{"_id":"67fe4a3da8e3d54b550d7630","slug":"bhilwara-will-be-given-international-recognition-bhilwara-news-c-1-1-noi1345-2837373-2025-04-15","type":"story","status":"publish","title_hn":"Rajasthan: गिरिराज सिंह बोले- दो साल में भीलवाड़ा को टेक्सटाइल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी","category":{"title":"City & states","title_hn":"शहर और राज्य","slug":"city-and-states"}}
Rajasthan: गिरिराज सिंह बोले- दो साल में भीलवाड़ा को टेक्सटाइल सेक्टर में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, भीलवाड़ा
Published by: भीलवाड़ा ब्यूरो
Updated Tue, 15 Apr 2025 07:49 PM IST
सार
Bhilwara News: केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि भीलवाड़ा को अब सिर्फ यार्न या प्रोसेसिंग तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे गारमेंट निर्माण क्षेत्र में भी अग्रणी बनना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार टेक्सटाइल क्षेत्र को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित है।
विज्ञापन
भीलवाड़ा में कार्यक्रम को संबोधित करते केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह
- फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन
विस्तार
केंद्रीय कपड़ा मंत्री गिरिराज सिंह मंगलवार को एक दिवसीय दौरे पर भीलवाड़ा पहुंचे। जहां उनके आगमन पर टेक्सटाइल उद्योग से जुड़ी नामचीन कंपनियों, ट्रस्टों, जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने जोरदार स्वागत किया। इस दौरान उन्होंने हमीरगढ़ स्थित रिको ग्रोथ सेंटर में भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के नवनिर्मित बहुउद्देशीय वस्त्र भवन का विधिवत लोकार्पण किया।
Trending Videos
इस लोकार्पण समारोह में जिला कलेक्टर जसमीत सिंह, एसपी धर्मेंद्र सिंह सहित कई अधिकारी और उद्योगपति मौजूद रहे। वस्त्र भवन के उद्घाटन के बाद मंत्री गिरिराज सिंह ने उपस्थित टेक्सटाइल उद्योगपतियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा को अब सिर्फ यार्न या प्रोसेसिंग तक सीमित नहीं रहना चाहिए, बल्कि इसे गारमेंट निर्माण क्षेत्र में भी अग्रणी बनना होगा। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार टेक्सटाइल क्षेत्र को एक नई ऊंचाई पर ले जाने के लिए दृढ़ संकल्पित है। आने वाले दो वर्षों में भीलवाड़ा को टेक्सटाइल के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाई जाएगी।
विज्ञापन
विज्ञापन
मंत्री गिरिराज सिंह ने बताया कि टेक्नोलॉजी और नवाचार के साथ भारत को टेक्सटाइल सेक्टर में अग्रणी बनाने की योजना तैयार है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2047 विजन के तहत टेक्सटाइल उद्योग को देश के विकास का अहम स्तंभ बनाया जाएगा। जैसे स्वामी विवेकानंद ने शिकागो में भारत का नाम रोशन किया, वैसे ही मोदी जी ने भी दुनिया में भारत का मान बढ़ाया है।
उन्होंने सीजफायर की नीति का जिक्र करते हुए कहा कि मोदी सरकार ने युद्ध के बीच भी भारतीय बच्चों को सुरक्षित वापसी दिलाई, जबकि पाकिस्तान अपने नागरिकों को कुछ नहीं दे पाया। यह भारत के नेतृत्व और कुशल कूटनीति की मिसाल है।
यह भी पढ़ें- Jaipur News: ऑफिस के बॉस से परेशान युवक ने की आत्महत्या, सुसाइड नोट में लगाए प्रताड़ना के गंभीर आरोप
वहीं, केंद्रीय मंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत पर निशाना साधते हुए कहा कि गहलोत बहुत होशियार व्यक्ति हैं, उन्होंने भीलवाड़ा से टेक्सटाइल पार्क छीनने की चालाकी कर दी। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासन में भीलवाड़ा के औद्योगिक विकास को जानबूझकर रोकने का प्रयास किया गया, जिससे उद्योग और रोजगार प्रभावित हुए।
