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Kota News: नए जिला कलेक्टर ने किया बाल संरक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण, अधिकारियों को दिए निर्देश
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कोटा
Published by: कोटा ब्यूरो
Updated Wed, 23 Jul 2025 10:59 PM IST
सार
कोटा के नए कलेक्टर पीयूष समारिया ने पदभार संभालते ही बाल कल्याण समिति कार्यालय, राजकीय बालिका गृह नान्ता, नारी निकेतन एवं राजकीय शिशु गृह का दौरा किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए।
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जिला कलेक्टर ने किया बाल संरक्षण संस्थाओं का निरीक्षण
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विस्तार
जिला कलेक्टर पीयूष समारिया ने पदभार संभालने के तुरंत बाद शहर में स्थित बाल संरक्षण संस्थानों का औचक निरीक्षण किया। बुधवार को उन्होंने बाल कल्याण समिति कार्यालय, राजकीय बालिका गृह नान्ता, नारी निकेतन एवं राजकीय शिशु गृह का दौरा कर वहां की व्यवस्थाओं की समीक्षा की और संबंधित अधिकारियों को जरूरी दिशा-निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान उन्होंने बच्चों और महिलाओं के रहन-सहन, शिक्षा, स्वास्थ्य, पोषण, सुरक्षा और पुनर्वास जैसी व्यवस्थाओं की बारीकी से जानकारी ली।
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बाल कल्याण समिति कार्यालय में कलेक्टर समारिया को बच्चों की श्रेणियां, उनके आगमन के तरीके, पुनर्वास की स्थिति, पॉक्सो (POCSO) मामलों की संख्या, बाल श्रम से मुक्त कराए गए बच्चे, ग्रामीण इलाकों और अन्य राज्यों से आए बच्चों की जानकारी दी गई। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि सभी मामलों का निपटारा समयबद्ध, पारदर्शी एवं मानवीय दृष्टिकोण से किया जाए ताकि बच्चों को सुरक्षित और स्थायी पुनर्वास मिल सके।
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राजकीय बालिका गृह के निरीक्षण के दौरान कलेक्टर ने बालिकाओं से संवाद किया और उनकी शिक्षा, भोजन की गुणवत्ता, वोकेशनल ट्रेनिंग तथा दैनिक जीवन से जुड़ी सुविधाओं की जानकारी ली। उन्होंने बालिकाओं को प्रोत्साहित करते हुए उनसे संस्थागत सुधारों के लिए सुझाव भी आमंत्रित किए। साथ ही अधिकारियों को निर्देश दिए कि शैक्षणिक गतिविधियों के साथ-साथ कला, खेल, संगीत जैसी गतिविधियों को भी शामिल किया जाए ताकि बालिकाओं का सर्वांगीण विकास सुनिश्चित किया जा सके।
कलेक्टर समारिया ने नारी निकेतन में महिलाओं द्वारा निर्मित राखियों, सजावटी वस्तुओं एवं हस्तशिल्प उत्पादों की प्रदर्शनी का उद्घाटन किया। उन्होंने महिलाओं के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि इस तरह की गतिविधियां उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होंगी।