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Rajasthan Political News : कमीशन मांगने के आरोपों पर विधायक डांगा को बीजेपी ने दिया नोटिस, बेनीवाल बोले FIR हो

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, जयपुर/नागौर Published by: सौरभ भट्ट Updated Sun, 14 Dec 2025 08:34 PM IST
सार

विधायक निधि में कमीशनखोरी के आरोपों के बाद राज्य सरकार ने संबंधित विधायकों के MLA LAD खाते सीज कर दिए। वहीं भाजपा ने रेवतराम डांगा व कांग्रेस ने अनिता जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी किए हैं

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MLA Fund Scam: Government Freezes MLA LAD Accounts, Orders High-Level Probe into Commission Allegations
खींवसर से भाजपा विधायक रेवन्तराम डांगा - फोटो : Facbook profile
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विस्तार
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राजस्थान में  विधायक कोष से अनुशंसा के बदले कमीशन मांगने के आरोपों में घिरे विधायकों के खिलाफ क्या एक्शन होता है यह देखने वाली बात होगी। लेकिन फिलहाल के लिए राज्य सरकार ने आरोपों में घिरे विधायकों के विधायक कोष पर रोक लगा दी है। इसके साथ ही बीजेपी ने खींवसर विधायक रेवत राम डांगा व कांग्रेस ने भरतपुर से विधायक अनिता जाटव को कारण बताओ नोटिस जारी कर दिए हैं। 

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राज्य सरकार ने मामले की जांच के लिए राज्य के मुख्य सतर्कता आयुक्त (अतिरिक्त मुख्य सचिव, गृह विभाग) की अध्यक्षता में मुख्य सचिव और डीजीपी को शामिल करते हुए उच्चस्तरीय समिति गठित की गई है।
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रेवत राम को बीजेपी का नोटिस                                                                                                                         



- रितु बनावत काे कांग्रेस का नोटिस
 

वहीं विधानसभा में मुख्य सचेतक जोगेश्वर गर्ग ने विधानसभा अध्यक्ष को पत्र लिखकर सदाचार समिति से मामले की जांच कराने की मांग की है।  मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि विधायक निधि में भ्रष्टाचार की खबर अत्यंत गंभीर है। सरकार की नीति भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस की है और दोषी पाए जाने पर किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कितना ही प्रभावशाली क्यों न हो। मुख्यमंत्री के निर्देश पर संबंधित विधानसभा क्षेत्रों के विधायक निधि खाते फ्रीज किए गए हैं। भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदन राठौड़ ने नोटिस में कहा कि विधायक कोष की राशि को लेकर रिश्वत के आरोप पार्टी अनुशासन का उल्लंघन हैं और आरोपों पर स्पष्टीकरण अनिवार्य है।

वहीं, कांग्रेस ने भी मामले में उच्चस्तरीय जांच की मांग की है। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मुख्यमंत्री और विधानसभा अध्यक्ष से संज्ञान लेने की अपील की। डोटासरा ने कहा कि जनप्रतिनिधियों को सेवा के लिए चुना जाता है, न कि सौदेबाजी और लूट के लिए। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भी विधायक निधि जारी करने के बदले रिश्वत लेने के आरोपों को गंभीर बताते हुए निष्पक्ष और उच्चस्तरीय जांच की मांग की है।
मामला सामने आने के बाद इधर नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने भी आज प्रेस कांफ्रेंस कर बीजेपी और कांग्रेस दोनों पर हमले बोले। उन्होंने कहा कि  विधायकों द्वारा विधायक निधि जारी करने के एवज में रिश्वत लेने का मामला उजागर होना गंभीर प्रकरण है | विधायकों का यह कृत्य संघीय और लोकतांत्रिक व्यवस्था पर भ्रष्टाचार का बड़ा प्रहार है,एक तरफ देश के प्रधानमंत्री कहते है कि "न खाऊंगा और न खाने दूंगा" मगर दूसरी तरफ ऐसे मामले का सामने आना पीएम की मंशा पर बड़ा सवालिया निशान है। हनुमान ने मामले को लेकर डांगा के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाने की मांग भी सरकार से की। बेनीवाल ने कहा कि ऐसे मामलों से लोकतंत्र की जड़ें कमजोर होंगी। बेनीवाल ने कहा कि इस मामले में कांग्रेस व बीजेपी अपनी पार्टियो के विधायकों को पार्टी से बर्खास्त करें ताकि लोकतंत्र में राजनैतिक दलों की व्यवस्था पर भी जनता का भरोसा बना रहे।

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