सब्सक्राइब करें
Hindi News ›   Rajasthan ›   Nagaur News ›   Nagaur News: Breaking tradition daughters shouldered their mother's bier performed last rites Bhakrod Village

Rajasthan News: परंपरा को तोड़ बेटियों ने मां की अर्थी को दिया कंधा, निभाया अंतिम संस्कार का फर्ज

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नागौर Published by: नागौर ब्यूरो Updated Tue, 28 Oct 2025 11:24 PM IST
विज्ञापन
सार

Nagaur News: नागौर जिले में 55 वर्षीय संतोष देवी के निधन पर उनकी पांच बेटियों ने मां की अर्थी को कंधा देकर समाज को नई दिशा दी। बेटियों की इस पहल ने परंपरा को चुनौती देते हुए नारी सशक्तिकरण की मिसाल पेश की।
 

Nagaur News: Breaking tradition daughters shouldered their mother's bier performed last rites Bhakrod Village
मां के अंतिम संस्कार में बेटियों ने निभाई सभी रस्में - फोटो : अमर उजाला
विज्ञापन

विस्तार
Follow Us

नागौर जिले के भाकरोद गांव में एक भावनात्मक और प्रेरक दृश्य देखने को मिला, जब 55 वर्षीय संतोष देवी के निधन के बाद उनकी पांच बेटियों ने परंपरागत मान्यताओं को तोड़ते हुए मां की अर्थी को कंधा दिया और अंतिम संस्कार की सभी रस्में निभाईं। यह घटना न केवल पारिवारिक एकजुटता का प्रतीक बनी, बल्कि समाज में महिलाओं की बदलती भूमिका का सशक्त संदेश भी दे गई।


 
मां की याद में भावुक हुईं बेटियां
परिजनों के अनुसार, संतोष देवी एक साधारण किसान महिला थीं, जिनका जीवन खेती-बाड़ी और परिवार की सेवा में बीता। उनके कोई बेटा नहीं था, सिर्फ पांच शादीशुदा बेटियां हैं, जो अलग-अलग स्थानों पर रहती हैं। अचानक तबीयत बिगड़ने पर उन्हें पहले स्थानीय अस्पताल और फिर जोधपुर रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान शनिवार को उनका निधन हो गया। मां की मौत की खबर मिलते ही सभी बेटियां गांव पहुंचीं। अंतिम संस्कार के समय जब अर्थी को कंधा देने का प्रश्न आया, तो बेटियों ने बिना झिझक खुद आगे बढ़कर यह जिम्मेदारी संभाली।
विज्ञापन
विज्ञापन


यह भी पढ़ें- Rajasthan News: गुजरात के पर्यटक रेस्टोरेंट का 10,900 रुपये बिल दिए बिना भागे, होटल मालिक ने पीछा कर पकड़ा
 
परंपरा को चुनौती देने वाली मिसाल
गांव में परंपरा रही है कि अर्थी को केवल पुरुष सदस्य कंधा देते हैं, लेकिन बेटों के अभाव में बेटियों ने इस प्रथा को तोड़ा। बड़ी बेटी ने कहा कि मां ने हमेशा हमें बेटों से कम नहीं समझा। आज हमने वही दिखाया है कि बेटियां हर जिम्मेदारी निभा सकती हैं। अन्य बेटियों ने भी भावुक होकर कहा कि यह कदम उनकी मां की अंतिम इच्छा को पूरा करने का तरीका था। ग्रामीणों ने बेटियों के इस साहसिक कार्य की सराहना करते हुए कहा कि यह दृश्य समाज को सोचने पर मजबूर कर देगा।
 
गांव में और सोशल मीडिया पर सराहना
घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया। लोग बेटियों की इस पहल को नारी सशक्तिकरण की मिसाल बता रहे हैं। कई यूजर्स ने लिखा कि यह दृश्य समाज में बदलाव की दिशा में एक बड़ा कदम है। गांव के बुजुर्गों ने भी स्वीकार किया कि आज बेटियां हर क्षेत्र में आगे हैं और परंपराओं को नई दिशा दे रही हैं। भाकरोद गांव के श्मशान घाट पर हुए अंतिम संस्कार में सैकड़ों ग्रामीण मौजूद रहे, जिन्होंने संतोष देवी को श्रद्धांजलि दी।

यह भी पढ़ें- Bharatmala Expressway Accident: शादी से लौट रही कार के उड़े परखच्चे, एक परिवार के तीन लोगों की मौत; दो गंभीर

विज्ञापन
विज्ञापन

रहें हर खबर से अपडेट, डाउनलोड करें Android Hindi News App, iOS Hindi News App और Amarujala Hindi News APP अपने मोबाइल पे|
Get all India News in Hindi related to live update of politics, sports, entertainment, technology and education etc. Stay updated with us for all breaking news from India News and more news in Hindi.

विज्ञापन
विज्ञापन

एड फ्री अनुभव के लिए अमर उजाला प्रीमियम सब्सक्राइब करें

Next Article

एप में पढ़ें

Followed