लैंड पूलिंग नीति का विरोध: बठिंडा में शिअद का धरना, सुखबीर भी शामिल, सिकंदर सिंह मलूका की बिगड़ी तबीयत
लैंड पूलिंग पॉलिसी को लेकर किसान व विपक्ष सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर आए हैं। बठिंडा और अमृतसर में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। बठिंडा में सचिवालय के बाहर शिअद प्रधान सुखबीर बादल और पार्टी के कार्यकर्ता धरना दे रहे हैं।
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इस विरोध प्रदर्शन में पहुंचे शिअद अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने कहा कि उक्त स्कीम के तहत आप सरकार को एक इंच भी जगह नहीं देंगे। उक्त स्कीम से किसानों की जमीन हड़प कर मुख्यमंत्री मान अपने चहेते भू-माफिया को देना चाहते हैं। किसानों से उनकी पुश्तैनी जमीने छीनी जा रही और इसके साथ किसानों का बड़ा नुकसान होगा। बादल ने कहा कि शिअद के सभी कार्यकर्ता और नेताओं ने एकजुट होकर इस लैंड पूलिंग पॉलिसी के खिलाफ प्रस्ताव पास किया है। बादल ने धरने में शामिल लोगों से आग्रह किया कि वे गांव-गांव में बोर्ड लगा दें कि झाड़ू वालों का गांव में दाखिल होना मना है।
बादल ने एलान किया कि शिअद की सरकार बनते ही राज्य के किसानों को निशुल्क ट्यूबवेल कनेक्शन दिए जाएंगे। इसके अलावा अन्य भलाई स्कीमों को राज्य के लोगों के लिए लागू किया जाएगा। मुख्यमंत्री मान ने पंजाब सरकार को अरविंद केजरीवाल, मनीष सिसोदिया, सतिंदर जैन के हवाले कर दिया और खुद मौज मस्ती की तरफ बढ़ रहे हैं। पंजाब पूरी तरह से आप सरकार के राज में बर्बादी की तरफ बढ़ रहा है। राज्य में व्यापारी बिना किसी डर से अपना व्यापार नहीं कर पा रहा और लगातार प्रदेश में कानून व्यवस्था का बूरा हाल हो रहा है। इस तरफ मुख्यमंत्री मान ध्यान ही नहीं दे रहे।
बादल ने कहा कि शिअद सरकार बनते ही कानून लागू किया जाएगा कि बाहरी राज्य के व्यक्ति को पंजाब में नौकरी नहीं दी जाएगी और न ही बाहरी व्यक्ति राज्य में जमीन खरीद सकेगा। नशे के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान की आड़ में मान सरकार गरीब लोगों के घर गिरा रही। अगर मुख्यमंत्री मान ने पंजाब के साथ गद्दारी करना बंद न की तो आने वाले समय में उनके घर का घेराव किया जाएगा।
बठिंडा में लैंड पूलिंग नीति के विरोध में अकाली दल के धरने दौरान शिअद नेता सिकंदर सिंह मलूका की अचानक तबीयत बिगड़ हो गई। वह पत्रकारों के सवालों के जवाब दे रहे थे। अचानक उन्हें चक्कर आ गया। मौके पर मौजूद पार्टी कार्यकर्ताओं ने उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में पहुंचा। जहां पर उनका उपचार चल रहा।
उधर दूसरी तरफ अमृतसर में किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) की तरफ से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। अमृतसर के पुडा कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में किसान इकट्ठा हुए हैं। लैंड पूलिंग पॉलिसी का विरोध किया जा रहा है। इस प्रदर्शन में किसान नेता सरवन सिंह पंधेर भी मौजूद हैं।
बता दें कि एक दिन पहले लुधियाना में किसान मजदूर मोर्चा (केएमएम) के सदस्यों की ओर से संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) को एक पत्र लिखकर कहा गया था कि लैंड पूलिंग नीति को लेकर एक साथ आने का आग्रह किया ताकि पंजाब सरकार पर दबाव बनाया जा सके।
भूमि अधिग्रहण कानून का उल्लंघन है लैंड पूलिंग पॉलिसी : वड़िंग
पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने कहा है कि पंजाब की लैंड पूलिंग पॉलिसी तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस यूपीए सरकार की तरफ से 2013 में लागू किए गए भूमि अधिग्रहण, पुनर्वास अधिनियम का स्पष्ट उल्लंघन है। वड़िंग ने कहा कि इसी कारण उन्होंने केंद्र सरकार से अपील की है कि वह हस्तक्षेप करे और आप सरकार को पंजाब में किसानों पर जबरन थोपी जा रही लैंड पुलिंग पॉलिसी को लागू किए जाने से रोके।