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Mohali News: दर्शकों को रोमांचित करेगी उड़ती हुई ताड़का की एंट्री
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मोहाली। फेज-11 के श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में सरस्वती कला मंच की ओर से आयोजित की जाने वाली रामलीला इस बार अपना 26वां साल पूरा कर रही है। इस बार की रामलीला में राक्षसी ताड़का के प्रवेश को लेकर एक अनूठा प्रयोग किया जा रहा है। आमतौर पर ताड़का का प्रवेश मुंह से आग निकालते हुए दिखाया जाता है, लेकिन अलग-अलग जगहों पर आग लगने की घटनाओं और हादसों को देखते हुए इस बार ऐसा नहीं किया जाएगा। इसकी जगह ताड़का ऊपर से उड़ती हुई आएगी, जिससे दर्शकों के बीच रोमांच का संचार होगा और सुरक्षा भी बनी रहेगी।
यह कोई सामान्य रामलीला नहीं है बल्कि यहां पेशेवरों और छात्रों का एक ऐसा समूह है जो सालों से भक्ति भाव के साथ पौराणिक पात्रों का किरदार निभा रहा है। यहां राम का किरदार एक व्यवसायी निभा रहे हैं तो सीता का किरदार भी एक बिजनेसमैन ही निभा रहा है। सरस्वती कला मंच ने शहर के लोगों के दिलों में एक खास स्थान बनाया है। हर साल इसका आयोजन पारंपरिक तरीके से किया जाता है, लेकिन कुछ नए और सुरक्षित प्रयोगों के साथ।
रामलीला के किरदार में पेशेवरों और छात्रों की टीम
इस रामलीला की सबसे दिलचस्प बात यहां के कलाकार हैं। भगवान राम का किरदार राम-उमेश नंदा निभा रहे हैं, जो एक व्यवसायी हैं और लगातार 22 सालों से यह भूमिका निभा रहे हैं। वहीं, लक्ष्मण का किरदार एक छात्र मयंक कौशिक निभा रहे हैं जो पिछले 5 साल से इस भूमिका में हैं। सीता की भूमिका में रमन गाबा हैं जो एक व्यवसायी हैं और 15 साल से यह किरदार निभा रहे हैं। हनुमान का किरदार चीनू कनौजिया निभा रहे हैं जो एक नौकरीपेशा हैं और 3 साल से यह भूमिका निभा रहे हैं।
आधुनिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना जरूरी
इस पूरे आयोजन की कमान निर्देशक जुगल किशोर के हाथों में है, जो हर साल इस रामलीला को और भी निखारने और इसे दर्शकों के लिए यादगार बनाने का प्रयास करते हैं। उनका कहना है कि परंपरा को बनाए रखते हुए भी आधुनिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना जरूरी है।

यह कोई सामान्य रामलीला नहीं है बल्कि यहां पेशेवरों और छात्रों का एक ऐसा समूह है जो सालों से भक्ति भाव के साथ पौराणिक पात्रों का किरदार निभा रहा है। यहां राम का किरदार एक व्यवसायी निभा रहे हैं तो सीता का किरदार भी एक बिजनेसमैन ही निभा रहा है। सरस्वती कला मंच ने शहर के लोगों के दिलों में एक खास स्थान बनाया है। हर साल इसका आयोजन पारंपरिक तरीके से किया जाता है, लेकिन कुछ नए और सुरक्षित प्रयोगों के साथ।
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रामलीला के किरदार में पेशेवरों और छात्रों की टीम
इस रामलीला की सबसे दिलचस्प बात यहां के कलाकार हैं। भगवान राम का किरदार राम-उमेश नंदा निभा रहे हैं, जो एक व्यवसायी हैं और लगातार 22 सालों से यह भूमिका निभा रहे हैं। वहीं, लक्ष्मण का किरदार एक छात्र मयंक कौशिक निभा रहे हैं जो पिछले 5 साल से इस भूमिका में हैं। सीता की भूमिका में रमन गाबा हैं जो एक व्यवसायी हैं और 15 साल से यह किरदार निभा रहे हैं। हनुमान का किरदार चीनू कनौजिया निभा रहे हैं जो एक नौकरीपेशा हैं और 3 साल से यह भूमिका निभा रहे हैं।
आधुनिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना जरूरी
इस पूरे आयोजन की कमान निर्देशक जुगल किशोर के हाथों में है, जो हर साल इस रामलीला को और भी निखारने और इसे दर्शकों के लिए यादगार बनाने का प्रयास करते हैं। उनका कहना है कि परंपरा को बनाए रखते हुए भी आधुनिक और सुरक्षित तरीकों को अपनाना जरूरी है।