स्टेशन पर नोएडा में आयोजित वर्ल्ड बॉक्सिंग कप में स्वर्ण पदक जीतकर देश, राजस्थान और कोटा का मान बढ़ाने वाली अंतरराष्ट्रीय बॉक्सर अरुंधति चौधरी रविवार को अपने शहर पहुंचीं। रेलवे स्टेशन पर खेल प्रेमियों, प्रशंसकों और सामाजिक संगठनों ने उनका जोरदार स्वागत किया। स्टेशन से बाहर निकलते ही तालियों, जयघोष और ढोल-नगाड़ों की गूंज से माहौल उत्साहपूर्ण हो गया। इसके बाद उन्हें खुली जीप में घर तक ले जाया गया।
रास्ते भर पुष्पवर्षा, कई संगठनों ने किया सम्मान
स्टेशन से उनके घर तक के रास्ते में विभिन्न सामाजिक और खेल संगठनों ने जगह-जगह स्वागत द्वार बनाकर उनका अभिनंदन किया। फूल बरसाए गए और अरुंधति के साथ फोटो खिंचवाने के लिए लोगों में उत्सुकता दिखी। इस दौरान उनके कोच अशोक गौतम और परिजन भी साथ रहे।
दो साल की गंभीर इंजरी के बाद मिली सबसे खास जीत
अरुंधति ने कहा कि इस स्वर्ण पदक की जीत उनके लिए बेहद खास है, क्योंकि वे पिछले दो साल से गंभीर इंजरी से जूझ रही थीं। उन्होंने कहा कि बॉक्सिंग में वेट मैनेजमेंट सबसे बड़ी चुनौती होती है, लेकिन कठिनाइयों के बावजूद हिम्मत नहीं हारनी चाहिए। अपनी मेहनत और संयम के दम पर उन्होंने देश के लिए गोल्ड जीता।
उज़्बेक खिलाड़ी को हराकर जीता था स्वर्ण
अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कई बार देश का तिरंगा लहरा चुकी अरुंधति ने हाल ही में वर्ल्ड बॉक्सिंग कप के फाइनल में उज़्बेकिस्तान की खिलाड़ी को हराकर स्वर्ण पदक हासिल किया। लगातार चुनौतियों के बीच उनकी जीत ने उन्हें फिर से सुर्खियों में ला दिया है।
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सेना में हवलदार, 2026 एशियन गेम्स में गोल्ड का लक्ष्य
अरुंधति वर्तमान में भारतीय सेना में हवलदार के पद पर कार्यरत हैं और सेना की ओर से कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में हिस्सा ले चुकी हैं। अपने अगले लक्ष्य के बारे में उन्होंने कहा कि उनका सपना है कि 2026 के एशियन गेम्स में भारत के लिए स्वर्ण पदक जीतें। कोच अशोक गौतम ने बताया कि अरुंधति बचपन से ही बेहद मेहनती खिलाड़ी रही हैं। कभी स्कूल में शरारतों की शिकायतें आती थीं, लेकिन आज वही स्कूल उनकी उपलब्धियों पर गर्व कर रहा है।