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मशीनों से सड़कों की सफाई के लिए अभी करना पड़ेगा इंतजार
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मोहाली। शहर की मुख्य सड़कों के किनारे लगे गंदगी के ढेरों से फिलहाल इलाके के लोगों को राहत मिलने के आसार नहीं हैं। नगर निगम की तरफ मशीनों से सड़कों की संबंधी लगाए गए टेंडर में केवल दो कंपनियों ने ही आवेदन किया था। इसके बाद निगम ने टेंडर को रद्द कर दिया है। अब नए सिरे से टेंडर लगाए गए हैं। अगले महीने में टेंडर खुलेंगे। उम्मीद है कि पंद्रह जून से यह काम सिरे चढ़ पाएगा। हालांकि नगर निगम का दावा है कि जब तक कंपनी तय नहीं होती है तब तक निगम मुलाजिम सफाई के काम को पूरा करेंगे।
नगर निगम के मुताबिक मशीनों से सड़कों की सफाई के प्रोजेक्ट के लिए केवल दो कंपनियों ने टेंडर में आवेदन किया था जबकि इस बारे में नियम है कि जब पहली बार टेंडर लगाया जाता है तो उसमें कम से कम तीन कंपनियां होनी चाहिए। इसके बाद एक कंपनी को काम के लिए चुना जाता है। नगर निगम अधिकारियों के सामने इस समय बड़ी विपरीत स्थिति बनी हुई। सफाई के मामले में हर कोई सवाल उठा रहा है। वहीं निगम ने देेरी किए बिना दोबारा टेंडर कॉल कर दिए हैं। अधिकरियों के मुताबिक अब दूसरी बार टेंडर लगाए गए हैं। ऐसे में अब एक कंपनी भी आती है तो उसे भी सफाई का काम सौंप दिया जाएगा। उम्मीद है कि यह काम जल्द ही सिरे चढ़ेगा। इस प्रोजेक्ट में सड़कों की सफाई व धुलाई का काम शामिल रहेगा।
जनवरी में हो गया था ठेेका खत्म
सड़कों की मशीनों से सफाई का ठेका जनवरी में खत्म हो गया था। उस समय राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई थी। ऐसे में नगर निगम की तरफ से टेंडर नहीं लगाए गए थे। निगम के अपने मुलाजिमों को ही इस काम को सौंप दिया गया था लेकिन गर्मी और एरिया अधिक होने की वजह से इस काम में दिक्कत आ रही थी। इसके बाद जैसे ही चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई तो निगम ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी की थी। इस दौरान जब निगम ने प्रोजेक्ट को लेकर बैठक की थी तो कई कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई थी।
हाउस की बैठक में उठ चुका है मुद्दा
इलाके की खस्ताहाल सफाई का मामला नगर निगम की बैठक में उठ चुका है। नगर निगम के 50 वार्डों के पार्षदों ने दलील थी कि यह पहला मौका जब ऐसी स्थिति बनी है। प्रत्येक सड़क पर गंदगी के ढेर लगे हैं जिससे शहर की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। साथ ही बाहर से आने वाले जो लोग इलाके में निवेश करने में दिचलस्पी रखते हैं, वे भी यह चीज देखकर पीछे हट जाते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग गिरने का डर
केंद्र सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में भी इस बार शहर की रैंकिंग गिरने का डर बना हुआ है क्योंकि सफाई समेत कई मानकों को नगर निगम की टीमें पूरा नहीं कर पाई हैं। गत वर्ष कोरोना काल में पूरे देश में नगर निगम 81वीं रैंक पर रहा था। ट्राइसिटी में चंडीगढ़ के बाद दूसरे नंबर पर था लेकिन इस बार हालात काफी खराब है।
क्या कहते हैं अधिकारी
टेंडर के लिए केवल दो कंपनियां आई थी। ऐसे में नए सिरे से टेंडर लगाए गए हैं। चौदह दिन में टेंडर की प्रक्रिया पूरी होगी। इस बार इलाके की सफाई के लिए कंपनी चयनित कर ली जाएगी। -कुलजीत सिंह बेदी, डिप्टी मेयर नगर निगम
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जनवरी में हो गया था ठेेका खत्म
सड़कों की मशीनों से सफाई का ठेका जनवरी में खत्म हो गया था। उस समय राज्य में विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगी हुई थी। ऐसे में नगर निगम की तरफ से टेंडर नहीं लगाए गए थे। निगम के अपने मुलाजिमों को ही इस काम को सौंप दिया गया था लेकिन गर्मी और एरिया अधिक होने की वजह से इस काम में दिक्कत आ रही थी। इसके बाद जैसे ही चुनाव की प्रक्रिया संपन्न हुई तो निगम ने टेंडर की प्रक्रिया पूरी की थी। इस दौरान जब निगम ने प्रोजेक्ट को लेकर बैठक की थी तो कई कंपनियों ने इसमें दिलचस्पी दिखाई थी।
हाउस की बैठक में उठ चुका है मुद्दा
इलाके की खस्ताहाल सफाई का मामला नगर निगम की बैठक में उठ चुका है। नगर निगम के 50 वार्डों के पार्षदों ने दलील थी कि यह पहला मौका जब ऐसी स्थिति बनी है। प्रत्येक सड़क पर गंदगी के ढेर लगे हैं जिससे शहर की सुंदरता पर ग्रहण लग रहा है। साथ ही बाहर से आने वाले जो लोग इलाके में निवेश करने में दिचलस्पी रखते हैं, वे भी यह चीज देखकर पीछे हट जाते हैं।
स्वच्छ सर्वेक्षण में रैंकिंग गिरने का डर
केंद्र सरकार द्वारा करवाए जाने वाले स्वच्छ सर्वेक्षण में भी इस बार शहर की रैंकिंग गिरने का डर बना हुआ है क्योंकि सफाई समेत कई मानकों को नगर निगम की टीमें पूरा नहीं कर पाई हैं। गत वर्ष कोरोना काल में पूरे देश में नगर निगम 81वीं रैंक पर रहा था। ट्राइसिटी में चंडीगढ़ के बाद दूसरे नंबर पर था लेकिन इस बार हालात काफी खराब है।
क्या कहते हैं अधिकारी
टेंडर के लिए केवल दो कंपनियां आई थी। ऐसे में नए सिरे से टेंडर लगाए गए हैं। चौदह दिन में टेंडर की प्रक्रिया पूरी होगी। इस बार इलाके की सफाई के लिए कंपनी चयनित कर ली जाएगी। -कुलजीत सिंह बेदी, डिप्टी मेयर नगर निगम