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Tonk: मंत्री हीरालाल की बढ़ सकती हैं मुश्किलें, मासूम की मौत पर ग्रामीणों ने दी अदालत में परिवाद की चेतावनी
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, टोंक
Published by: टोंक ब्यूरो
Updated Wed, 15 Oct 2025 07:54 PM IST
सार
Tonk News: टोंक के गोपीपुरा गांव में मंत्री हीरालाल नागर के काफिले से जुड़े हादसे में मासूम की मौत के बाद ग्रामीणों ने आक्रोश जताया। 50 लाख मुआवजे और नौकरी की मांग के साथ एक ग्रामीण ने सरकार पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कोर्ट जाने की चेतावनी दी।
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ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर
- फोटो : अमर उजाला
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विस्तार
टोंक जिले के देवली क्षेत्र में कुछ दिन पहले ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के काफिले से जुड़े सड़क हादसे में पांच वर्षीय मासूम हिमांशु की मौत के बाद मामला तूल पकड़ता जा रहा है। मासूम की मौत के बाद गांव गोपीपुरा में मातम का माहौल है, जबकि ग्रामीणों का आक्रोश अब भी शांत नहीं हुआ है।
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हादसे के पांच दिन बाद मंत्री पहुंचे गांव
जानकारी के अनुसार, 12 अक्तूबर को मंत्री हीरालाल नागर को स्कॉर्ट कर रही पुलिस की कार की चपेट में आने से पांच साल के हिमांशु की गंभीर चोटों के कारण जयपुर में इलाज के दौरान मौत हो गई थी। घटना के पांच दिन बाद बुधवार को मंत्री नागर देवली के गोपीपुरा गांव पहुंचे, जहां उन्होंने शोकाकुल परिवार से मुलाकात कर ढांढस बंधाया। इस दौरान विधायक राजेंद्र गुर्जर भी उनके साथ मौजूद रहे। मंत्री नागर ने परिजनों से संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वे परिवार की हर संभव मदद करेंगे।
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ग्रामीणों का फूटा गुस्सा, उठाई मुआवजे और नौकरी की मांग
हालांकि मंत्री के पहुंचने पर ग्रामीणों ने कड़ा विरोध जताया। उन्होंने आरोप लगाया कि मंत्री हादसे के इतने दिन बाद पहुंचे हैं, जबकि परिवार शुरू से सरकारी मदद का इंतजार कर रहा है। ग्रामीणों और धाकड़ समाज के प्रतिनिधियों ने परिजनों को ₹50 लाख की आर्थिक सहायता और परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की मांग की। धाकड़ महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष नवनीत धाकड़ ने कहा कि अगर सरकार ने जल्द मांगें नहीं मानीं, तो संगठन उग्र आंदोलन करेगा।
कोर्ट जाने की चेतावनी
ग्रामीणों में से सत्यनारायण सरसड़ी ने कहा कि पीड़ित परिवार अत्यंत गरीब है और मंत्री को मौके पर ही सहायता की घोषणा करनी चाहिए थी। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि मंत्री नागर और राज्य सरकार ने सहायता नहीं दी, तो वे कोर्ट में परिवाद दाखिल करेंगे। सरसड़ी ने कहा कि वे न्यायिक प्रक्रिया के जरिए पीड़ित परिवार को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता और सरकारी नौकरी दिलवाने का प्रयास करेंगे।
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मंत्री नागर ने जताया दुख, जैसलमेर हादसे और उपचुनाव पर भी बोले
मंत्री हीरालाल नागर ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह बेहद दुखद हादसा है और वे पीड़ित परिवार के साथ हैं। उन्होंने जैसलमेर बस हादसे पर भी शोक जताते हुए कहा कि मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने खुद मौके पर पहुंचकर हालात का जायजा लिया है। उन्होंने लगातार हो रहे हादसों को लेकर चिंता जताई और कहा कि शॉर्ट सर्किट जैसी तकनीकी खामियों के कारण दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं।
वहीं, अंता विधानसभा उपचुनाव पर प्रतिक्रिया देते हुए नागर ने कहा कि भाजपा जल्द प्रत्याशी घोषित करेगी और इस चुनाव में पार्टी जीत दर्ज करेगी। उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार नरेश मीणा पर निशाना साधते हुए कहा कि उनका वही हश्र होगा, जो देवली-उनियारा में हुआ था।
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