर के बाहर खड़े होने का आरोप लगाकर जान से मारने की धमकी देकर गया। उनसे डरकर उसने अपने बेटे सागर को गांव से दोबारा हिमाचल प्रदेश में ईंट भट्ठे पर मजदूरी करने भेज दिया।

15 जुलाई को लापता हो गई थी सानिया
रामपाल ने बताया कि 15 जुलाई को सानिया भी अपने घर से लापता हो गई। तभी रात में करीब तीन बजे वलीस का बेटा साहिब अपने चचेरे भाई और रिश्तेदार के साथ उनके घर आया। वह सागर के बारे में पूछताछ करने लगे।
सागर का फोन बंद मिलने पर साहिब पूरे परिवार को जान से मारने की धमकी दी और उसे व उसकी नाबालिग बेटी को जबरदस्ती गाड़ी में बैठाकर अपने साथ हिमाचल लेकर चला गया। 16 जुलाई को हिमाचल प्रदेश में ईंट भट्ठे पर मिले सागर के साथ साहिब और अन्य ने मारपीट की, वहां से सागर उन्हें कुछ दूर ही सानिया के पास ले गया।

हिमाचल से पलड़ा तक गाड़ी में भी की मारपीट
रामपाल के अनुसार हिमाचल प्रदेश से पलड़ा गांव तक गाड़ी में सागर और सानिया की पिटाई की गई। गांव में सानिया के परिवार वाले दोनों को अपने नलकूप पर ले गए और वहां भी बंधक बनाकर पिटाई की। साहिब ने सागर की वीडियो बनाकर सोनिया को ले जाने में दूसरे युवकों के शामिल होने के बारे में भी कहलवाया।
पिटाई करने के बाद दोबारा गांव में दिखाई देने पर जान से मारने की धमकी देकर सागर, उसके पिता रामपाल, बहन अंशु को रास्ते में छोड़ दिया और सानिया को लेकर घर ले गए। 23 जुलाई की सुबह परिवार वालों ने सानिया की हत्या कर कब्रिस्तान में गड्ढा खोदाई कर शव दबा दिया। रामपाल ने बताया कि साहिब और उसके परिवार वालों ने 15 जुलाई को सानिया की गोली मारकर हत्या का एलान कर दिया था।

गांव वालों को लगी भनक तो बताया टीबी से हुई बेटी की मौत
जब गांव में 23 जुलाई को सानिया की मौत की खबर फैली तो पहले टीबी से मौत होने की बात कही गई। मगर इस बारे में एसपी को फोन करके शिकायत की गई। पुलिस ने मामले में सानिया के ताऊ मतलूब को पकड़कर पूछताछ की तो पूरी घटना के बारे में बता दिया।
परिवार के अन्य सदस्य घर से फरार हैं। शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए डीएम ने शुक्रवार शाम को अनुमति दी। पुलिस ने रात होने के कारण शुक्रवार को शव निकालकर पोस्टमार्टम कराने की बात कही है।