उदयपुर का उदाहरण देते हुए मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा कि उदयपुर पर्यटन नगरी है, लेकिन वहां कन्हैयालाल हत्याकांड जैसा काला धब्बा लगा है। वहीं, भीलवाड़ा एक औद्योगिक नगरी होते हुए भी सामाजिक समरसता के क्षेत्र में देश के लिए मिसाल है। उन्होंने कहा कि एग्रीकल्चर के बाद टेक्सटाइल इंडस्ट्री भारत का सबसे बड़ा रोजगार देने वाला क्षेत्र है और भीलवाड़ा इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है। आने वाले समय में टेक्सटाइल के क्षेत्र में नई योजनाएं और टेक्नोलॉजी इंटिग्रेशन के साथ विकास की रफ्तार और तेज की जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में गिरिराज सिंह ने कहा कि केंद्र सरकार राज्य सरकार के साथ समन्वय बनाकर टेक्सटाइल क्षेत्र में युवाओं के लिए नए रोजगार के अवसर पैदा करेगी। उन्होंने उद्योगपतियों से भी अपील की कि वे गारमेंट और रेडीमेड सेक्टर में निवेश बढ़ाएं ताकि भीलवाड़ा वस्त्रनगरी से टेक्सटाइल एक्सपोर्ट नगरी बन सके।
यह भी पढ़ें- Jaipur: कांग्रेस नेता खाचरियावास के घर ED छापा पर कानून मंत्री का तंज- ख्वाब देखने से दिन में तारे नहीं दिखते
‘वक्फ कानून में बदलाव से गरीब मुसलमानों को मिलेगा हक’
केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि केंद्र सरकार वक्फ कानून में बदलाव के जरिए गरीब मुसलमानों को उनका हक दिलाना चाहती है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दिशा में संकल्पबद्ध हैं। इसी के तहत केंद्रीय गृह राज्य मंत्री किरण रिजिजू वक्फ मामलों की समीक्षा के लिए केरल दौरे पर गए हैं।
गिरिराज सिंह हमीरगढ़ स्थित रिको ग्रोथ सेंटर में भीलवाड़ा टेक्सटाइल ट्रेड फेडरेशन के नवनिर्मित बहुउद्देशीय वस्त्र भवन के लोकार्पण के बाद पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान भीलवाड़ा सांसद दामोदर अग्रवाल भी मौजूद रहे। उन्होंने कहा कि वक्फ कानून के दुरुपयोग को लेकर देश के कई हिस्सों में गंभीर घटनाएं सामने आई हैं। उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि पश्चिम बंगाल में वक्फ से जुड़े मामले में बाप-बेटे की हत्या कर दी गई, जो बेहद निंदनीय है। उन्होंने आरोप लगाया कि वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी राज्य को बांग्लादेश बनाने पर आमादा हैं, लेकिन केंद्र सरकार ऐसा कभी नहीं होने देगी।
यह भी पढ़ें- Ajmer News: कर्नाटक के कांग्रेस नेता अजमेर से गिरफ्तार, वक्फ संशोधन कानून पर भड़काऊ वीडियो जारी करने का आरोप
प्रेस वार्ता में गिरिराज सिंह ने भीलवाड़ा को टेक्सटाइल हब बताते हुए कहा कि इसे 2030 तक 30 हजार करोड़ से बढ़ाकर 60 हजार करोड़ रुपये के टर्नओवर वाला क्षेत्र बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए राज्य और केंद्र सरकार मिलकर काम कर रही है। उन्होंने कहा कि भीलवाड़ा का इको सिस्टम सुधारने, टेक्नोलॉजी उन्नयन और गारमेंट सेक्टर को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा। मंत्री ने कहा कि टेक्सटाइल क्षेत्र को न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक समरसता का भी केंद्र बनाना है, जहां हर वर्ग को रोजगार और सम्मान के साथ आगे बढ़ने का अवसर मिले।
गिरिराज सिंह ने वक्फ संपत्तियों पर विस्तार से चर्चा करते हुए कहा कि देशभर में वक्फ बोर्डों द्वारा गरीब मुसलमानों की संपत्तियों का दुरुपयोग किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इन संपत्तियों की पारदर्शी जांच और पुनर्नियोजन के लिए पूरी तरह सक्रिय है, जिससे वास्तविक लाभार्थियों को उनका अधिकार मिले। उन्होंने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार सभी वर्गों के समावेशी विकास की दिशा में काम कर रही है और किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होने दी जाएगी।
अपने बयान में गिरिराज सिंह ने दोहराया कि टेक्सटाइल सेक्टर देश में एग्रीकल्चर के बाद सबसे बड़ा रोजगार प्रदाता है और भीलवाड़ा इस क्षेत्र का मेरुदंड है। उन्होंने स्थानीय उद्योगपतियों से आग्रह किया कि वे गारमेंट निर्माण और निर्यात में आगे आएं ताकि भीलवाड़ा वैश्विक स्तर पर अपनी पहचान मजबूत कर सके।