{"_id":"69423021290f1784fe0c04b0","slug":"yamuna-expressway-accident-morning-alert-sparks-chaos-as-43-injured-rush-to-hospital-2025-12-17","type":"photo-gallery","status":"publish","title_hn":"मथुरा हादसा: सुबह सात बजे आया अलर्ट मैसेज, गूंजने लगे एंबुलेंस के सायरन...घायलों की हालत देख कांप गई रूह","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
मथुरा हादसा: सुबह सात बजे आया अलर्ट मैसेज, गूंजने लगे एंबुलेंस के सायरन...घायलों की हालत देख कांप गई रूह
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: धीरेन्द्र सिंह
Updated Wed, 17 Dec 2025 09:52 AM IST
सार
यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन 127 के समीप हुए सड़क हादसे में 13 लोगों की मौत हो गई, जबकि 100 से अधिक घायल हो गए। सुबह सात बजते ही अलर्ट मैसेज आया। उसके बाद एंबुलेंस का सायरन गूंजने लगा।
विज्ञापन
मथुरा हादसा
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
यमुना एक्सप्रेसवे के माइल स्टोन 127 के समीप हुए सड़क हादसे में 43 घायलों को सुबह नगर के जिला संयुक्त चिकित्सालय में लाया गया। एंबुलेंस से आते -आते एक वृद्ध ने दम तोड़ दिया जबकि हालत गंभीर होने पर डॉक्टरों ने 20 लोगों को आगरा एवं दिल्ली के लिए रेफर कर दिया। 11 लोग प्राथमिक उपचार के बाद वहां से छुट्टी लेकर चले गए। अस्पताल में सुबह से शाम तक अफरातफरी बनी रही।
Trending Videos
अस्पताल में पहुंची एंबुलेंस
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
अस्पताल में हलचल मच गई। अधिकांश घायलों के पैर और हाथों में फैक्चर होने से दर्द से कराह रहे थे। कई के सिर और नाक से खून निकल रहे थे। इसी बीच गोंडा के मस्कीन बाजार निवासी 62 वर्षीय सुल्तान अहमद को लेकर उनके दामाद इकबाल अस्पताल लेकर पहुंचे। यहां आते-आते उन्होंने दम तोड़ दिया। डॉक्टर ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मृतक के बड़े बेटे मुमताज को सूचना देकर बुलाया और पोस्टमार्टम के लिए शव भेजा।
विज्ञापन
विज्ञापन
घायल से बातचीत करते एसएसपी
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
घायलों की बढ़ती संख्या को देख सीएमएस ने घायलों के उपचार की जिम्मेदारी डाॅ. दिलीप कुमार, डाॅ. पवन कुमार, डाॅ. लवेश कुमार, डाॅ. हर्ष एवं सीएचसी से डाॅ. लवेश को सौंपी। आर्थोपेडिक न होने के कारण केडी मेडिकल कॉलेज से हड्डी रोग विशेषज्ञ को बुलाया गया। अस्पताल में 20 घायल ऐसे आए जिसके सिर, रीढ़ की हड्डी और सीने में गंभीर चोट होने पर उन्हें आगरा के लिए रेफर कर दिया गया। जिला संयुक्त चिकित्सालय की सीएमएस डाॅ. वंदना अग्रवाल ने बताया कि अस्पताल में सुबह साढ़े सात बजे से साढ़े दस बजे तक लगातार घायल आते रहे। अस्पताल में 43 घायलों का उपचार किया गया। 20 को आगरा रेफर किया गया है।
घायल अमन यादव
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
बांकेबिहारी के दर्शन करने आ रहे थे
कानपुर से अपने 4 साथियों के साथ बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने आ रहे अमन यादव जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उनके साथ तीन अन्य साथी भी घायल हैं। उनकी आंख, सिर और हाथ पैर में चोटें आई हैं। अमन ने बताया कि वह कल शाम को वृंदावन के लिए कानपुर से निकले थे। यमुना एक्सप्रेस वे पर उनकी कार में एक बस ने पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद लगातार वाहन एक-दूसरे से टकराते रहे। अमन और उनके साथी कार से निकलकर बाहर आ गए। अचानक बसों में धमाके होने लगे और आग लग गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। घना कोहरा होने के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। संवाद
कानपुर से अपने 4 साथियों के साथ बांके बिहारी मंदिर के दर्शन करने आ रहे अमन यादव जिला अस्पताल में भर्ती हैं। उनके साथ तीन अन्य साथी भी घायल हैं। उनकी आंख, सिर और हाथ पैर में चोटें आई हैं। अमन ने बताया कि वह कल शाम को वृंदावन के लिए कानपुर से निकले थे। यमुना एक्सप्रेस वे पर उनकी कार में एक बस ने पीछे से टक्कर मार दी। इसके बाद लगातार वाहन एक-दूसरे से टकराते रहे। अमन और उनके साथी कार से निकलकर बाहर आ गए। अचानक बसों में धमाके होने लगे और आग लग गई। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर उधर भागने लगे। घना कोहरा होने के कारण कुछ भी दिखाई नहीं दे रहा था। संवाद
विज्ञापन
उपचार कर ते चिकित्सक
- फोटो : संवाद न्यूज एजेंसी
हादसे में गवां दिए घी, गेहूं और रुपये
हादसे में घायल हुए जालौन के मातादीन की कहानी सबसे जुदा है। पत्नी, ससुर और बेटे को लेकर नोएडा जा रहे गांव ठकोर निवासी मातादीन भी बस में सवार थे। बड़े शहर में परिवार की परवरिश के लिए घर से 1 कुंतल अनाज, 5 किलो घी, गर्म कपड़े, कंबल और पांच हजार रुपये लेकर जा रहे थे। सुबह सबेरे हुई घटना में मातादीन ने खुद को और परिवार को बचा लिया लेकिन पसली और पैर में चोट लग जाने से अपना सामान नहीं बचा पाए। बीमारी की हालत में पत्नी शारदा भी उनकी मदद नहीं कर सकी। शारदा के पिता मूंगालाल भी हादसे में घायल हो गए। जिला अस्पताल में मौजूद शारदा ने बताया बड़े शहर में सब कुछ महंगा मिलता है। इस कारण घर से अनाज लेकर जाते हैं।
हादसे में घायल हुए जालौन के मातादीन की कहानी सबसे जुदा है। पत्नी, ससुर और बेटे को लेकर नोएडा जा रहे गांव ठकोर निवासी मातादीन भी बस में सवार थे। बड़े शहर में परिवार की परवरिश के लिए घर से 1 कुंतल अनाज, 5 किलो घी, गर्म कपड़े, कंबल और पांच हजार रुपये लेकर जा रहे थे। सुबह सबेरे हुई घटना में मातादीन ने खुद को और परिवार को बचा लिया लेकिन पसली और पैर में चोट लग जाने से अपना सामान नहीं बचा पाए। बीमारी की हालत में पत्नी शारदा भी उनकी मदद नहीं कर सकी। शारदा के पिता मूंगालाल भी हादसे में घायल हो गए। जिला अस्पताल में मौजूद शारदा ने बताया बड़े शहर में सब कुछ महंगा मिलता है। इस कारण घर से अनाज लेकर जाते हैं।
